
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की अस्थियों का विसर्जन आज हरिद्वार में हुआ. इस दौरान अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल और चाचा शिवपाल व राम गोपाल भी मौजूद रहे. हरिद्वार के नमामि गंगे घाट पर नेता जी की अस्थियों को विसर्जित किया गया. अखिलेश अपने परिवार के साथ चार्टर्ड प्लेन से हरिद्वार पहुंचे.
अखिलेश के साथ मौजूद था पूरा परिवार
स्नान अनुष्ठान और तर्पण के वक्त अखिलेश यादव, चाचा राम गोपाल, शिवप्रताप, अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव और बच्चे भी मौजूद थे. इस मौके पर मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक भी मौजूद थे. कुछ क्रिया कलापों में आखिलेश यादव ने प्रतीक को बुलाकर शामिल कराया.
हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
बता दें कि अखिलेश सैफई से निजी विमान से देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे थे. वहां से वो हरिद्वार के नमामि गंगे घाट गए. घाट पर पहले से सारी तैयारियां पूरी कर दी गई थीं. अस्थि विसर्जन के दौरान भारी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद थे. अखिलेश के आने से पहले हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी. बड़ी संख्या में पुलिस बल भी घाट पर तैनात था. गंगा में गोताखोर भी तैनात थे.
सपा ने शेयर की तस्वीरें
इस पूरे ही क्रिया कलापों की तस्वीरें समाजवादी पार्टी लगातार सोशल मीडिया पर शेयर करती रही. सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अस्थियां लेकर सैफई की कोठी से निकलने से लेकर हरिद्वार नमामि गंगे घाट पर अस्थि विसर्जन करने तक समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर लगातार तस्वीरें और वीडियो शेयर किए जाते रहे.
21 अक्टूबर को होगा शांति पाठ का आयोजन
गौरतलब है कि मुलायम सिंह की मृत्यु के बाद शांति पाठ का आयोजन 21 अक्टूबर को सैफई में किया जाएगा. इस दिन ब्राह्मण भोज भी होगा. हिन्दू धर्म की मान्यताओं के मुताबित किसी व्यक्ति के निधन के 13 दिन बाद तेरहवीं होती हैं, लेकिन सैफई की परंपरा कुछ अलग है. इन परंपराओं का पालन करते हुए मुलायम सिंह की तेरहवीं नहीं की जाएगी.