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प्रश्नकाल न शून्यकाल, पांच बैठकें और एजेंडा गुप्त... संसद के विशेष सत्र को लेकर सस्पेंस बरकरार

राज्यसभा सचिवालय ने कहा, "सदस्यों को सूचित किया जाता है कि राज्यसभा का 261वां सत्र सोमवार, 18 सितंबर, 2023 को शुरू होगा." गुरुवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 18 सितंबर से पांच दिनों के लिए संसद के "विशेष सत्र" की घोषणा की थी, लेकिन इसके एजेंडे को गुप्त रखा है.

संसद के विशेष सत्र को लेकर अटकलें जारी (फाइल फोटो) संसद के विशेष सत्र को लेकर अटकलें जारी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST

संसद के विशेष सत्र को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. इस दौरान क्या होने वाला इसे लेकर सिर्फ अटकलें ही लगाई जा रही हैं. इन अटकलों में रोहिणी आयोग की रिपोर्ट से लेकर, 'वन नेशन-वन इलेक्शन' पर बात होने और सदन को नई संसद में शिफ्ट किए जाने तक की चर्चा है. इसी बीच यह भी सामने आया है कि इस विशेष सत्र में न तो प्रश्नकाल होगा और न ही शून्यकाल रखा गया है. दोनों सदनों के सत्र बगैर इन दोनों के ही चलेंगे.

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18 से 22 सितंबर तक चलेगा सत्र
लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय ने शनिवार को कहा कि संसद के दोनों सदनों का सत्र 18-22 सितंबर तक प्रश्नकाल या निजी सदस्यों के कामकाज के बिना आयोजित किया जाएगा. सचिवालय ने कहा कि सत्र में पांच बैठकें होंगी और सदस्यों को अनंतिम कैलेंडर के बारे में अलग से सूचित किया जाएगा. लोकसभा सचिवालय ने शनिवार को एक बुलेटिन में कहा, "सदस्यों को सूचित किया जाता है कि सत्रहवीं लोकसभा का 13वां सत्र सोमवार, 18 सितंबर, 2023 को शुरू होगा."

विशेष सत्र का एजेंडा गुप्त
राज्यसभा सचिवालय ने कहा, "सदस्यों को सूचित किया जाता है कि राज्यसभा का 261वां सत्र सोमवार, 18 सितंबर, 2023 को शुरू होगा." गुरुवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 18 सितंबर से पांच दिनों के लिए संसद के "विशेष सत्र" की घोषणा की थी, लेकिन इसके एजेंडे को गुप्त रखा, जिससे इसे लेकर अटकलें तेज हो गईं. जोशी ने एक्स (ट्विटर) पर कहा, "अमृत काल के बीच, संसद में सार्थक चर्चा और बहस की उम्मीद है." आम तौर पर, एक वर्ष में तीन संसदीय सत्र बजट, मानसून और शीतकालीन सत्र आयोजित किए जाते हैं.

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नई संसद में ट्रांसफर हो सकती है सदन
सूत्रों ने कहा था कि "विशेष सत्र" के दौरान कार्यवाही को नई संसद में ट्रांसफर किया जा सकता है. इसका उद्घाटन 28 मई को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. हालांकि एक दिन बाद, यह सामने आया कि सरकार 'एक देश एक चुनाव' को लेकर विशेष हाई लेवल कमेटी गठित की है. इससे भी यह अटकलें तेज हो गई हैं कि विशेष सत्र मौजूदा लोकसभा का आखिरी सत्र हो सकता है. इस संबंध में एक और बड़ा तर्क दिया जा रहा है. असल में विशेष सत्र के दौरान ही सांसदों के ग्रुप फोटो की व्यवस्था भी की जा रही है. जिससे इस बात को और बल मिला है कि अब सदन को नई संसद भवन में शिफ्ट किया जा सकता है.

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