संसद के चालू शीतकालीन सत्र का आज अंतिम दिन है. अंतिम दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले एक दिन पहले हुए धक्का-मुक्की कांड को लेकर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया. विपक्ष ने विजय चौक पर प्रोटेस्ट किया. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर प्रचारित करने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद पांच मिनट भीतर ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई.
राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है. उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे जैसे ही शुरू हुई, कानून मंत्री ने वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर गठित जेपीसी में उच्च सदन से शामिल किए जाने वाले 12 सदस्यों के नाम का प्रस्ताव रखा. इसके बाद विपक्षी सदस्यों की ओर से नियम 267 के तहत दिए गए स्थगन प्रस्ताव के नोटिस का मुद्दा उठाया. इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने संविधान पर चर्चा के साथ ही सदन में इस सत्र के दौरान हुए कामकाज का ब्यौरा रखा और कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति ने लोकसभा का मैसेज बताने के लिए कहा. सेक्रेटरी जनरल ने वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर गठित जेपीसी के लिए 27 सदस्यों के नाम की जानकारी दी और बताया कि इसमें 12 सदस्य राज्यसभा के भी होंगे.
राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित हो गई है. उच्च सदन में हंगामे की वजह से सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा करते हुए नेता सदन और नेता विपक्ष, दोनों को अपने चैंबर में बुलाया है.
डॉक्टर आंबेडकर को लेकर जारी गतिरोध के बीच लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में संसद के किसी द्वार पर कोई राजनीतिक दल प्रदर्शन नहीं करेगा. इस निर्देश का उल्लंघन करने पर संसद उचित कार्रवाई करेगी. उन्होंने यह भी नसीहत दी कि संसद की गरिमा सामूहिक जिम्मेदारी है.
राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस खारिज कर दिया है.
एक दिन पहले हुए धक्का कांड के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने प्रोटेस्ट को लेकर निर्देश जारी किया है. लोकसभा स्पीकर ने सख्त निर्देश दिया है कि कोई भी राजनीतिक दल या सांसदों का समूह संसद भवन के किसी भी द्वार पर प्रदर्शन नहीं करेगा.