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तुर्की-सीरिया के भूकंप की संसद में भी गूंज, दोनों सदनों में मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि

तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप की गूंज मंगलवार को संसद के चालू बजट सत्र में भी सुनाई दी. लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों में इस प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई.

संसद में दी गई भूकंप के कारण जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि (फाइल फोटो) संसद में दी गई भूकंप के कारण जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 4:05 PM IST

चालू बजट सत्र के छठे दिन की कार्यवाही के दौरान लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दोनों ही सदनों में तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप की चर्चा हुई. दोनों ही सदनों में सदस्यों ने मौन रखकर इस प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी. लोकसभा के स्पीकर और राज्यसभा के सभापति ने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित देशों में राहत सामग्री के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भेजे जाने को लेकर भी जानकारी दी.

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राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में तुर्की और सीरिया के भीषण भूकंप का जिक्र हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने दोनों देशों में आए भीषण भूकंप का जिक्र किया और सभी सदस्यों ने अपनी जगह पर खड़े होकर, मौन रखकर इस प्राकृतिक आपदा की वजह से जान गंवाने वाले चार हजार से अधिक लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की.

सभापति जगदीप धनखड़ ने इन देशों में भारत की ओर से भेजी गई मदद और रेस्क्यू टीम का भी जिक्र किया और कहा कि एनडीआरएफ की टीम के साथ ही डॉग स्क्वॉड को भी आपदा पीड़ित देश के लिए रवाना कर दिया गया है. उन्होंने सदन को ये भी बताया कि मेडिकल टीम और जीवन रक्षक दवाओं की खेप भी आपदा प्रभावित देश के लिए भेजी गई है. राज्यसभा के सभापति और सदन ने इस प्राकृतिक आपदा पर दुख जताया.

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लोकसभा की कार्यवाही जब दोपहर 12 बजे दोबारा शुरू हुई, तब स्पीकर ओम बिड़ला ने दोनों देशों में आए भूकंप की चर्चा की और मृतकों की श्रद्धांजलि के लिए मौन रखा. गौरतलब है कि तुर्की और सीरिया में भूकंप के एक के बाद एक चार तगड़े झटके आए जिनसे व्यापक तबाही हुई है. दोनों देशों में भूकंप की वजह से 4300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है.

प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे इन देशों की मदद के लिए भारत आगे आया और एनडीआरएफ की 50 और 51 सदस्यों वाली दो टीमों को रेस्क्यू के लिए तुर्की रवाना कर दिया है. भारत की ओर से जीवन रक्षक दवाओं की खेप भी तुर्की भेजी गई है. संसद के दोनों सदनों में भारत की ओर से आपदा की इस घड़ी में प्रभावित देशों की मदद के लिए की गई पहल को लेकर भी स्पीकर और सभापति ने जानकारी दी.

पीएम मोदी ने याद की भुज त्रासदी

संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भी तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप को लेकर चर्चा हुई. पीएम मोदी ने भुज के भूकंप को याद किया और कहा कि हमने भुज में भी ऐसी ही त्रासदी देखी थी. उन्होंने ये भी कहा कि हमने तब देखा था कि रेस्क्यू में, मलबे से दबे लोगों को निकालने में किस तरह की दिक्कतें आती हैं. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भी इस प्राकृतिक आपदा के कारण जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई.

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