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छह मोबाइल में छिपी है संसद में साजिश की कहानी... सबके फोन लेकर भागने वाला मास्टरमाइंड खोलेगा राज!

संसद की सुरक्षा सेंध लगाने वालों का Motive क्या था, इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं. इसी के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सभी आरोपियों का फोन लेकर भागने वाले ललित की तलाश में जुटी है. ललित कोलकाता का रहने वाला है, उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. उसके पकड़े जाने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा कि आखिर इनका मकसद क्या था.

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मास्टरमाइंड ललित.  संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मास्टरमाइंड ललित.
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:26 PM IST

Parliament security Breach Case: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले चारों आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. इस दौरान उनका कहना है कि उन्हें बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं व मणिपुर की समस्याओं पर सरकार का ध्यान दिलवाना था, इसलिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है. हालांकि एजेंसी पूरी तरह इस बात पर यकीन नहीं कर रही है. उनका Motive क्या है, इसके लिए आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच विस्तार से की जाएगी. चारो आरोपियों का मोबाइल फोन ललित के पास है, जो अभी तक फरार है. जांच एजेंसी को शक है कि मोबाइल से सबूत मिटाने के लिए ही वो सबका मोबाइल फोन लेकर भागा है.

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एक अधिकारी ने बताया कि अमोल ने पुलिस को बताया है कि उसने महाराष्ट्र के कल्याण से करीब 1200 रुपये में पांच रंगीन धुआं फेंकने वाले कनस्तर खरीदे थे. एक अधिकारी ने कहा कि सभी आरोपियों की विचारधारा एक जैसी थी. इसलिए उन्होंने सरकार को एक जैसी बातें कहीं. सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या उन्हें किसी व्यक्ति या किसी संगठन ने भेजा था.

संसद में स्प्रे कांड का मास्टरमाइंड अभी भी फरार

दिल्ली पुलिस संसद में स्प्रे कांड के मास्टरमाइंड की तलाश कर रही है. इसके लिए छापेमारी की जा रही है. एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता का रहने वाला ललित झा पेशे से टीचर है और इस पूरी घटना का वो मुख्य साजिशकर्ता है.

पुलिस ने कहा कि भगत सिंह से प्रभावित होकर ललित और अन्य लोगों ने ये सब किया, ताकि देश का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हो सके. अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को अब तक किसी आतंकी समूह से उनका संबंध नहीं मिला है.

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सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए थे आरोपी

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के संपर्क में आए थे, जिसके बाद सभी छह लोग फेसबुक पर भगत सिंह फैन पेज से जुड़े. ललित, सागर शर्मा और मनोरंजन एक साल पहले मैसूर में मिले थे, जहां उन्होंने संसद में घुसने की योजना बनाई थी. बाद में उन्होंने नीलम और अमोल को भी शामिल कर लिया. टीचर ललित ने इस पूरे मामले को लीड किया. उसने मनोरंजन को मानसून सत्र के दौरान संसद के सभी एंट्री पॉइंट की रेकी करने को कहा था.

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जांच से जुड़े अधिकारी ने बताया कि जुलाई में मनोरंजन दिल्ली पहुंचा और एक सांसद के नाम पर जारी विजिटर पास पर संसद में एंट्री की. वहां उसे पता चला कि जूतों की तलाशी नहीं होती है. इसके बाद बुधवार को ललित चार अन्य लोगों के साथ संसद पहुंचा. यहां उसे केवल दो के लिए पास मिले. सागर और मनोरंजन संसद के अंदर चले गए, जबकि नीलम और अमोल बाहर गेट पर रुके. उनके पास भी कनस्तर थे, जिससे पीला और लाल धुआं निकल रहा था.

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वहीं सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल के मोबाइल फोन ललित ने अपने पास रख लिए थे. संसद के अंदर और बाहर जिस रंगीन धुआं छोड़ने वाले कनस्तरों का उपयोग किया गया, उन्हें अमोल ने महाराष्ट्र के कल्याण से खरीदा था.

मास्टरमाइंड ललित ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया घटना का वीडियो

ललित ने बाद में घटना का वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया और नीलम व अमोल को संसद के बाहर से हिरासत में लिए जाने के तुरंत बाद इसे ग्रुप के एक सदस्य विशाल शर्मा उर्फ विक्की के साथ भी शेयर किया.

ललित की आखिरी लोकेशन राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर नीमराणा में मिली थी. पुलिस ने पहले कहा था कि सभी पांचों 10 दिसंबर को एकत्र हुए थे और गुरुग्राम में विशाल शर्मा के आवास पर रुके थे. फिलहाल नीलम, मनोरंजन, अमोल और विशाल हिरासत में हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उनसे पूछताछ की है.

मोबाइल से सबूत मिटा सकता है मास्टरमाइंड ललित

इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या किसी बड़ी साजिश के तहत 13 दिसंबर का दिन तय किया गया था. 13 दिसंबर का दिन ललित झा ने तय किया था. तो क्या संसद में स्मोक कलर हंगामे का मास्टरमाइंड ललित झा है? अभी तक की जांच में ललित झा के मास्टरमाइंड होने की बात ही सामने आ रही है, लेकिन बड़ी साजिश की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.

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ललित झा ने सभी को गुरुग्राम में मीटिंग के लिए बुलाया था. उसी ने वीडियो मोबाइल में शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था. फिलहाल इन सबका सूत्रधार ललित झा नजर आ रहा है. बाकी चारों ललित के संपर्क में थे. सोची समझी साजिश के तहत ललित सबके फोन लेकर फरार हुआ था. पुलिस को आशंका है कि ललित मोबाइल में साजिश से जुड़े सबूत मिटा सकता है. ललित झा की लास्ट लोकेशन नीमराना के पास आई थी, उसकी तलाश में दो टीमें लगातार रेड कर रही हैं.

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