
पंजाब और जम्मू-कश्मीर में आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए सीमा पार से ड्रोन के जरिये भारतीय सीमा में ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई की कोशिशें लगातार जारी हैं. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के खिलाफ ड्रोन ऑपरेशन तेज करने के लिए ISI ने जैश-ए-मोहम्मद की मदद से लाहौर में ड्रोन हब (Drone Hub) बनाया है, जिसमें बड़ी संख्या में चीन से मंगाए गए ड्रोन को रखा गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन हब की कमान जैश को सौंपी गई है. जैश के आतंकी इन ड्रोन को लाहौर से सटी पंजाब सीमा के साथ-साथ सियालकोट लेकर जाते हैं. जैश के आतंकियों ने जम्मू से सटे पाकिस्तान के सियालकोट (Sialkot) और पंजाब के डेरा बाबा नानक से सटे नारोवाल (Narowal) में ड्रोन को भारतीय सीमा में दाखिल कराने के लिए लांचिग सेंटर बनाए हैं.
जानकारों के मुताबिक ISI पंजाब के डेरा बाबा नानक और गुरदासपुर में ड्रोन के जरिए बड़े पैमाने पर हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई की साजिशें रचने में लगी हुई हैं. सीमा पार से दुश्मन की किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए बीएसएफ और सेना को सीमा पर पूरी तरह से अलर्ट है.
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान की तरफ से भारत के खिलाफ ड्रोन वाली साज़िश रची जा रही है. उसकी सेना और आतंकियों ने आईएसआई के कहने पर ड्रोन के जरिये हथियारों ड्रग्स और स्टिकी बम भेजने में लगे हुए हैं. पाकिस्तान की इस चाल को नाकाम करने के लिए बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (बीएसएफ) ने इंटरनेशनल बॉर्डर और LOC पर मोबाइल हंटिंग टीम तैनात कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक इस टीम में पूरा एक टेक्निकल विंग होगा, जो ड्रोन एक्टिविटी के इनपुट्स के आधार पर एक्शन लेगी. मकसद यही है कि सीमा पर कोई भी दुश्मन ड्रोन अगर नज़र आये तो उसको वहीं पर ध्वस्त कर देना है.
ड्रोन को लेकर क्या है खुफिया जानकारी
आजतक को एजेंसियों के हवाले से ख़बर मिली है कि पाकिस्तान ड्रोन से हथियार और ड्रग्स भेजने के लिए ISI ने कई ड्रोन सेंटर LOC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर तैयार किए हैं. यही नहीं, भारतीय सुरक्षा बलों को चकमा देने के लिए "डमी ड्रोन" में हथियार और विस्फोटक उतारने का प्लान तैयार किया है. यानी एक ड्रोन में हथियार और दूसरे डमी ड्रोन सुरक्षा बलों को चकमा देने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं. BSF सूत्रों के मुताबिक GPS कंट्रोल ड्रोन का ज़्यादा इस्तेमाल करने में जुटे पाकिस्तान के आकाओं के लिए ड्रोन हंटिंग टीम तैयार की गई है.
परिंदा कोड वर्ड का हो रहा था इस्तेमाल
गौरतलब है कि भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों ने एक चैटर डिकोड की थी, जिसमे पाकिस्तान, जम्मू के इंटरनेशनल बॉर्डर कठुआ, सांबा और हीरानगर सेक्टर से हथियार भेजने के लिए जिन ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है, उसके लिए बकायदे कोड वर्ड "परिंदा" प्रयोग किया जा रहा था. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान की ड्रोन भेजने वाली चाल की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी थी.
आजतक को बीएसएफ़ के सूत्रों ने बताया है कि बीएसएफ बॉर्डर पर 12 जगहों पर एंटी ड्रोन सिस्टम और ड्रोन हंटिंग टीम से लैस किया गया है.
किन-किन तरीकों से दुश्मन इस्तेमाल कर सकता है ड्रोन?
1. जानकर कहते हैं कि आतंकी हथियारों की कमी को दूर करने के लिए ड्रोन के जरिए पंजाब,जम्मू कश्मीर, राजस्थान, गुजरात के इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी के जरिए हथियार भेजने की तैयारी और ज्यादा भेज सकते हैं. हाल ही में पंजाब और जम्मू कश्मीर के कठुआ और सांबा बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने चीन निर्मित पाकिस्तान के कई ड्रोन अपने कब्जे में किए हैं, जिसमे हथियार और गोला-बारूद काफी मात्रा में मिला है.
2. डिफेंस एक्सपर्ट के मुताबिक पाकिस्तान इस ड्रोन का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर इंटरनेशनल बॉर्डर और LOC (लाईन ऑफ कंट्रोल) पर आतंकी घुसपैठ कराने के लिए पहाड़ी इलाकों के गैप पर नजर रखने के लिए कर सकता है इसके जरिए बड़ी आतंकी घुसपैठ की कोशिश पाकिस्तान कर रहा है.
3. आजतक को सुरक्षा एजेंसियों ने यह जानकारी दी है कि इस ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान की आर्मी जम्मू कश्मीर में लश्कर और हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को दूर से सुरक्षाबलों पर बम या आईडी गिराने के तौर पर कर सकता है.