
राज्यसभा में हुए बवाल के मसले पर केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच आर-पार का मुद्दा जारी है. सोमवार को आठ सांसदों को इस मामले में निलंबित कर दिया गया, अब उपसभापति हरिवंश ने भी उपवास की बात कर दी. अब भारतीय जनता पार्टी की ओर से विपक्ष पर हमला किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि विपक्ष इस मामले में गलत हंगामा कर रहा है, साथ ही केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि सदन में सरकार के पास बहुमत था.
रविशंकर बोले कि अगर संसद में जिस तरह का हंगामा हुआ था, उससे ऐसी स्थिति पैदा हो गई थी कि उपसभापति को चोट लग सकती थी. उपसभापति की ओर से 13 बार विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि अगर आप सेलेक्ट कमेटी को बिल भेजना चाहते हैं तो प्रस्ताव लाएं.
विपक्ष की ओर से आरोप लगाया गया है कि सरकार के पास बहुमत नहीं था, इसलिए इस तरह बिल पास हुआ. इसपर रविशंकर ने कहा कि हमारे पास 110 सांसद थे, जबकि विपक्ष के पास सिर्फ 72 ऐसे में बहुमत की कोई दिक्कत नहीं थी. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में सिर्फ कांग्रेस ही राजनीति कर रही है.
दरअसल, हंगामे के बीच बिल को ध्वनि मत से पास कराया गया. जबकि विपक्ष की मांग डिविजन की थी, इसी कारण बहुमत को लेकर बवाल है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पहले निलंबित सांसद अपने व्यवहार के लिए माफी मांगें, उसके बाद निलंबन वापस लेने पर विचार हो सकता है.
आपको बता दें कि इस पूरे विवाद को लेकर विपक्ष ने मॉनसून सत्र का बहिष्कार कर दिया है. विपक्ष का कहना है कि निलंबित सांसदों का सस्पेंशन वापस लिया जाए, साथ ही बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजा जाए. दूसरी ओर धरने पर बैठने वाले सांसदों ने अपना धरना खत्म किया और अब समूचे विपक्ष के साथ हो गए हैं.