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धान की खरीद टलने पर बवाल, झज्जर में किसानों पर पानी की बौछार, पंजाब में अकाली दल एक्टिव

केंद्र सरकार द्वारा धान की खरीद को लेकर लिए गए फैसले से किसान खफा हैं. पंजाब से लेकर हरियाणा तक शुक्रवार को इस मसले पर प्रदर्शन किया गया है.

पंजाब में अकाली दल भी कर रही है प्रदर्शन (फाइल फोटो) पंजाब में अकाली दल भी कर रही है प्रदर्शन (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 2:59 PM IST
  • धान खरीद को 11 अक्टूबर तक टाला गया
  • झज्जर में किसानों ने किया प्रदर्शन
  • चंडीगढ़ में अकाली दल ने भी किया हल्ला बोल

Paddy Procurement delay: केंद्र सरकार द्वारा धान की खरीद टालने के बाद किसानों में रोष है. दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है. पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में किसानों द्वारा इस मसले पर हंगामा भी किया गया है. पंजाब में अकाली दल भी इस मुद्दे को उछाल रहा है. 

हरियाणा के झज्जर में शुक्रवार को किसानों ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि किसानों की फसल बर्बाद हो रही है, लेकिन डिप्टी सीएम उनसे बात नहीं कर रहे हैं और यहां पर दौरा कर रहे हैं. किसानों का प्रदर्शन यहां पर उग्र हुआ तो पुलिस को उनपर काबू पाने के लिए पानी की बौछार करनी पड़ी.

पंजाब में अकाली दल एक्शन में

अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल की अगुवाई में शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया गया. अकाली दल ने यहां पर FCI के ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया. सुखबीर बादल ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार अपनी कुर्सी की लड़ाई में लगी हुई है और इसी वजह से पंजाब की मंडियों में फसल खरीद के इंतजाम नहीं है. केंद्र सरकार से फसल ना खरीदने का निर्देश भी पंजाब सरकार के द्वारा जान-बूझकर करवाया गया है.
 

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पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी इस मसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उठाएंगे. शुक्रवार को ही चरणजीत सिंह चन्नी को पीएम मोदी से मुलाकात करनी है. पंजाब सीएम पहले ही केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध कर चुके हैं. 

 

पंजाब के अटारी के रहने वाले किसान हरदीप सिंह का कहना है कि सरकार का इस तरह खरीद में देरी करना गलत फैसला है. पहले एक तारीख तय थी, ऐसे में किसान रात को ही मंडियों तक पहुंच गए थे लेकिन अब एन मौके पर तारीख बदल दी गई है. अब किसानों को नुकसान उठाकर फसल निकालनी पड़ रही है. 

आपको बता दें कि धान की खरीद पहले एक अक्टूबर से मंडियों में एमएसपी के हिसाब से शुरू होनी थी. लेकिन केंद्र सरकार ने गुरुवार को अचानक इसे 11 अक्टूबर कर दिया. केंद्र का तर्क है कि पंजाब-हरियाणा में बारिश ज्यादा होने की वजह से फसल को नुकसान हुआ है, ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए इसे दस दिन आगे बढ़ाया जा रहा है. 

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