
संसद के चालू बजट सत्र के तीन दिन की कार्यवाही राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ चुकी थी. चौथे दिन कार्यवाही की शुरुआत से पहले ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि शायद आज सदन चले. शायद सत्तापक्ष की ओर से सदन की कार्यवाही चलने देने की पहल की जाए लेकिन सुबह 11 बजे जब संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई, बस तारीख बदली और नजारे वही थे जो पिछले तीन दिन रहे थे.
लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति अभी अपने आसन तक भी नहीं पहुंच सके थे कि दोनों सदनों में जोर की आवाज गूंजी- राहुल गांधी माफी मांगो. फिर क्या था. विपक्ष की ओर से भी नारेबाजी शुरू हो गई. लोकसभा में विपक्षी सांसद अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच की मांग को लेकर वेल में आ गए. पक्ष और विपक्ष, दोनों ही तरफ से नारेबाजी और तेज होती चली गई. नारेबाजी और तख्तियां लहराए जाने को लेकर लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों को नसीहत दी.
लोकसभा के स्पीकर ने कहा कि ये गलत बात है. उन्होंने सभी सदस्यों से अपनी सीट पर जाने की अपील की और ये भी कहा कि सबको बोलने का मौका दिया जाएगा लेकिन हाउस ऑर्डर में तो आए. स्पीकर ओम बिरला ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं चाहता हूं कि सदन चले, संवाद हो लेकिन आप सदन चलने देना नहीं चाहते. आप बजट पर चर्चा नहीं चाहते. आप प्रश्नकाल में चर्चा नहीं चाहते. उनकी बार-बार की गई अपील जब बेअसर साबित हुई और हंगामा जारी रहा, स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को पहले दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
दोपहर में संसद पहुंचे राहुल गांधी
संसद में राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर ही संग्राम छिड़ा है. बीजेपी की ओर से लगातार ये मांग करते हुए हंगामा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने विदेशी धरती पर जाकर देश अपमान किया है, इसके लिए वे माफी मांगें. कांग्रेस ने भी दो टूक कह दिया है कि माफी का सवाल ही नहीं. इन सबके बीच राहुल गांधी दोपहर 12 बजे के बाद संसद पहुंचे. विदेश दौरे से लौटे राहुल गांधी संसद पहुंचे तो उनसे बीजेपी की माफी वाली मांग पर सवाल भी हुआ. राहुल गांधी बिना कोई प्रतिक्रिया दिए मुस्कराकर संसद की सीढ़ियां चढ़ते चले गए.
राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर के कक्ष में पहुंचकर ओम बिरला से मुलाकात की. राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला से लोकसभा में बोलने के लिए वक्त मांगा है. राहुल गांधी ने संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद इस बात की जानकारी दी और साथ ही ये भी कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र का टेस्ट है. सदन में चार मंत्रियों ने मुझ पर आरोप लगाए हैं और इन आरोप का जवाम मैं सदन में ही दूंगा.
दो बजे शुरू होते ही स्थगित हुई लोकसभा
राहुल गांधी भी लोकसभा की कार्यवाही में शामिल होने संसद पहुंचे थे, ऐसे में दोपहर दो बजे के बाद संसद की कार्यवाही हंगामेदार ही सही, चलने की उम्मीद थी. लेकिन हुआ ठीक उल्टा. सुबह 11 बजे शुरू हुई कार्यवाही पांच मिनट के भीतर स्थगित करनी पड़ी थी वहीं दोपहर दो बजे जब कार्यवाही शुरू हुई, ये एक मिनट भी नहीं चल सकी और जोरदार हंगामे के कारण इसे 17 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ गया.
राज्यसभा में भी अलग नहीं रही तस्वीर
राज्यसभा में भी कहानी लोकसभा से कुछ अलग नहीं रही. एक दिन पहले जहां सदन की कार्यवाही स्थगित हुई थी, गुरुवार को वहीं से शुरुआत हुई. कार्यवाही शुरू होते ही पक्ष और विपक्ष, दोनों ही तरफ से नारेबाजी शुरू हो गई. सदन में जोरदार हंगामा हुआ. नारेबाजी और हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर दो बजे तक और फिर दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहने पर 17 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
सरकार पर आरोप लगा रहा विपक्ष
विपक्ष ने संसद की कार्यवाही नहीं चल पाने को लेकर सरकार पर हमला बोला है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सत्तापक्ष की ओर से अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग से ध्यान भटकाने के लिए हंगामा कर सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी जा रही है. लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी को राहुल गांधी के लंदन वाले बयान पर सदन में चर्चा की चुनौती दी है.