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संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. ऐसे में संसद की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला किया गया है. बजट सत्र के दौरान संसद के अंदर आने और बाहर जाने वाले गेट की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंप दी गई है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, सीआईएसएफ संसद में गेस्ट की सुरक्षा और फ्रिस्किंग का काम भी करेगी. इससे पहले दिल्ली पुलिस और पार्लियामेंट सिक्योरिटी से जुड़े लोग गेट पर सुरक्षा करते थे. इस बीच सीआईएसएफ के जवानों ने संसद सुरक्षा का जिम्मा ले लिया है.
गृह मंत्रालय का ये फैसला 13 दिसंबर 2023 को संसद सुरक्षा उल्लंघन के मद्देनजर लिया गया है. बता दें कि 2001 में संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर संसद की सुरक्षा में चूक हुई थी. 13 दिसंबर 2023 को दो लोग दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए थे और कैन से पीले रंग का धुंआ छोड़ दिया था.
संसद के अंदर स्मोक अटैक
13 दिसंबर को 2001 को आतंकियों ने संसद पर खौफनाक हमला किया था. इसी साल 13 दिसंबर को उसी हमले की बरसी थी. जब संसद में शून्यकाल चल रहा था. तभी नए संसद भवन के अंदर दो लोगों ने सारे सुरक्षा इंतजामों को हवा में उड़ा दिया था. दो आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी बिल्कुल आतंकियों की तरह सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए और फिर उन्होंने स्मोक अटैक किया. हर तरफ पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए. इससे पहले कि वो लोग कुछ और हरकत कर पाते कुछ सांसदों ने उन दोनों को दबोच लिया था.
संसद के बाहर भी स्मोक अटैक
संसद पर आतंकवादी हमले की बरसी के दिन नए संसद भवन के भीतर बड़े सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई. ठीक उसी वक्त संसद के बाहर भी कुछ ऐसा ही स्मोक अटैक हुआ. लगभग उसी वक्त अमोल शिंदे और नीलम देवी ने भी संसद भवन परिसर के बाहर 'तानाशाही नहीं चलेगी' चिल्लाते हुए कलर स्मोक छोड़ दी और वहां जमकर हंगामा किया.