
कोरोना संकट के बीच 15वें जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत आज शनिवार को हो गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे. तो वहीं पंजाब में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक खाली करने पर हामी भरते हुए कहा कि अगले 15 दिनों के लिए रेलवे ट्रैकों को तमाम पैसेंजर और कार्गो ट्रेनों के लिए खाली कर दिया जाएगा. पढ़ें, शनिवार शाम की 5 बड़ी खबरें...
1. LIVE: 15वां G-20 शिखर सम्मेलन शुरू, थोड़ी देर में होगा PM मोदी का संबोधन
जी-20 देशों के नेताओं की इस साल यह दूसरी बैठक है. इससे पहले इसी साल मार्च में बैठक हुई थी. आज से शुरू हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन का फोकस कोरोना महामारी के प्रभावों, भविष्य की स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कदमों पर होगा.
2. लव जेहाद पर BJP-JDU के अलग सुर, गिरिराज के बयान पर कहा- चर्चा जरूरी नहीं
केंद्रीय मंत्री और बिहार में बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी लव जिहाद को लेकर कानून बनाने के लिए काम करने की जरूरत है. लव जिहाद कैंसर की तरह है और देश के कई राज्य लव जिहाद को लेकर कानून बनाने की मुहिम में लग चुके हैं.
3. पंजाब: रेलवे ट्रैक से हटने को किसान राजी, सरकार को दी 15 दिन की मोहलत
पंजाब में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक खाली करने पर हामी भरते हुए कहा कि अगले 15 दिनों के लिए रेलवे ट्रैकों को तमाम पैसेंजर और कार्गो ट्रेनों के लिए खाली कर दिया जाएगा. सोमवार से पंजाब के तमाम रेलवे ट्रैकों को किसान संगठन पैसेंजर और कार्गो ट्रेनों के लिए खाली करने पर राजी हो गए हैं.
4. पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी का राष्ट्रवाद को लेकर विवादित बयान, शिया धर्मगुरु ने साधा निशाना
हामिद अंसारी ने राष्ट्रवाद को बीमारी बताया है. शशि थरूर की नई किताब 'द बैटल ऑफ बिलॉन्गिंग' के विमोचन के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा कि फिलहाल देश ऐसे ‘प्रकट और अप्रकट’ विचारों एवं विचारधाराओं से खतरों से गुजर रहा है जिसमें देश को 'हम और वो' के काल्पनिक श्रेणी के आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है.
छोटे हथियारों के लिए भारत में खुद अपना ही विशाल बाजार है. भारत के पास न तो टेक्नोलॉजी, इन्फ्रास्ट्रक्चर या क्षमता की कमी है और न ही इंजीनियर्स या साइंटिस्ट की, इसके बावजूद भारत छोटे हथियारों के मामले में भी आत्मनिर्भर नहीं हो पाया है.