
तमिलनाडु में बुधवार को राज भवन (राज्यपाल का निवास) के मेन गेट पर 'पेट्रोल बम' से हमला हो गया. इस हमले में शामिल शख्स को तो पकड़ लिया गया लेकिन इसपर अब राजनीति शुरू हो गई है. विपक्षी दल (AIADMK और बीजेपी) सत्ताधारी DMK को घेर रहे हैं. उनका आरोप है कि राज्य में कानून और व्यवस्था नहीं है. हालांकि, राहत की बात ये रही कि इस हादसे में किसी को कोई नुकसान या चोट नहीं लगी है.
इस घटना पर राजभवन के ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया गया है. इसमें लिखा था कि राजभवन के मेन गेट से दो पेट्रोल बम अंदर की तरफ फेंके गए थे. अब राजभवन की तरफ से इसे हमला बताया जा रहा है, जबकि पुलिस का कहना है कि ये सुरक्षा में चूक का मामला बिल्कुल नहीं है. पुलिस ने अपनी सफाई में कहा कि जिस शख्स ने पेट्रोल बम फेंके थे, उसको तब ही पकड़ लिया गया था.
पेट्रोल बम फेंकने वाले की पहचान विनोथ नाम के शख्स के रूप में हुई है. उसपर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पुलिस ने बताया कि राजभवन के दूसरी तरफ सरदार पटेल रोड पर खड़े शख्स ने दोपहर 3 बजे करीब एक बोतल फेंकी. मेन गेट के पास ड्यूटी दे रहे पुलिसवाले ने उसे नोटिस कर लिया. जब पुलिस ने उसे पकड़ा तब उसने दूसरी बोतल फेंक दी, जो कि राज भवन के मेन गेट के पास गिरी. इसमें कोई जख्मी नहीं हुआ.
आरोपी पर दर्ज हैं 14 आपराधिक मामले
पुलिस ने बताया कि वहां कोई आग नहीं थी. केवल बाती पर आग लगाई गई थी. बोतल गिरकर टूट गई. आरोपी को पकड़ लिया गया है और उसके पास कुछ और बोतलें थीं, उन्हें जब्त कर लिया गया है. पकड़े गए 42 साल के 'कारुक्का' विनोथ पर 14 आपराधिक मामले हैं और वह हाल ही में जमानत पर बाहर आया था. वह तेनाम्पेट का निवासी है.
विनोथ इसी तरह की दो घटनाओं में पहले भी आरोपी था, जिसमें एक साल पहले भाजपा कार्यालय से संबंधित घटना भी शामिल है. पिछले एक सप्ताह के भीतर ही उनसे जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था.
यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपियों को राजभवन के बाहर राज्यपाल की आवाजाही के बारे में कोई जानकारी थी और क्या वह ऐसी किसी बात की आशंका से तैयारी करके आए थे, अधिकारी ने कहा, 'ऐसा नहीं लगता है.'
विपक्षी दलों ने की निंदा
विपक्षी दलों ने घटना की कड़ी निंदा की और कानून-व्यवस्था की 'बिगड़ती' को लेकर सरकार की आलोचना की. विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि उच्च सुरक्षा वाला परिसर माने जाने वाले राजभवन में ही 'असुरक्षा' की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना तमिलनाडु में कानून एवं व्यवस्था की 'बिगड़ती' को दर्शाती है.
पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने भी कानून-व्यवस्था की कथित गिरावट को जिम्मेदार ठहराया. दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की विश्वासपात्र वीके शशिकला ने कहा कि यह घटना राज्यपाल को डराने के समान है.
वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने एक्स पर कहा, "संयोग से, यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में भाजपा के मुख्यालय पर हमला किया था, आज राजभवन पर हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है."