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कश्मीर का गलत नक्शा किया पेश... भारत की दो टूक के बाद एससीओ समिट से पाकिस्तान ने बनाई दूरी

पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है. उसने एक बार फिर कश्मीर का गलत नक्शा दिखाने की कोशिश की. हालांकि भारत ने इस पर कड़ा विरोध जताया और दो टूक कहा कि अगर वह इसमें सुधार नहीं करता तो सैन्य चिकित्सा, स्वास्थ्य सेवा और महामारी में एससीओ सशस्त्र बलों के योगदान विषय पर आयोजित सम्मेलन में भाग न ले. वहीं भारत की आपत्ति के बाद पाकिस्तान सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ.

भारत कर रहा SCO समिट की मेजबानी (फाइल फोटो) भारत कर रहा SCO समिट की मेजबानी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 10:39 AM IST

पाकिस्तान ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के तहत एक भारतीय थिंक टैंक द्वारा आयोजित सैन्य चिकित्सा विशेषज्ञों के सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया. दरअसल मेजबान भारत ने कश्मीर के नक्शे को गलत दिखाने पर आपत्ति जताई थी. सूत्रों ने कहा कि एससीओ सशस्त्र बलों का सैन्य चिकित्सा, स्वास्थ्य सेवा और महामारी में योगदान विषय पर सम्मेलन में एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को भाग लेना था, लेकिन भारतीय पक्ष द्वारा मानचित्र के मुद्दे पर आपत्ति जताने के बाद उन्होंने सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया.

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सूत्रों के मुताबिक सम्मेलन से पहले एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर का एक गलत नक्शा दिखाया था, जिस पर भारत ने कड़ा विरोध जताया था. इसी के साथ ही भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी पक्ष से कहा था कि अगर वह सम्मेलन में भाग लेना चाहता है तो वह इस मैप को सही दिखाए.

इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (आईडीएसए) ने सम्मेलन की मेजबानी की. भारत एससीओ की अध्यक्षता में समूह के देशों से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों और संगोष्ठी की मेजबानी कर रहा है. एससीओ के सदस्य देशों में भारत के अलावा चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं.

SCO समिट के लिए PAK रक्षा मंत्री को भेजा न्योता

भारत ने अप्रैल में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को आमंत्रित किया है. राजनयिक सूत्रों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि भारत सरकार ने औपचारिक तौर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को आमंत्रित किया है. हालांक, पाकिस्तान की इस रिपोर्ट पर अभी तक भारत ने तत्काल कोई पुष्टि नहीं की है.  

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भारत ने इससे पहले एससीओ के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाल को भी आमंत्रित किया था. इसके साथ ही एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री को भी आमंत्रित किया था. हालांकि, पाकिस्तान के चीफ जस्टिस एससीओ के चीफ जस्टिस की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उनके बजाए जस्टिस मुनीब अख्तर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें शामिल हुए थे. 

काशी में 17-18 को हुई थी पर्यटन मंत्रियों की बैठक

भारत 17 और 18 मार्च को काशी में एससीओ के पर्यटन मंत्रियों की बैठक की मेजबानी की थी. इस बैठक में  एससीओ सदस्य देशों के बीच पर्यटन क्षेत्र में सहयोग के विकास को लेकर संयुक्त पर्यटन कार्य योजना को अपनाया गया. इससे पहले 14 और 15 मार्च को दूसरी पर्यटन विशेषज्ञ कार्य समूह की बैठक हुई थी.

2001 में हुआ था एससीओ का गठन

SCO की स्थापना 15 जून 2001 में की गई थी. इसकी स्थापना सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के मकसद से की गई थी. संगठन के सदस्यों में रूस, भारत, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. एससीओ की बैठक हर साल आयोजित की जाती है. फिलहाल भारत एससीओ का अध्यक्ष है.

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