
National Family Health Survey: देश में महिलाओं-पुरुषों के बीच किए गए नैशनल फैमली हेल्थ सर्वे-5 में हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं. सर्वे में मुताबिक देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पुरुषों के मुकाबले में महिलाओं के ज्यादा सेक्स पार्टनर हैं.
NFHS-5 में यह भी सामने आया कि पुरुष अपनी पत्नी या प्रेमिका के अलावा किसी अन्य महिला के साथ यौन संबंध बनाने में आगे हैं. आंकड़ों के मुताबिक 4 फीसदी पुरुषों ने गैर महिला से संबंध बनाए, जबकि ऐसा करनी वाली महिलाओं की संख्या महज 0.5 फीसदी है.
राजस्थान में महिलाओं के सेक्स पार्टनर ज्यादा
जिन 11 राज्यों में महिलाओं के सेक्स पार्टनर ज्यादा हैं, उनमें राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, मध्य प्रदेश, असम, केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी और तमिलनाडु शामिल हैं. इस मामले में राजस्थान सबसे आगे है, यहां 100 में से औसतन 2 पुरुष और 100 में से औसतन 3 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके एक से अधिक पार्टनर हैं.
इसी तरह मध्य प्रदेश में महिलाओं के 2.5 और पुरुषों के 1.6 पार्टनर, केरल में महिलाओं के 1.4 और पुरुषों के 1.0 पार्टनर, जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के 1.5 और पुरुषों के 1.1 पार्टनर, हरियाणा में महिलाओं के 1.8 और पुरुषों के 1.5 पार्टनर और असम में महिलाओं के 2.1 और पुरुषों के 1.8 पार्टनर हैं.
नवविवाहित महिलाओं ने ज्यादा संबंध बनाए
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक शहरों की तुलना में ग्रामीण महिलाओं के सेक्स पार्टनर अधिक होते हैं. शहरी महिलाओं के 1.5 फीसदी सेक्स पार्टनर होते हैं जबकि ग्रामीण महिलाओं में यह आंकड़ा 1.8 फीसदी के करीब पाया गया.
सर्वे में यह भी पता चला कि नवविवाहित महिलाओं ने अविवाहित, तलाकशुदा या पति से अलग हुई महिलाओं के तुलना में सर्वे से पहले 12 महीने के दौरान दो या दो से ज्यादा पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाए.
2.1 लाख लोगों को सर्वें में शामिल किया गया
2019-21 के दौरान किए गए नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे-5 में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 707 जिलों का सर्वेक्षण किया गया. सर्वे में 1.1 लाख महिलाओं और 1 लाख पुरुषों को शामिल किया गया था.
सर्वेक्षण मुख्य रूप से इस तरह के सेक्स के दौरान उच्च जोखिम वाले संभोग और कंडोम के उपयोग के प्रसार का आकलन करने के लिए आयोजित किया गया था, क्योंकि कंडोम का उपयोग लोगों को एचआईवी / एड्स के अधिक जोखिम में डाल सकता है. यह राष्ट्रीय रिपोर्ट सामाजिक-आर्थिक और अन्य पृष्ठभूमि विशेषताओं, नीति निर्माण और प्रभावी कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए उपयोगी डेटा भी प्रदान करती है.