
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद और लड्डुओं में मिलावट के मामले के बीच कर्नाटक सरकार ने एक सर्कुलर जारी किया है. सरकार ने मंदिरों में सिर्फ एक ब्रांड का घी इस्तेमाल करने का आदेश दिया है. सर्कुलर के अनुसार मुजराई विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी मंदिरों में अब सिर्फ नंदिनी घी इस्तेमाल किया जाएगा.
'100 प्रतिशत तक बढ़ाएंगे नंदिनी घी का इस्तेमाल'
कर्नाटक के मुजराई मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा, 'कर्नाटक के सभी प्रमुख मंदिरों को प्रसाद में सिर्फ केएमएफ के नंदिनी घी का इस्तेमाल करने के लिए आज या कल सर्कुलर जारी किया जाएगा. हम कर्नाटक के प्रमुख मंदिरों में दिए जाने वाले प्रसाद की भी जांच करेंगे.'
रामलिंगा रेड्डी ने कहा, 'कर्नाटक के सभी मंदिरों को नंदिनी घी का इस्तेमाल करना चाहिए. मैं आज एक सर्कुलर जारी करूंगा. हम पहले से ही 99 प्रतिशत मंदिरों में नंदिनी घी का इस्तेमाल कर रहे हैं और हम सभी मंदिरों में इसका इस्तेमाल 100 प्रतिशत तक बढ़ाएंगे.'
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, तिरुपति मंदिर ट्रस्ट ने जुलाई में घी के सैंपल गुजरात की लैब भेजे थे, जिसकी रिपोर्ट 18 सितंबर को सामने आई है. अगस्त 2023 में जगन सरकार ने ही तेलंगाना की AR Dairy कंपनी को घी सप्लाई का काम दिया था. इससे पहले कर्नाटक कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) की कंपनी नंदिनी ब्रांड घी सप्लाई का काम करती थी.
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने तत्कालीन जगन मोहन रेड्डी सरकार पर मिलावटी तेल का इस्तेमाल करवाए जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस साल गड़बड़ी सामने आने पर अगस्त में AR डेयरी को ब्लैक लिस्ट कर दिया और नंदिनी ब्रांड को फिर जिम्मेदारी दे दी है.
'भगवान के नाम पर राजनीति की जा रही है'
इस हफ्ते की शुरुआत में आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछली जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने के लिए जानवरों की चर्बी और अन्य घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम ने कहा, 'भगवान के नाम पर राजनीति की जा रही है.'