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मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से शिफ्ट करने की बेटे ने लगाई गुहार, सुप्रीम कोर्ट ने की ये टिप्पणी

सुनवाई के दौरान उमर अंसारी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि मामले में 8 आरोपी थे, कई लोगों को यूपी टास्क फोर्स ने मार गिराया था और अब केवल 3 बचे हैं, जिनमें अंसारी और उनके भाई भी शामिल हैं.

पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो) पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो)
सृष्टि ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:28 PM IST

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बाहुबली मुख्तार अंसारी को सुरक्षा देने से संबंधित मामले की सुनवाई करते हुए एक बड़ी टिप्पणी की. जस्टिस हृषिकेश रॉय की अगुवाई वाली बेंच यूपी के मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने अपने पिता को यूपी की बांदा जेल से किसी दूसरे राज्य की जेल में ट्रांसफर करने की मांग की थी.

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सुनवाई के दौरान उमर अंसारी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि मामले में 8 आरोपी थे, कई लोगों को यूपी टास्क फोर्स ने मार गिराया था और अब केवल 3 बचे हैं, जिनमें अंसारी और उनके भाई भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता ने पहले उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और अदालत ने राज्य से पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने को कहा था. आरोपी मूल रूप से पंजाब में था, बाद में उसे बांदा ले जाया गया.

हालांकि कोर्ट ने टिप्पणी की कि 'सुरक्षा का आदेश पहले ही पारित किया जा चुका है मिस्टर सिब्बल. हम स्थिति जानते हैं, किसी की बॉडी की सुरक्षा नहीं की जा सकती. कोर्ट ने कहा कि एक बार प्रधानमंत्री तक की सुरक्षा नहीं की जा सकी, उनके अपने ही सिक्योरिटी गार्ड ने उनकी हत्या कर दी थी. बता दें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर 1984 को उनकी हत्या कर दी गई थी. इंदिरा गांधी पर हमला उनकी ही सिक्योरिटी में तैनात गार्ड ने की थी.

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हालांकि एएसजी केएम नटराज ने कहा कि मामले पर प्रारंभिक स्तर पर ही विचार नहीं किया जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि याचिका में जो मांग की गई है, वह वकील द्वारा मौखिक रूप से कही गई बात से अलग है. यानी यूपी के बाहर किसी राज्य की जेल में स्थानांतरित करना. इसलिए कोर्ट ने याचिकाकर्ता से अपनी प्रार्थना में संशोधन करने को कहा. 

वहीं, एडवोकेट कपिल सिब्बल ने कहा कि याचिकाकर्ता के पिता को जेल में खतरे की आशंका के कारण वह अपने पिता मुख्तार अंसारी को अलग जेल में शिफ्ट करने की प्रार्थना कर रहे हैं. 

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