
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. असम में ऐतिहासिक कार्बी आंगलोंग समझौता हुआ है. वहीं पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुमन रॉय ने पार्टी छोड़ दी है. अफगान की कुछ महिलाओं ने आजतक से बात करते हुए अपनी बेबसी बताई है. वहीं महाराष्ट्र के एक वीडियो को लेकर सोशल साइट यूजर्स सवाल खड़े कर रहे हैं. पढ़ें, शनिवार शाम की पांच बड़ी खबरें...
1. Paralympics: बैडमिंटन में भारत का धमाकेदार खेल, प्रमोद ने जीता गोल्ड, मनोज को मिला कांस्य
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. शनिवार को उन्होंने बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएल3 फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के वर्ल्ड नंबर-2 डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से हराया. इसके साथ ही 33 साल के प्रमोद भगत पैरालंपिक के बैडमिंटन इवेंट में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए हैं.
2. असम में कार्बी आंलगोंग समझौता, शाह की मौजूदगी में ऐतिहासिक करार
केंद्र सरकार ने आज शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), असम के मुख्यमंत्री डॉक्टर हिमंत बिस्वा सरमा और कार्बी संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में त्रिपक्षीय कार्बी शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए. समझौते के बाद अमित शाह ने कहा कि असम में कार्बी आंगलोंग समझौता हुआ है. यह एक ऐतिहासिक समझौता है.
3. बंगाल में बीजेपी को एक और झटका, विधायक सुमन रॉय TMC में शामिल
पश्चिम बंगाल में विधानसभा उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी को तगड़ा झटका लगा है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुमन रॉय ने पार्टी छोड़ दी है और उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
4. महाराष्ट्र: मंत्री के भीड़ वाले वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स का सवाल- त्योहारों पर प्रतिबंध क्यों?
महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड के एक ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो डाला. यह वीडियो भिवंडी का है. इस वीडियो में काफी भीड़ देखी जा रही है. जहां पर एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) कार्यकर्ता बाइक पर सवार होकर उनका स्वागत कर रहे हैं. इस वीडियो में आव्हाड के काफीले के स्वागत में लगे कार्यकर्ताओं की जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है.
5. बाहर काम करने पर 7 गोलियां दागीं, आंखें निकाल दीं... अफगान महिला की जुबानी तालिबान के जुल्म की कहानी
अफगानिस्तान में तालिबान का महिलाओं पर जुल्म किसी से छिपा नहीं है. 20 साल पहले भी तालिबान महिलाओं के खिलाफ वहीं बर्बरता दिखाता था और आज भी उसकी सोच और हरकतें उस ओर इशारा करती हैं. अब आजतक ने अफगानिस्तान की दो ऐसी महिलाओं से बात की है जिन्होंने आगे बढ़कर काम करने की कोशिश तो की, लेकिन वे तालिबान की क्रूरता का शिकार हो लीं.