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गलत नक्शा, विदेशी फंडिंग... क्यों गिरफ्तार हुए न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ?

प्रबीर पुरकायस्थ को न्यूज़क्लिक के मानव संसाधन प्रमुख अमित चक्रवर्ती के साथ मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस द्वारा न्यूज़क्लिक परिसर और न्यूज़ पोर्टल से जुड़े कई पत्रकारों और कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है. प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को ऐसा नक्शा बनाने के लिए 115 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी फंडिंग मिली थी.

न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ (फाइल फोटो) न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ (फाइल फोटो)
श्रेया चटर्जी
  • नई दिल्ली,
  • 05 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 6:59 AM IST

न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ्तारी की वजह बताते हुए बुधवार को दिल्ली पुलिस ने कहा कि, उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं. दिल्ली पुलिस ने कहा कि,  ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ने अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर को भारत का हिस्सा न दिखाने का वैश्विक एजेंडा चलाया था.

इंडिया टुडे के मुताबिक,  पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए जो रिमांड आवेदन किया है, उसमें दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि उनके पास प्रबीर पुरकायस्थ और अमेरिकी टेक मुगल नेविल रॉय सिंघम के बीच के ईमेल ट्रेल्स हैं. इनमें चर्चा की गई है कि भारत का नक्शा कैसे बनाया जाए जहां कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश "विवादित क्षेत्र" के रूप में दिखाया जाएंगे. 

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मंगलवार को हुई थी प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ्तारी
प्रबीर पुरकायस्थ को न्यूज़क्लिक के मानव संसाधन प्रमुख अमित चक्रवर्ती के साथ मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस द्वारा न्यूज़क्लिक परिसर और न्यूज़ पोर्टल से जुड़े कई पत्रकारों और कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है.

पुलिस के मुताबिक, प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को ऐसा नक्शा बनाने के लिए 115 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी फंडिंग मिली थी. पुलिस ने कहा कि न्यूज़क्लिक को 2018 से अवैध तरीकों के जरिए करोड़ों रुपये की विदेशी धनराशि प्राप्त हुई है. इसमें कहा गया है कि नेविल रॉय सिंघम द्वारा कई संस्थाओं के जरिए जटिल वेब के जरिए धोखाधड़ी से धन दिया गया था. 

गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड़ से भी लिंक
दिल्ली पुलिस ने यह भी आरोप लगाया कि न्यूज़क्लिक में शेयरधारक गौतम नवलखा ने प्रतिबंधित नक्सली संगठनों के साथ काम किया था और आईएसआई एजेंट गुलाम नबी फई के साथ राष्ट्र विरोधी सांठगांठ थी. पुलिस के अनुसार, प्रबीर पुरकायस्थ को मिली विदेशी धनराशि गौतम नवलखा और कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ सहित अन्य को भेजी गई थी.

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सरकार के प्रयासों को बदनाम करने के लिए फैलाई झूठी कहानी
पुलिस ने कहा कि इन फंड का इस्तेमाल सार्वजनिक जीवन को बाधित करने और किसानों के विरोध के माध्यम से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए भी किया गया था. इसके अलावा, प्रबीर पुरकायस्थ 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने की साजिश में लगे हुए थे. पुलिस ने कहा कि न्यूज़क्लिक ने कोविड-19 महामारी को रोकने में केंद्र सरकार के प्रयासों को बदनाम करने के लिए एक "झूठी कहानी" भी प्रचारित की.

दिल्ली पुलिस ने मांगी 15 दिन की रिमांड
इसमें कहा गया है कि ये "झूठी कहानियां" 'पीपुल्स डिस्पैच पोर्टल' के माध्यम से फैलाई गईं, जिसका स्वामित्व और रखरखाव न्यूज़क्लिक द्वारा "अवैध रूप से प्राप्त" विदेशी फंड का उपयोग करके किया जाता है. दिल्ली पुलिस ने प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती की 15 दिनों की रिमांड की मांग करते हुए कहा कि उनसे 4.3 लाख ईमेल के बारे में पूछताछ करने की जरूरत है, जो प्रवर्तन निदेशालय ने न्यूज़क्लिक कर्मचारियों से जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकाले थे.

छापेमारी अभी बाकीः दिल्ली पुलिस
पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपियों से ईमेल की सामग्री के बारे में पूछताछ की जाएगी, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के बीच असंतोष पैदा करने की साजिश दिखाई गई है. इसके अलावा, इसमें कहा गया है कि न्यूज़क्लिक कार्यालय पर छापेमारी अभी पूरी नहीं हुई है और प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती से पूछताछ के बाद भी छापेमारी जारी रहेगी.

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