
संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश 6 लोगों द्वारा योजनाबद्ध और सावधानीपूर्वक बनाई गई थी. साजिश रचने वाले 6 लोगों में से 5 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है.
सूत्रों के मुताबिक, सभी छह आरोपी एक-दूसरे को चार साल से जानते थे और कुछ दिन पहले ही सेंध लगाने की योजना बनाई थी. सूत्रों ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे और बुधवार को संसद आने से पहले उन्होंने रेकी की थी.
बुधवार को क्या हुआ था?
बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा से कूद गए थे. ये दोनों शख्स एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे. तभी एक शख्स ने जूते से निकालकर कोई पीले रंग की गैस स्प्रे कर दी. इस दौरान संसद में अफरा-तफरी मच गई. सांसद यहां-वहां भागने लगे. हालांकि कुछ सांसदों ने इन्हें पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया.
लोकसभा के अंदर जब दो लोग कूदे, तभी संसद के बाहर पुलिस ने प्रदर्शन करते हुए एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया है. दोनों कनस्तरों से कलर गैस का छिड़काव कर रहे थे और नारे लगा रहे थे. दोनों की पहचान अमोल और नीलम के रूप में हुई.
ये 5 आरोपी गिरफ्तार
सुरक्षा में ये चूक ससंद पर आतंकवादी हमले की 22वीं बरसी के मौके पर हुआ. शुरुआती जांच में पता चला है कि चारों एक-दूसरे को जानते थे. सभी सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए थे और घटना की योजना बनाई थी. पुलिस ने सागर, मनोरंजन, अमोल और नीलम को हिरासत में ले लिया है. जबकि एक अन्य आरोपी विशाल को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है. विशाल के घर पर ही सभी आरोपी संसद पहुंचने से पहले रुके थे. एक अन्य आरोपी ललित की तलाश की जा रही है.
सुरक्षा उल्लंघन के बाद, संसद के आसपास के क्षेत्र में भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. जबकि दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच जांच में जुट गई है.
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने क्या बताया?
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पूछताछ के दौरान अमोल ने बताया कि वे किसानों के प्रदर्शन, मणिपुर हिंसा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से परेशान थे और इसीलिए उन्होंने ऐसा किया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी की विचारधारा एक जैसी है, इन्होंने सरकार को संदेश देने के लिए ये फैसला किया. सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या आरोपियों को किसी संगठन या व्यक्ति ने ऐसा करने के लिए तो नहीं कहा था.
सागर, मनोरंजन, अमोल, नीलम और ललित मंगलवार रात को गुरुग्राम में विशाल के यहां रुके थे. सुबह वे संसद के लिए निकले. एक अधिकारी ने बताया कि विशाल शर्मा पहले एक कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करता था, लेकिन हाल ही में ऑटोरिक्शा चलाने लगा. पड़ोसियों ने दावा किया कि विशाल शराबी है और वह अक्सर अपनी पत्नी से झगड़ा करता है.
ललित ने संसद के बाहर बनाया वीडियो
पुलिस ने विशाल की पत्नी को भी हिरासत में लिया है और घटना में उसकी संभावित भूमिका की जांच की जा रही है. सभी छह आरोपी संसद में प्रवेश करना चाहते थे, लेकिन केवल दो को ही पास मिला. ललित ने ही अमोल और नीलम का संसद के बाहर कनस्तरों से धुआं छोड़ते हुए वीडियो बनाया था.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किया वीडियो
ललित ने ये वीडियो इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट किया. ललित के पास नीलम, अमोल, सागर और मनोरंजन के फोन भी थे. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से कोई फोन बरामद नहीं हुआ. पुलिस उनके फोन की तलाश में जुटी है.
नीलम हरियाणा के जिंद की रहने वाली है. उसने पुलिस को बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पढ़ाई कर रही थी. नीलम ने MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phi और NET पास किया है.
नीलम को जब हिरासत में लेकर पुलिस कर्मियों ले जा रहे थे, तब उसने कहा, भारत सरकार हम पर अत्याचार कर रही है. जब हम अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते हैं, तो हमें पीटा जाता है और जेल में डाल दिया जाता है. हम पर अनुचित बल प्रयोग किया जाता है. हम किसी भी संगठन के नहीं हैं. हम छात्र हैं और हम बेरोजगार हैं. हमारे माता-पिता मजदूरी करते हैं, किसान हैं और कुछ छोटे दुकानदार हैं. हमारी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. तानाशाही नहीं चलेगी.
बीजेपी सांसद के पास से संसद में घुसे थे आरोपी
सूत्रों ने बताया कि भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के विजिटर पास से दोनों आरोपी सदन में पहुंचे थे. प्रताप सिम्हा मनोरंजन डी को जानते थे, मनोरंजन प्रताप सिम्हा के निर्वाचन क्षेत्र मैसूरु से है और अक्सर सांसद के कार्यालय में आता जाता था. मनोरंजन ने सागर को सांसद के दफ्तर में एक दोस्त के रूप में पेश किया और नए संसद भवन का दौरा करने के बहाने पास जारी कराए.
अन्य आरोपी अमोल महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है, वह ग्रेजुएट है लेकिन बेरोजगार है. वह प्लंबर के तौर पर काम करता था, लेकिन बाद में बंद कर दिया. उसने पुलिस को बताया कि उसने महाराष्ट्र के कल्याण से लगभग 1,200 रुपये में कलर छोड़ने वाले 5 स्प्रे खरीदे थे.
कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले मनोरंजन डी ने 2016 में बीई (बैचलर इन इंजीनियरिंग) किया और परिवार के फॉर्म की देखभाल करता था. उसके परिवार ने बताया कि उसने दिल्ली और बेंगलुरु में कुछ फर्मों में भी काम किया है. वहीं, सागर शर्मा (28) ने कुछ दिन पहले दिल्ली में एक प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए लखनऊ के रामनगर स्थित अपने घर से निकला था. पुलिस के मुताबिक, सागर शर्मा अपनी बहन और माता-पिता के साथ रामनगर इलाके में किराए के मकान में रहता था और उसके पिता रोशन लाल एक बढ़ई हैं.
उधर, अमोल शिंदे अपने घर से दिल्ली में सेना भर्ती में शामिल होने का कहकर निकला था. शिंदे अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और बीए स्नातक है. पुलिस ने कहा कि उसने पुलिस और सेना भर्ती परीक्षाओं की तैयारी के दौरान दिहाड़ी मजदूर के रूप में छोटी-मोटी नौकरियां कीं. नीलम के परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह पहले भी किसान आंदोलन सहित कई आंदोलनों में शामिल हो सकी है.
UAPA के तहत मामला दर्ज
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन को लेकर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है.