Advertisement

'जनसंख्या विस्फोट मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत, इसे जाति-धर्म से जोड़ना जायज़ नहीं', बोले मुख्तार अब्बास नकवी

mukhtar abbas naqvi on population: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बढ़ती आबादी पर दिए बयान के बीच अब मुख्तार अब्बास नकवी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट किसी मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत है. इसे जाति और घर्म से जोड़ना जायज नहीं.

मुख्तार अब्बास नकवी (पीटीआई) मुख्तार अब्बास नकवी (पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 12:22 PM IST
  • नकवी बोले- जनसंख्या विस्फोट मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत
  • उन्होंने कहा, जनसंख्या की समस्या को जाति और घर्म से जोड़ना जायज नहीं

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के विश्व जनसंख्या दिवस पर बढ़ती आबादी को लेकर दिए बयान पर बहस छिड़ गई है. इसी बीच बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि जनसंख्या विस्फोट को धर्म से जोड़ना जायज नहीं. यह पूरे मुल्क की मुसीबत है. 

मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट कर कहा, बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट किसी मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत है. इसे जाति और घर्म से जोड़ना जायज नहीं. नकवी का ये बयान ऐसे वक्त पर आया जब उन्होंने हाल ही में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है. उनका राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो चुका है. हालांकि, चर्चा है कि बीजेपी उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती है. 

Advertisement

एक वर्ग की जनसंख्या बढ़ने से फैलेगी अराजकता- सीएम योगी

इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने विश्व जनसंख्या दिवस पर लखनऊ में एक कार्यक्रम में यूपी की बढ़ती आबादी पर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न होने पाए. उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड और उनका प्रतिशत ज्यादा हो और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या नियंत्रिण कर असंतुलन पैदा कर दिया जाए.

सीएम योगी ने कहा था कि जिन देशों की जनसंख्या ज्यादा होती है, वहां जनसंख्या असंतुलन चिंता का विषय है क्योंकि रिलीजियस डेमोग्राफी पर भी इसका असर पड़ता है. एक समय के बाद वहां अव्यवस्था और अराजकता जन्म लेने लगती है, इसलिए जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों से जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा से ऊपर उठकर समाज में समान रूप से जागरूकता के व्यापक कार्यक्रम के साथ जुड़ने की जरूरत है.
 
सपा ने जताया विरोध

उधर, सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा, ज्यादा जनसंख्या किसी भी देश के लिए समस्या होती है, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि कैसे उस समस्या का समाधान हो और कैसे देश विकास के रास्ते पर जाएं और उन्नति करें. साथ ही कैसे रोजगार बड़े और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो यह भी सरकार की जिम्मेदारी होती है सरकार इससे भाग नहीं सकती है. 

 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement