
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शनिवार को एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शिरकत की. इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान देने की अभी तक औपचारिक पेशकश नहीं हुई है. दरअसल, हाल में अमेरिका की ओर से भारत को F-35 लड़ाकू विमान देने की खबर सामने आई थी. इसकी महंगी कीमत को लेकर जब एयर चीफ मार्शल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी इसपर कोई कमेंट करना सही नहीं है. अभी कोई औपचारिक पेशकश नहीं हुई है. एक लंबी प्रक्रिया है. अभी एयरफोर्स ने इसका विश्लेषण नहीं किया है.
हम हर स्थिति के लिए तैयार रहते हैंः एयर चीफ मार्शल
बालाकोट ऑपरेशन का जिक्र करते हुए जब एयर चीफ मार्शल से भविष्य की चुनौतियों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम पहले से ये नहीं बता सकते हैं कि हमें क्या करना है. लेकिन ये स्थिति पर निर्भर करता है कि हमारा अगला प्लान क्या है. हमारे पास कई विकल्प होते हैं. इस दौरान एपी सिंह ने बालाकोट का जिक्र करते हुए कहा कि अगर सरकार का समर्थन नहीं होता तो बालाकोट जैसा ऑपरेशन नहीं होता.
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'दुनिया में चल रहे तमाम युद्धों से हमने बहुत कुछ सीखा'
रूस-यूक्रेन और इजरायल हमास संघर्षों का उदाहरण देते हुए एपी सिंह ने कहा कि दुनियाभर में चल रहे संघर्षों से हमने बहुत कुछ सीखा है. अब युद्ध बहुत एडवांस लेवल पर लड़ा जा रहा है. टेक्नोलॉजी काफी अहम रोल निभा रही है. हम लगातार एनालिसिस करते रहते हैं. जरूरतों के हिसाब से हमें अपनी क्षमताओं को बढ़ाना भी है.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दौरान में टेक्नोलॉजी तो बहुत जरूरी है ही लेकिन उसके साथ टैक्टिक्स भी काफी अहम है. हम टैक्टिक्स और टेक्नोलॉजी को मिक्स करके आगे बढ़ते हैं. एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हमें अन्य देशों की तुलना में एडवांस रहना ही होगा. ये वक्त की मांग है. आप चाकू लेकर बंदूक वाले शख्स से नहीं लड़ सकते हैं. इसलिए हमें क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर देना होगा.
एपी सिंह ने कहा कि हम फ्यूचर रेडी और नाऊ रेडी वाले सिद्धांत पर काम करते हैं. स्वदेशी हथियारों और टेक्नोलॉजी के सवालों पर उन्होंने कहा कि हमें फेल होने के लिए तैयार रहना होगा तभी सफल होंगे. हमें अपने इनोवेशन में तेजी लाने की जरूरत है.