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कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों का स्वागत करेगा मुस्लिम समाज, देगा सामाजिक सौहार्द की मिसाल

बैठक में शामिल कार्यकर्ताओं, अधिकारियों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों, समाज सेवियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस आदेश का श्रद्धा से पालन करने में आस्था जताई, जिसमें कहा गया है कि फल, फूल, जूस, जलपान और भोजनालय अपने दुकानों, ठेलों पर अपना नाम साफ साफ लिखें.

कांवड़ यात्रा (सांकेतिक तस्वीर) कांवड़ यात्रा (सांकेतिक तस्वीर)
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 21 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 1:58 AM IST

सीएम योगी ने जैसे ही कांवड़ यात्रियों के लिए पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर ' नेमप्लेट' लगाने का फैसला लिया, इस फैसले के खिलाफ जगह-जगह से विरोध के स्वर सुनाई दिए. गठबंधन में शामिल एनडीए के सहयोगी दलों ने भी इस पर ऐजराज जताया. इस बीच RSS समर्थित संगठन ने आपात बैठक बुलाई और फैसला लिया कि मुस्लिम समाज कांवड़ियों का दिल खोलकर स्वागत करेगा. बैठक में यह भी तय हुआ कि विपक्ष के एजेंडे को मुंहतोड़ जवाब देने का वक्त है, क्योंकि विपक्ष के नेता लगातार मिलती शिकस्त से बौखलाए हुए हैं.
 
बैठक में इस विषय पर हुई बात
बैठक में शामिल कार्यकर्ताओं, अधिकारियों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों, समाज सेवियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस आदेश का श्रद्धा से पालन करने में आस्था जताई, जिसमें कहा गया है कि फल, फूल, जूस, जलपान और भोजनालय अपने दुकानों, ठेलों पर अपना नाम साफ साफ लिखें. राष्ट्रवादी संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि समाजिक सौहार्द न बिगड़े. आस्था में डूबे लोगों को अपनी इच्छानुसार सामग्री मिले.

...ताकि देश में बनी रहे गंगा-जमुनी तहजीब 
मंच ने विश्वास जताया कि मुस्लिम विक्रेता भी हिंदू समाज की आस्था के मुताबिक शुद्धता का ध्यान रखते हुए अपना समान उपलब्ध कराएंगे. इससे देश की गंगा जमुनी तहजीब भी बनी रहेगी और संस्कृति को भी ठेस नहीं पहुंचेगी. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने एकमत से यह विश्वास जताया है कि मुस्लिम समाज कांग्रेस, समाजवादी और अन्य विपक्षी दलों के फूट डालने के झांसे में न आते हुए पूर्ण आस्था के साथ दिल खोल कर कांवड़ियों का स्वागत करेगा. मंच ने विश्वास जताया है कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कांवड़ियों के लिए शिविर लगाया जाएगा और उन्हें पुष्प वर्षा, शीतल जल की फुहारों, जल, फल, जूस, लंगर और शुद्धता भरे वातावरण से तरोताजा किया जाएगा.
 
शनिवार शाम हुई आपात बैठक

मंच की ओर से कहा गया है कि विपक्ष के नेतागण राहुल गांधी या अखिलेश यादव के नेतृत्व में भले ही योगी आदित्यनाथ के आदेशों को तोड़-मरोड़ कर देश का सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मुस्लिम समाज को इन सभी राष्ट्रविरोधी प्रयासों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए हिंदू भाइयों की आस्था और गरिमा का पूर्ण रूपेण ध्यान रखना है. नई दिल्ली में मोतियाखान स्थित मंच के कार्यालय कलाम भवन में कार्यकर्ताओं की शनिवार शाम को आपात बैठक हुई जिसमें जरूरी फैसले लिए गए. दिल्ली से बाहर के लोगों के लिए यह बैठक ऑनलाइन भी थी जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, बंगाल, नॉर्थ ईस्ट, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक से लोग जुड़े थे.
 
मौके पर मंच की राष्ट्रीय महिला मंडल की तरफ से डॉक्टर शालिनी अली ने कहा कि इस्लाम में हुब्बुल वतनी, निस्फुल ईमान की बात की गई है. यानी वतन से मुहब्बत को इस्लाम में सर्वोपरि माना गया है. ऐसे में जब मुहर्रम के जलूस के लिए हिंदू समाज पानी और शरबत का वितरण करता है और रमजान में हिंदू समाज मुस्लिम आस्था को देखते हुए पाकीज़गी का खास ख्याल रखता है.
 
इसी तरह हम सभी मुस्लिम फल एवं जूस विक्रेताओं, शाकाहारी एवं वैष्णव ढाबा चलाने वालों पर विश्वास जताते हैं कि आस्था के रंग में सराबोर कांवड़ियों का सम्मान करते हुए पवित्रता और शुद्धता का पूरा ख्याल रखेंगे. इससे शांति, अमन, भाईचारा और सौहार्द बना रहेगा. हर साल मुस्लिम समाज शिवभक्तों के लिए शिविर और लंगर लगाया करते हैं. जिसमें शिवभक्तों की सेवा की जाती है और जलपान एवं भोजन परोसा जाता है. कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा, जलवर्षा और गुलाब के फूल और फल भेंट कर उनकी निर्बाध यात्रा की कामना की जाती है.

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