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2024 में विपक्ष की बारात का 'दूल्हा' तैयार है?

16 विपक्षी दलों ने 2024 के लिए क्या सोचा,अमेरिका से क्या लेकर लौटेंगे मोदी और इंटरनेट पर भिड़ेंगे अंबानी और मस्क और वेस्टइंडीज दौरे के लिए कितनी संतुलित है टीम? सुनिए 'दिन भर' में.

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चेतना काला
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  • 23 जून 2023,
  • अपडेटेड 8:28 PM IST

 

लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ख़िलाफ़ ऑपोजिशन यूनिटी बनाने की मुहिम कई महीनों से चल रही है. इसको अमलीजामा पहनाने के लिए आज पटना में 15 विपक्षी दलों का महाजुटान हुआ. इसमें ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और एमके स्टालिन समेत छह राज्यों के सीएम और अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती समेत 5 राज्यों के पूर्व सीएम शामिल हुए. इसके अलावा राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी बैठक में मौजूद रहे. विपक्षी दलों की इस महाबैठक पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निशाना साधते हुए कहा कि आज पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ओडिशा के कालाहांडी में एक रैली को संबोधित किया और वो भी लालू नीतीश पर टिप्पणी करना नहीं भूले. ऑपोजिशन की बैठक के बाद विपक्षी नेताओं ने एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन इसमें आप नेता अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की कुर्सी खाली दिखी. इनके अलावा तमिलनाडु के सीएम स्टालिन भी इस पीसी से दूर रहे. इन नेताओं की ग़ैरमौजूदगी पर नीतीश कुमार ने कहा कि इनकी फ्लाइट थी तो जल्दी चले गए. अब बारी थी आम आदमी पार्टी की. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से एक प्रेस नोट रिलीज़ किया. इसमें कहा गया कि दिल्ली में केंद्र सरकार के काले अध्यादेश के ख़िलाफ़ कांग्रेस को छोड़कर सभी विपक्षी पार्टियों ने राज्यसभा में वोटिंग की बात कही. अगर कांग्रेस इस ऑर्डिनेंस पर अपना स्टैंड क्लियर नहीं करती है तो आम आदमी पार्टी ऐसे किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी जिसमें कांग्रेस शामिल हो. कांग्रेस से मधुर रिश्ते ममता बनर्जी के भी नहीं रहे. लेकिन उन्होंने आज कहा कि सभी पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर सहमत हैं. एक तरफ जब ममता ये बात कह रही थीं, उससे थोड़ी देर पहले कांग्रेस सांसद और बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी टीएमसी को चोरों की पार्टी बता रहे थे. वो बोले कि पश्चिम बंगाल में ममता की जी हुजूरी कर कांग्रेस ने कभी राजनीति नहीं की है और ना करेगी. एक और बात इस बैठक से निकलकर आई कि विपक्षी नेताओं का अगला महाजुटान शिमला में होगा और जुलाई महीने में यह बैठक दो दिनों तक चलेगी. इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर और सीनियर जर्नलिस्ट राजदीप सरदेसाई पटना में ऑपोजिशन मीट को कवर कर रहे थे. हमने बात की मीटिंग के अंदर किन पॉइंट्स पर चर्चा हुई और इसके बड़े टेकअवेज़ क्या रहे?  सुनिए ‘दिन भर’ में.

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अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का आज तीसरा और आखिरी दिन है. वाशिंगटन और न्यूयार्क से आई ढेरों तस्वीरें हमने- आपने देखीं. दोनों देशों के बीच बाइलेटरल मीटिंग्स भी हुईं. कल साझी प्रेस कॉफ्रेंस भी हुई थी. मोदी के इस दौरे पर यूएस के पूर्व प्रेसीडेंट बराक ओबामा का भी बयान आया है. उन्होंने कहा कि अगर वो पीएम मोदी से मिलते तो उन्हें कहते कि अगर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बचाया नहीं गया तो ये अलगाव का कारण बन सकता है. आज इंडियन टाइम के मुताबिक पीएम रात के 8 बजे व्हाइट हाउस में India US Hi Tech Handshake इवेंट में शिरकत करेगें। इसके बाद वो केनेडी सेंटर और आखिर में रोनाल्ड रीगन सेंटर में होने वाली मीटिंग्स के बाद इजिप्ट के लिए रवाना होंगे। सुनिए ‘दिन भर’ में.

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जल्द ही भारत में हम दुनिया के दो सबसे बड़े बिज़नेस giants के बीच इंटरनेट वॉर देख सकते हैं. अमेरिका में अपने दौरे के पहले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात टेस्ला के सीईओ और ट्विटर के मालिक Elon Musk  से हुई थी। इस मुलाकात के बाद Elon ने कहा था कि वो अगले साल स्टारलिंक इंटरनेट भारत में लाना चाहते हैं। अब इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी Reuters ने कहा है कि इंडिया में मुकेश अम्बानी का रिलायंस जियो स्टारलिंक के रास्ते की रुकावट बनेगा। एक्चुअली आप जिस इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं उसे आप तक पहुंचाने के लिए एयरटेल, जियो या वोडाफोन जैसी कंपनियां सरकार से स्पेक्ट्रम खरीदती है। इस स्पेक्ट्रम को खरीदने के लिए नीलामी होती है। अब स्टारलिंक भारत में अपना इंटरनेट लेकर तो आना चाहता है लेकिन वो इस नीलामी का हिस्सा नहीं बनना चाहता। स्टारलिंक का कहना है कि सैटेलाइट ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम की नीलामी होने पर वो कंस्यूमर को महंगा पड़ेगा इसलिए सरकार को उसके लिए लाइसेंस देना चाहिए.  लेकिन इस बात से रिलायंस जिओ असहमत है। उनका कहना है कि हमे अपने देश के नियम किसी विदेशी कंपनी के दबाव में बदलने नहीं चाहिए बल्कि टेलीकॉम कंपनियों के साथ उन्हें भी नीलामी में ही शामिल होना चाहिए। सुनिए ‘दिन भर’ में.

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वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया से मिली करारी हार के बाद जैसी उम्मीद थी कि टीम इंडिया में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, वो आज देखने को मिले. जुलाई-अगस्त में होने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए टेस्ट और वनडे की टीमें अनाउंस हो गई हैं. लंबे समय से आउट फ़ॉर्म चल रहे चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट टीम स्क्वॉड में जगह नहीं मिली. यशस्वी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ को पहली बार टीम में जगह दी गई है. यशस्वी टेस्ट चैंपियनशिप में स्टैंडबाय प्लेयर के तौर पर टीम के साथ थे. उधर सरप्राइजिंगली मोहम्मद शमी को वेस्टइंडीज़ दौरे पर आराम दिया गया है. शमी की जगह मुकेश कुमार और नवदीप सैनी को स्क्वॉड में रखा गया है. अजिंक्या रहाने इस टीम के उप-कप्तान चुने गए हैं. वनडे टीम में भी कुछ बदलाव हुए हैं, उमरान मलिक, संजू सैमसन, ऋतुराज गायकवाड़, जयदेव उनादकट और मुकेश कुमार को वनडे के स्क्वाड में रखा गया है. तो टेस्ट और वनडे के लिए घोषित हुई भारतीय टीमें कितनी सरप्राइजिंग है या ऐसे सेलेक्शन की ही उम्मीद थी? सुनिए ‘दिन भर’ में.

 

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