
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने के संकेत दिए हैं. लेकिन उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने दो टूक कह दिया है कि उनकी पार्टी विपक्षी INDIA गठबंधन के साथ बनी रहेगी.
उमर का ये बयान फारूख के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
उमर ने फारूक अब्दुल्ला के बयान के बारे में कहा कि उनके पिता ने जो कहा, वह उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं की इच्छा को दर्शाता है.
सीट शेयरिंग को लेकर क्या बोले उमर?
उमर अब्दुल्ला ने सीट शेयरिंग को लेकर कहा कि पिछले कुछ महीनों से हम बहुत स्पष्ट हैं. जिन सीटों के लिए चर्चा होगी, वे सीटें ऐसी हैं जिन पर बीजेपी काबिज है. हम अपने इस रुख पर कायम हैं.
उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस हमेशा स्पष्ट रही है कि हम सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे लेकिन ये भी सच है कि कभी-कभी बड़े उद्देश्य के लिए छोटे-छोटे बलिदान देने पड़ते हैं. अगर बड़ा उद्देश्य ये है कि हमें बीजेपी के चंगुल से सीटें जीतनी है तो पार्टी के लिए ये जरूरी है कि वे कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग करे. बातचीत के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं.
उन्होंने कहा कि हमने सीट शेयरिंग पर कांग्रेस से औपचारिक बातचीत नहीं की है. अनौपचारिक तौर पर कुछ बातें जरूरी हुई हैं. हम ऐसी पार्टी नहीं है , जो कई जहाजों पर सवार हो. हम एक बार दोस्ती कर लेते हैं तो दोस्तों के साथ विश्वासघात करते हैं. उमर ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस INDIA गठबंधन के साथ बना रहेगा. बता दें कि
क्या कहा था फारूक अब्दुल्ला ने?
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने के संकेत दिए थे. मीडिया से बात करते हुए फारूक ने कहा था कि वो किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे. उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में अकेले चुनाव लड़ेगी.
फारूख ने श्रीनगर में कहा था कि मैं समझता हूं कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होंगे. जहां तक सीट शेयरिंग के फॉर्मूले की बात हैं तो बता दूं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले चुनाव लड़ेगी और इस बारे में कोई शक नहीं है.
आजतक से बात करते हुए फारूख अब्दुल्ला ने कहा है कि मुझे देश बनाने के लिए जो करना पड़ेगा, वो करूंगा. वहीं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात के सवाल पर कहा कि जब वो बुलाएंगे तो कौन बात नहीं करना चाहेगा.
उन्होंने कहा था कि हम लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेंगे. किसी भी पार्टी के साथ नहीं लड़ेंगे. वहीं एनडीए में शामिल होने पर कहा, हम भविष्य में एनडीए में शामिल होने की संभावनाओं को नकार नहीं सकते. उन्होंने बताया कि इंडिया ब्लॉक में सीटों की शेयरिंग पर बातचीत फेल हो गई, जिसकी वजह से ये फैसला लिया है.