
कोरोना से लड़ाई में सरकार ने एक और अहम फैसला लिया है. सरकार ने वैक्सीनेशन प्रोग्राम में तेजी लाने के लिए मंगलवार को बताया कि अब वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है. लोग अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर जाकर ऑन साइट रजिस्ट्रेशन करवाकर भी वैक्सीन लगवा सकते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि अब वैक्सीन के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं है. 18 साल से ऊपर के लोग अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर जाकर ऑन साइट रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और वैक्सीन लगवा सकते हैं. सरकार के इस फैसले का सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों और मोबाइल इंटरनेट इस्तेमाल नहीं करने वाले लोगों को मिलेगा.
हाल ही में वैक्सीन के लिए कोविन पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने की अनिवार्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार भी लगाई थी.
भारत में वैक्सीन की वजह से पहली मौत की पुष्टि, 68 साल के बुजुर्ग की गई थी जान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 13 जून तक कोविन पर रजिस्टर्ड 28.36 करोड़ लोगों में से 16.45 करोड़ यानी 58% लोग ऐसे थे, जिन्होंने ऑन साइट रजिस्ट्रेशन करवाया था. इतना ही नहीं, 13 जून तक कोविन पर दर्ज कुल 24.84 करोड़ डोज में से 19.84 करोड़ यानी 80% डोज ऑन साइट या वॉक इन वैक्सीनेशन के माध्यम से दिए गए हैं.
देश में 16 जनवरी को कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हुआ था. तब से लेकर अब तक 151 दिन हो चुके हैं. इतने दिनों में 26.17 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं. इनमें से 21.24 करोड़ लोगों को एक डोज और 4.92 करोड़ को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है.
23.5 करोड़ को वैक्सीन लगी, मौतें सिर्फ 0.0002%
मंगलवार को ही देश में वैक्सीन से पहली मौत की पुष्टि हुई थी. इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि 16 जनवरी से 7 जून तक 23.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई. इनमें से सिर्फ 0.0002% मौतें हुईं. इस कारण कोरोना से हो रही मौतों के मुकाबले वैक्सीनेशन के बाद मौत का जोखिम न के बराबर है.