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मॉनसून सत्र से पहले कल 'शक्ति प्रदर्शन', बेंगलुरु में विपक्ष तो दिल्ली में NDA का महाजुटान

जहां बेंगलुरु में तमाम विपक्षी दल एकजुट होकर बैठक कर रहे हैं तो वहीं एनडीए ने भी 18 जुलाई को ही दिल्ली में अपने सभी साथी दलों की बैठक बुलाई है. दरअसल दोनों खेमे संसद के मॉनसून सत्र से पहले अपने ताकत दिखाने की कोशिश में हैं.

18 जुलाई को NDA और UPA दोनों गठबंधनों की बड़ी बैठक 18 जुलाई को NDA और UPA दोनों गठबंधनों की बड़ी बैठक
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 17 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जहां एक और विपक्षी दल गठबंधन की कोशिश में मंगलवार को एकजुट हो रहे हैं. वहीं इस गठबंधन की बैठक के जवाब में दिल्ली के अशोका होटल में एनडीए भी एक बड़ी बैठक करने जा रही है, जिसमें कि भाजपा के अलावा 29 दलों के नेता शामिल होंगे. 

पिछले महीने पटना में हुई विपक्षी एकता की बैठक को देखते हुए बीजेपी ने शिवसेना की तरह एनसीपी में सेंध लगाते हुए अजित पवार को अपने खेमे में मिलाकर महाराष्ट्र में एनडीए की ताकत बढ़ाई है. वहीं इसके अलावा चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, ओम प्रकाश राजभर, उपेन्द्र कुशवाह से मनमुटाव को दूर कर एनडीए में शामिल कराकर एनडीए का कुनबा बढ़ाकर विपक्षी एकता को चुनौती को स्वीकार किया है. 

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18 जुलाई को दिल्ली में होने वाली एनडीए बैठक में दलों की सूची इस प्रकार हैं,

1. बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)

2. एआईएडीएमके (अखिल भारतीय अन्ना डीएमके)

3. शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट)

4. एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी मेघालय)

5. एनडीपीपी (नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी)

6. एसकेएम (सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा)

7. जेजेपी (जननायक जनता पार्टी)

8. आईएमकेएमके (इंडिया मक्कल कालवी मुनेत्र कड़गम)

9. आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन)

10. आरपीआई (रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया)

11. एमएनएफ (मिज़ो नेशनल फ्रंट)

12. टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस)

13. आईटीएफटी (त्रिपुरा)

14. बीपीपी (बोडो पीपुल्स पार्टी)

15. पीएमके (पतली मक्कल कच्ची)

16. एमजीपी (महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी)

17. अपना दल

18. एजीपी (असम गण परिषद)

19. राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी

20. निषाद पार्टी

21. यूपीपीएल (यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल असम)

22. AIRNC (अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस पुड्डुचेरी)

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23. शिरोमणि अकाली दल सयुंक्त (ढींढसा)

24. जनसेना (पवन कल्याण)

25.  एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार)

26. लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास पासवान)

27. HAM (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, जीतन राम मांझी)

29. रालोसपा (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी उपेन्द्र कुशवाहा)

30. एसबीएसपी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ओम प्रकाश राजभर)

मॉनसून सत्र से पहले दोनों खेमों की ओर से की जा रही माहौल बनाने की कोशिश 

दरअसल संसद के मॉनसून सत्र से पहले 17 जुलाई और 18 जुलाई को विपक्षी दल अपनी एकता दिखाकर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देश में एंटी बीजेपी माहौल बनाना चाहते थे. लेकिन बीजेपी ने भी मोर्चा संभालते हुए 18 जुलाई को एनडीए की बैठक बुलाई है. इसके जरिए बीजेपी विपक्षी एकता को अपनी बढ़ती ताकत का अहसास कराएगी. 

क्या एनडीए में शामिल होगी टीडीपी?

यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि बीजेपी अभी तक अपने पुराने सहयोगी दल अकाली दल और टीडीपी को एनडीए में शामिल कराने के में सफल नहीं हो पाई है. बीजेपी और टीडीपी गठबंधन की चर्चा इसलिए भी है क्योंकि कुछ दिनों पहले चंद्रबाबू नायडू ने अमित शाह और जे पी नड्डा से मुलाकात की थी. बताते चलें कि गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के अपने दौरे पर विशाखापट्टनम में वायएसआर कांग्रेस सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बताया था. उसके अगले दिन ही नड्डा ने भी तिरुपति में राज्य सरकार पर हमला बोला था. लेकिन टीडीपी इस बात से भी नाराज है कि केंद्र सरकार ने राज्य को दस हजार करोड़ का पैकेज दिया, लेकिन इसका श्रेय बीजेपी ने क्यों नहीं लिया.

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पिछले सप्ताह सीएम जगन मोहन रेड्डी दिल्ली में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले थे. इसके अलावा पिछले हफ्ते ही बीजेपी ने एम टी रामाराव की बेटी डी पुरंदेश्वरी को आंध्र बीजेपी का अध्यक्ष बना थे. ये जानते हुए कि चंद्रबाबू जो उनके रिश्तेदार हैं, उनके साथ उनका छत्तीस का आंकड़ा है.

ये ही कारण है कि बीजेपी इन विरोधाभासी कदमों के चलते टीडीपी गठबंधन को लेकर अधिक आश्वस्त नहीं है.

अकाली दल को लेकर भी सस्पेंस

दूसरी तरफ बीजेपी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी से गठबंधन किया था. लेकिन उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं आए. उसके बाद पंजाब में लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में भी बीजेपी को वो सफलता नहीं मिली जितनी उम्मीद थी.

बीजेपी की तरफ से अकाली दल से गठबंधन को लेकर पहले ही साफ- साफ संकेत दिए गए हैं कि 117 विधानसभा सीटों पर बीजेपी गठबंधन के साथ 23 सीटों पर लड़ती थी, लेकिन अब ज्यादा सीटें 45 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. बीजेपी गठबंधन में लोकसभा की 13 सीटों में से बीजेपी 3 सीटों पर लड़ती थी, अब पांच सीटों पर लड़ना चाहती है. बीजेपी अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर पर लड़ती थी, लेकिन अब जालंधर और लुधियाना पर भी लड़ना चाहती है. सूत्रों की माने तो अकाली दल बीजेपी की इन शर्तों के साथ गठबंधन के लिए तैयार नहीं हैं. गठबंधन के खटाई में पढ़ने की एक वजह यह भी मानी जा रही है कि अकाली दल समान नागरिक संहिता (UCC) के खिलाफ है.

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सूत्रों के अनुसार बीजेपी का एक बड़ा वर्ग ये भी चाहता है कि जिस तरह से कांग्रेस, अकाली दल से निकलकर बड़े-बड़े नेता बीजेपी में शामिल हों रहें हैं, उससे बीजेपी की ताकत पंजाब में 2022 की तुलना में बहुत बढ़ गई है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा वैसे-वैसे इन पार्टियों के साथ आम आदमी पार्टी के नेता भी बीजेपी शामिल होंगे. इन बीजेपी नेताओ का मानना है कि अकाली दल अब डूबता हुआ जहाज है, इसलिए अकाली दल से गठबंधन से पार्टी को ज्यादा फायदा नहीं देगा. 

एनडीए की बैठक में शामिल होंगे 38 दल 

जहां एक ओर अब तक सिर्फ NDA के 30 दलों की सूची सामने आई थी, इस बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एनडीए की बैठक में 38 दल शामिल होंगे. पिछले नौ साल में एनडीए का ग्राफ बढ़ा है. विकास का एजेंडा बढ़ाने के लिए जो लोगों की चाहत बढ़ी है, उसके कारण एनडीए का विस्तार हुआ है. गुड गवर्नेंस पिछले नौ साल में मोदी जी के नेतृत्व में दिया गया है. 

न्यूट्रल स्थिति में कुछ दल 

जहां एक ओर देश की सियासत में दो धड़े साफ दिखाई दे रहे हैं, तो वहीं कुछ राजनीतिक दल ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इनमें ओडिशा की बीजू जनता दल, आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दल हैं. ये दल न अभी बीजेपी के साथ आए हैं और न ही कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी महाजुटान में.

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विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे ये दल 

1. कांग्रेस: सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल 

2. टीएमसी: ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी 

3. सीपीआई: डी राजा 

4. सीपीआईएम: सीताराम येचुरी 

5. एनसीपी: शरद पवार, जितेंद्र आह्वाड़, सुप्रिया सुले 

6. जदयू: नीतीश कुमार, ललन सिंह, संजय झा 

7. डीएमके: एमके स्टालिन, टी.आर बालू 

8. आम आदमी पार्टी: अरविंद केजरीवाल 

9. झारखंड मुक्ति मोर्चा: हेमंत सोरेन 

10. शिवसेना (UBT): उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राउत 

11. आरजेडी: लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, मनोज झा, संजय यादव 

12. समाजवादी पार्टी: अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव, जावेद अली खान, लाल जी वर्मा, राम अचल राजभर, आशीष यादव 

13. जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस: उमर अब्दुल्ला 

14. पीडीपी: महबूबा मुफ्ती 

15. सीपीआई (ML): दीपांकर भट्टाचार्य 

16. आरएलडी: जयंत सिंह चौधरी 

17. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग: केएम कादर मोहिदीन और पीके कुणाली कुट्टी 

18. केरल कांग्रेस (M): जोश के मणि 

19. एमडीएमके: थिरु वाइको, जी रेणुगादेवी 

20. वीसीके: थिरु थिरुमावालवन, रवि कुमार 

21. आरएसपी: एनके प्रेमचंद्रन 

22. केरला कांग्रेस: पीजे जोसेफ, फ्रांसेस जॉर्ज के 

23. केएमडीके: थिरु ई.आर ईस्वरम, एकेपी चिनराज 

24. एआईएफबी: जी देवराजन

 

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