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15 अक्टूबर से शुरू हो रही है नवरात्रि, देश के कई इलाकों में हो सकती है बारिश

दिल्ली समेत उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 15 अक्टूबर यानि नवरात्रों के पहले दिन बारिश शुरू हो जाएगी और इसका असर 17 अक्टूबर तक बने रहने की उम्मीद है. इस बारिश की वज़ह से ना सिर्फ ठंड की रफ्तार इन इलाकों में तेज हो जाएगी बल्कि प्रदूषण से भी कुछ दिनों तक राहत मिलेगा.

नवरात्रि के दिनों में बारिश का अनुमान नवरात्रि के दिनों में बारिश का अनुमान
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 13 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 8:59 PM IST

इस हफ्ते के आखिर में त्योहारों का सीजन शुरू होने जा रहा है. रविवार से शारदीय नवरात्रों की शुरुआत होगी तो उसके आसपास देश के अलग-अलग इलाकों में बारिश की दस्तक भी शुरू हो जाएगी. सबसे पहले उत्तरी भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अपना असर दिखाने वाला है. सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हिमालय की ओर 14 अक्टूबर को एक्टिव हो जाएगा, जिस कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश होने की संभावना बताई जा रही है.

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दिल्ली समेत उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 15 अक्टूबर यानि नवरात्रों के पहले दिन बारिश शुरू हो जाएगी और इसका असर 17 अक्टूबर तक बने रहने की उम्मीद है. इस बारिश की वज़ह से ना सिर्फ ठंड की रफ्तार इन इलाकों में तेज हो जाएगी बल्कि प्रदूषण से भी कुछ दिनों तक राहत मिलेगा.

कहा जा रहा है कि जैसे ही वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर उत्तरी भारत से कम होगा. वैसे ही दो साइक्लोनिक यानि चक्रवातीय सिस्टम देश के तटीय इलाकों में सक्रिय हो जाएंगे. मौसम विभाग ने अगले दो हफ्तों का जो पूर्वानुमान जारी किया है उसमें इस बात की पुष्टि की गई है. अलग-अलग मॉडल का अध्ययन इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि लगभग एक साथ ही पश्चिम की ओर अरब सागर और पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी में दो चक्रवातीय सिस्टम आएंगे.

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इन दोनों सिस्टम के बनने की संभावना आने वाले हफ्ते के बीच में है. 17 अक्टूबर से लेकर 20 अक्टूबर के बाच इन दोनों साइक्लोनिक सिस्टम के एक्टिव होने की बात मॉडल दर्शा रहे हैं. अरब सागर में पैदा होने वाले सिस्टम की वजह से आसपास के इलाकों में एक एक दवाब का क्षेत्र बनेगा. ये लो प्रेशर जोन 20 अक्टूबर के आसपास बनने की बात कही जा रही है लेकिन मौसम विभाग की मानें तो इस सिस्टम के डिप्रेशन में बदलने की संभावना कापी कम बताई जा रही है.

वहीं दूसरा चक्रवातीय सिस्टम भी 17 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच बंगाल की खाड़ी में बनेगा. दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी से शुरू होने वाला ये सिस्टम पश्चिम दिशा में बढ़कर उत्तरी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के इलाकों में बारिश कर सकता है. हालांकि मौसम विभाग का मानना है कि इसके भी डिप्रेशन में बदलने की संभावना काफी कम है.

उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों से मॉनसून की विदाई हो चुकी है. अगले कुछ दिनों में बिहार, झारखंड समेत कुछ और हिस्सों से मॉनसून वापस हो जाएगा. ऐसे में इन अलग-अलग वजहों से होने वाली बारिश ठंड की एंट्री करवा सकती है. 

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