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नीरव मोदी की ‘घर वापसी’ का रास्ता साफ, जानें क्या है पूरा मामला?

लंदन की अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की ‘घर वापसी’ का रास्ता साफ कर दिया. अदालत ने नीरव के खिलाफ चल रहे प्रत्यर्पण मामले में आज गुरुवार को फैसला सुना दिया और अब उन्हें भारत वापस आना ही होगा. जानें क्या है पूरा मामल.

नीरव मोदी (Photo:File) नीरव मोदी (Photo:File)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST
  • नीरव के खिलाफ दोषी ठहराए जाने के पर्याप्त सबूत
  • नहीं काम आई भारत में खराब जेलों की दलील
  • 13,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी में हैं वांछित

लंदन की अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की ‘घर वापसी’ का रास्ता साफ कर दिया. अदालत ने नीरव के खिलाफ चल रहे प्रत्यर्पण मामले में आज गुरुवार को फैसला सुना दिया और अब उन्हें भारत वापस आना ही होगा. जानें क्या है पूरा मामला.

दोषी ठहराए जाने के पर्याप्त सबूत
लंदन की अदालत ने अपने आज के फैसले में कहा कि भारत सरकार द्वारा पेश साक्ष्य दमदार हैं. पिछले महीने 8 जनवरी को अदालत ने इस मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी. आज जब अदालत ने फैसला सुनाया तो कहा कि इन साक्ष्यों के आधार पर नीरव मोदी को दोषी ठहराया जा सकता है.

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भारत में देने हैं कई सवालों के जवाब
जज सैमुअल गोजी ने कहा कि नीरव मोदी को भारत में कई सवालों के जवाब देने हैं. साथ ही इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि अगर उन्हें भारत प्रत्यर्पित किया गया तो उनके साथ न्याय नहीं होगा.

'भारत की जेलों की हालात संतोषजनक'
नीरव मोदी के प्रत्यपर्ण मामले की सुनवाई के दौरान लंदन की वेस्टमिंस्टर जेल में उसकी ओर से पेश वकील क्लेयर मोंटगोमेरी ने आर्थर रोड जेल में व्यवस्थाओं की कमियों को उनके बचाव की दलील के तौर पर पेश किया था. इस पर अदालत ने आज के फैसले में भारत में जेलों के हालात को लेकर संतुष्टि जताई. 

अभी लंदन की जेल में है नीरव
वर्तमान में नीरव मोदी लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में हैं. पीएनबी धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही भारतीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई के आग्रह के बाद 19 मार्च 2019 से मोदी लंदन की इस जेल में हैं.

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क्या है पीएनबी धोखाधड़ी मामला
ये पूरा घोटाला नीरव मोदी की तीन कंपनियों, उसके अधिकारियों, पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से किया गया. यह 13,000 करोड़ से अधिक की बैंक धोखाधड़ी का मामला है. नीरव मोदी ने पीएनबी की बार्टी हाउस शाखा के अधिकारियों के साथ मिलकर 11,000 करोड़ रुपये से अधिक फर्जी ऋणपत्रों के माध्यम से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया. बाद में अन्य बैंकों के साथ धोखाधड़ी की जानकारी भी सामने आयी. इस तरह नीरव मोदी पर करीब 13,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप हैं. 

पोंजी जैसी योजना में शामिल नीरव
मामले की सुनवाई के दौरान भारतीय जांच एजेंसियों का प्रतिनिधित्व करने वाले क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) ने ब्रिटेन की कोर्ट को बताया था कि नीरव मोदी एक 'पोंजी जैसी योजना' में शामिल था. वह मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार है यानी कि इसी के चलते पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ भारी धोखाधड़ी हुई.

परिवार के और सदस्यों पर भी आरोप
सीबीआई ने मामले की जांच के दौरान नीरव मोदी समेत उनकी पत्नी एमी मोदी, भाई निशल मोदी और अंकल मेहुल चौकसी को भी आरोपी बनाया है. इसके अलावा मोदी की सभी कंपनियों और बैंक अधिकारी और कर्मचारी भी जांच के दायरे में हैं

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