
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हुए राजनीतिक घटनाक्रम और वहां पनपी अराजक स्थिति पर विश्वभर की निगाहें बनी हुई हैं. वहीं इस घटनाक्रम के बाद भारत को भी सतर्क रहने जैसी हिदायतें मिल रही है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांन्फ्रेंस संरक्षक फारूक अब्दुल्ला ने भी बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताई है. उन्होंने मोदी सरकार को सतर्क रहने के लिए कहा है.
अमेरिका पर जताया साजिश का संदेह
आजतक से बातचीत में, फारूक अब्दुल्ला ने अमेरिका पर भारत के खिलाफ बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने की साजिश रचने का संदेह जताया है. उन्होंने कहा कि, 'बांग्लादेश संकट के पीछे अमेरिका, चीन और पाकिस्तान सहित विदेशी शक्तियां हो सकती हैं. उन्होंने चिंतित होते हुए कहा कि, ऊपर वाला ही जानता है कि ये ताकतें भारत के खिलाफ क्या योजना बना रही होंगी.'
सद्दाम हुसैन और गद्दाफी का दिया उदाहरण
उन्होंने अपनी चिंता के पीछे बीते कुछ दशकों में हुई बड़ी ऐतिहासिक घटनाओं का जिक्र किया और उदाहरण में कहा कि, 'अमेरिका ने सद्दाम हुसैन, गद्दाफी को उखाड़ फेंका. वह अपने हितों के लिए कुछ भी कर सकता है. उन्होंने मोदी सरकार को चेताते हुए कहा कि, मोदी सरकार को अमेरिका के नापाक मंसूबों के प्रति सतर्क रहना चाहिए. भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिशों के खिलाफ सरकार और विपक्ष को एकजुट रहना चाहिए.'
बांग्लादेश हुआ अंतरराष्ट्रीय साजिश का शिकार
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय साजिशों का शिकार हुआ है. कुछ ताकतों को भारत के साथ बांग्लादेश की दोस्ती पसंद नहीं है. आवामी लीग और शेख हसीना धर्मनिरपेक्ष हैं, लेकिन वे छात्रों के आंदोलन से नहीं निपट सकते. खालिदा जिया, उनकी बीएनपी पार्टी और जमात-ए-इस्लामी भारत विरोधी हैं. उन्होंने शेख मुजीबुर रहमान और अवामी लीग के खिलाफ नफरत फैलाई है.'
नवगठित अंतरिम सरकार से जताई उम्मीदें
उन्होंने कहा कि 'कुछ कट्टरपंथी इस्लामी ताकतें बांग्लादेश में हिंदू और आवामी लीग के नेताओं पर हमले की योजना बना रही हैं. उम्मीद है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली नई सरकार बांग्लादेश में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करेगी. शेख हसीना भारत की बहुत अच्छी दोस्त रही हैं. हमें हरसंभव तरीके से उसकी मदद करनी चाहिए.'
आम आदमी पार्टी पर कही ये बात
नेशनल कॉन्फ्रेंस संरक्षक फारूक अब्दुल्ला ने आम आदमी पार्टी को लेकर भी बात की. उन्होंने आप नेता मनीष सिसौदिया को जमानत देने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया. मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट अब अपना अधिकार जता रहा है. आशा है कि अरविंद केजरीवाल भी जल्द ही रिहा होंगे.
बांग्लादेश में बनी अंतरिम सरकार
बता दें कि, बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब वहां अंतरिम सरकार बन गई है. नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शपथ ग्रहण कर ली है. स्थानीय समयानुसार गुरुवार रात 8 बजे शपथ ली गई. यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए गुरुवार को पेरिस से ढाका पहुंचे थे.
मोहम्मद यूनुस के हाथों में सौंपा गया नेतृत्व
बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति और विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया गया है. ग्रामीण बैंक के संस्थापक और मशहूर सोशल एक्टिविस्ट यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे. विशेष रूप से, बांग्लादेश की एक अदालत ने कार्यभार संभालने से ठीक एक दिन पहले श्रम कानून उल्लंघन मामले में यूनुस की पिछली सजा को भी पलट दिया था.