Advertisement

'ओह तो ये बात थी, हमाम में सब नंगे हैं...', SEBI चीफ पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद विपक्ष हमलावर

हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट किया था. इसमें एक भारतीय कंपनी से जुड़े एक और बड़े खुलासे का संकेत दिया गया था. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म ने पोस्ट में लिखा था, “भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है”.

हिंडनबर्ग रिसर्च हिंडनबर्ग रिसर्च
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 1:02 PM IST

अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) एक बार फिर सुर्खियों में है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने दावा किया है कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से पता चला है कि SEBI चेयरमैन की अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल की गई अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी.

हिंडनबर्ग रिसर्ट ने X पर की पोस्ट
हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट किया था. इसमें एक भारतीय कंपनी से जुड़े एक और बड़े खुलासे का संकेत दिया गया था. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म ने पोस्ट में लिखा था, “भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है”.

Advertisement

दावे के बाद विपक्ष हमलावर
हिंडनबर्ग के दावे के तुरंत बाद विपक्ष हमलावर हो गया है. शिवसेना (UBT) प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'हमें अब पता चला कि आखिर हमारी चिट्ठियों पर कोई जवाब क्यों नहीं दिया गया और वह संज्ञान में क्यों नहीं ली गईं. हमाम में सब नंगे हैं.'

महुआ मोइत्रा ने भी कसा तंज

वहीं, TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने भी X पर पोस्ट कर हमला बोला है.

रिपोर्ट में किया गया है ये दावा
शनिवार शाम को हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक और पोस्ट करते हुए अपनी वेबसाइट पर इस खुलासे दावा करते हुए इससे संबंधित रिपोर्ट शेयर की. हिंडनबर्ग ने इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप और SEBI चीफ के बीच लिंक होने का दावा किया गया है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया है कि व्हिसलब्लोअर से मिले दस्तावेजों से पता चलता है जिन ऑफशोर संस्थाओं का इस्तमाल अडानी मनी साइफनिंग स्कैंडल में हुआ, उसमें SEBI अध्यक्ष माधबी पुरी बुच की हिस्सेदारी थी.

Advertisement

जयराम रमेश ने भी कसा तंज
रिपोर्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने लिखा है, "व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून, 2015 को सिंगापुर में आईपीई प्लस फंड 1 के साथ अपना खाता खोला। आईआईएफएल के एक प्रिंसिपल द्वारा हस्ताक्षरित फंड की घोषणा में कहा गया है कि निवेश का स्रोत सैलरी है और दंपति की कुल निवेश 10 मिलियन डॉलर आंका गया है."

रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी X पर तंज किया है. 

वहीं टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने भी सेबी की स्वायत्तता पर सवाल उठाया है. उन्होंने X पर पोस्ट में लिखते हुए कथित एग्जिट पोल-स्टॉक मार्केट घोटाले का भी जिक्र किया.

बता दें कि जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अरबपति गौतम अडानी द्वारा नियंत्रित अडानी ग्रुप को टारगेट करते हुए एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की थी. इसके बाद अडानी समूह के शेयरों में करीब $86 बिलियन की गिरावट आ गई थी. शेयर की कीमत में इस भारी गिरावट ने बाद में समूह के विदेश में सूचीबद्ध बॉन्ड में भारी बिक्री दर्ज की गई थी. साथ ही सेबी ने भी हिंडनबर्ग को नोटिस जारी किया था.

नोट: आजतक ने आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए सेबी से संपर्क किया है, और जवाब मिलने पर रिपोर्ट को उसके अनुसार अपडेट किया जाएगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement