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JK में पाकिस्तान की 'मेड इन चाइना' साजिश, आतंकियों को चीनी असलहे दे रहा है ISI

पाकिस्तान एक बार फिर आतंकी हमले की साजिश रच रहा है. खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीमापार आतंकी हमले के लिए आतंकियों को पाकिस्तानी सेना से ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है. ये आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने की तैयारी में हैं. पाक खुफिया एजेंसी इन्हें चीन में बने आधुनिक हथियार मुहैया करवा रही है.

सीमापार आतंकियों को दी जा रही ट्रेनिंग. (Representational image) सीमापार आतंकियों को दी जा रही ट्रेनिंग. (Representational image)
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 15 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:28 AM IST

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI खतरनाक साजिश रच रही है. खुफिया सूत्रों का कहना है कि 'मेड इन चाइना' हथियारों के जरिये आतंकी साजिश की तैयारी हो रही है. PoK के टेरर कैंपों में आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में हमले के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. ये ट्रेनिंग पाकिस्तानी सेना से दिलाई जा रही है. इसी के साथ पाक खुफिया एजेंसी ISI आतंकियों को हमले के लिए चीन में बने आधुनिक हथियार भी मुहैया करा रही है.

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सूत्रों का कहना है कि घुसपैठ करने वाले आतंकियों को चीनी हथियार जैसे कि पिस्टल, ग्रेनेड और नाइट विजन डिवाइस दिए जा रहे हैं. चीनी ड्रोन्स के जरिये भारतीय इलाकों में आतंकियों की मदद के लिए हथियार सप्लाई करने की साजिश हो रही है. आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने के लिए खास तरीके के डिजिटल मैप शीट दी जा रही है, जिसमें नेविगेशन सिस्टम से घुसपैठ कराने की साजिश हो रही है.

PoK में बैठे आतंकियों के आकाओं से सिक्योर कम्युनिकेशन के लिए Highly एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन डिवाइस दिए जा रहे हैं, जिससे भारतीय एजेंसियां उनके संदेशों को डिकोड न कर पाएं. पंजाब से सटी भारत-पाक सीमा के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में हथियारों को भारतीय सीमा में गिराने के लिए चीनी ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. नार्थ-ईस्ट में उग्रवादियों के पास चीनी हथियारों की पहुंच के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों तक चीनी हथियार पहुंचाए जा रहे हैं, इसको लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं.

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राजधानी दिल्ली में खुफिया एजेंसियों ने स्वतंत्रता दिवस को लेकर अलर्ट जारी किया था. रिपोर्ट्स में कहा गया था कि 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी हमला हो सकता है. माना जा रहा था कि आतंकी G20 से पहले हमला करके देश की छवि खराब करने की कोशिश कर सकते हैं.

खुफिया एजेंसियों को फरवरी 2023 में इनपुट मिला था कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन से जुड़े लोग दिल्ली में रेकी करने की कोशिश कर रहे हैं. मई 2023 के एक अन्य इनपुट में कहा गया था कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक पाकिस्तानी आतंकवादी ने अपने सहयोगियों को दिल्ली की प्रमुख सड़कों, रेलवे प्रतिष्ठानों ,दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एनआइए दफ्तर समेत दिल्ली में कुछ जगहों का टोह लेने का निर्देश दिया था.

पाक खुफिया एजेंसी ने इससे पहले भी रची थी साजिश

इससे पहले जुलाई में पंजाब पुलिस ने विदेश स्थित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के पांच गुर्गों को गिरफ्तार किया था. इस गिरफ्तारी के बाद पाक-आईएसआई की साजिश को नाकाम कर दिया गया. पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया था कि ये सभी स्वतंत्रता दिवस से पहले सीमावर्ती राज्य की शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश में थे.

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पुलिस को जानकारी मिली थी कि विदेशों में स्थित कुछ आतंकवादी तत्वों ने जेलों में बंद अपराधियों के माध्यम से पैदल सैनिकों की भर्ती करके एक आतंकी मॉड्यूल तैयार किया. इन सभी की साजिश राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए अल्पसंख्यक नेताओं, पुलिस अधिकारियों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों को निशाना बनाने की थी.

इस पूरे मामले की सूचना मिलने के बाद राज्य, एसएएस, नगर के राज्य विशेष परिचालन सेल (एसएसओसी) ने तुरंत मामला दर्ज कर विशेष अभियान चलाया था. डीजीपी गौरव यादव ने बताया था कि 'लगभग दो सप्ताह तक चले ऑपरेशन में जिसमें सावधानीपूर्वक खुफिया जानकारी एकत्र करना, तकनीकी विश्लेषण और त्वरित कार्रवाई शामिल थी, इस नापाक साजिश में शामिल आतंकवादी मॉड्यूल के पांच गुर्गों को पकड़ा गया.'

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