पीएम ने कहा कि नेताजी जिस भी स्वरूप में हमें देख रहे हैं, हमें आशीर्वाद दे रहे हैं. जिस भारत की उन्होंने कल्पना की थी, LAC से लेकर LOC तक, भारत का यही अवतार दुनिया देख रही है. जहां कहीं से भी भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिश की गई, भारत उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि आज देश पीड़ित, शोषित वंचित को, अपने किसान को, देश की महिलाओं को सशक्त करने के लिए दिन-रात एक कर रहा है. आज हर एक गरीब को मुफ्त इलाज की सुविधा के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही. पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने कहा था कि आजाद भारत के सपने में कभी भरोसा मत खोइए. दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो भारत को बांधकर रख सके. वाकई दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो 130 करोड़ देशवसियों को अपने भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने से रोक सके.
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व युद्ध के माहौल में देशों के बीच पल-पल बदलते रिश्तों के बीच क्यों वो हर देश में जाकर भारत के लिए समर्थन मांग रहे थे? ताकि भारत आजाद हो सके, हम और आप आजाद भारत में सांस ले सकें. हिंदुस्तान का एक-एक व्यक्ति नेताजी का ऋणी है. 130 करोड़ से ज्यादा भारतीयों के शरीर में बहती रक्त की एक-एक बूंद नेताजी सुभाष की ऋणी है. पीएम मोदी ने कहा कि आज हर भारतीय अपने दिल पर हाथ रखे, नेताजी सुभाष को महसूस करे, तो उसे फिर ये सवाल सुनाई देगा. क्या मेरा एक काम कर सकते हो? ये काम, ये काज, ये लक्ष्य आज भारत को आत्मनिर्भर बनाने का है. देश का जन-जन, देश का हर क्षेत्र, देश का हर व्यक्ति इससे जुड़ा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2018 में ही देश ने आज़ाद हिन्द सरकार के 75 साल को भी उतने ही धूमधाम से मनाया था. नेताजी ने "दिल्ली दूर नहीं" का नारा देकर लाल किले पर झंडा फैहराने का सपना देखा था, देश ने वो सपना पूरा किया. जब आजाद हिंद फौज की कैप में मैंने लाल किले पर झंडा फहराया था, उस वक्त मेरे मन मस्तिष्क में बहुत कुछ चल रहा था. पीएम मोदी ने कहा कि बहुत से सवाल थे, बहुत सी बातें थीं, एक अलग अनुभूति थी. मैं नेताजी के बारे में सोच रहा था, देशवासियों के बारे में सोच रहा था. नेताजी किसके लिए जीवन भर इतना रिस्क उठाते रहे- हमारे और आपके लिए. वो कई-कई दिनों तक आमरण अनशन किसके लिए करते रहे- आपके और हमारे लिए. वो महीनों तक किसके लिए जेल की कोठरी में सजा भुगतते रहे- आपके और हमारे लिए.
पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी जैसे फौलादी इरादों वाले व्यक्तित्व के लिए असंभव कुछ नहीं था. उन्होंने विदेश में जाकर देश से बाहर रहने वाले भारतीयों की चेतना को झकझोरा. उन्होंने पूरे देश से हर जाति, पंथ, हर क्षेत्र के लोगों को देश का सैनिक बनाया. नेताजी ने संकल्प था भारत की जमीन पर आजाद भारत की आजाद सरकार की नींव रखेंगे. नेताजी ने अपना ये वादा भी पूरा करके दिखाया. उन्होंने अंडमान में अपने सैनिकों के साथ आकर तिरंगा फहराया.
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब भारत नेताजी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है तो हम सभी का कर्तव्य है कि उनके योगदान को पीढ़ी दर पीढ़ी याद किया जाए. इसलिए देश ने ये तय किया है कि अब हर वर्ष हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया करेंगे. पीएम ने कहा कि आज जब इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश करने वाला है, जब देश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तब नेताजी का जीवन, उनका हर कार्य, उनका हर फैसला, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं नेता जी की 125वीं जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करता हूं. मैं आज बालक सुभाष को नेताजी बनाने वाली, उनके जीवन को तप, त्याग और तितिक्षा से गढ़ने वाली बंगाल की इस पुण्यभूमि को भी नमन करता हूं. मैंने अनुभव किया है कि नेताजी का नाम सुनते ही हर कोई कितनी ऊर्जा से भर जाता है. नेताजी के जीवन की ऊर्जा जैसे उनके अंतर्मन से जुड़ गई है. उनकी ऊर्जा, आदर्श, तपस्या, त्याग देश के हर युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.
पीएम मोदी विक्टोरिया मेमोरियल में लोगों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोलकाता आकर भावुक महसूस कर रहा हूं. नेताजी को नमन. बचपन से जब भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी का नाम सुना, मैं किसी भी स्थिति-परिस्थिति में रहा, इस नाम से एक नई ऊर्जा से भर गया. पीएम ने कहा कि आज के ही दिन मां भारती की गोद में उस वीर सपूत ने जन्म लिया था, जिसने आजाद भारत के सपने को नई दिशा दी थी. आज के ही दिन ग़ुलामी के अंधेरे में वो चेतना फूटी थी, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सत्ता के सामने खड़े होकर कहा था, मैं तुमसे आजादी मांगूंगा नहीं, छीन लूंगा.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में जारी कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुस्सा देखने को मिला. यहां पर उन्होंने भाषण देने से इनकार कर दिया. दरअसल ममता बनर्जी जब मंच पर भाषण देने पहुंचीं तो नारेबाजी शुरू हो गई. ममता बनर्जी ने कहा कि किसी का अपमान करना ठीक नहीं है.
पीएम मोदी इस वक्त विक्टोरिया मेमोरियल का दौरा कर रहे हैं. उनके साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी हैं. दोनों नेता यहां पर कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
कोलकाता पहुंचने के बाद पीएम मोदी सबसे पहले नेताजी भवन पहुंचे. वो यहां पर 15 मिनट रहे. पीएम मोदी अब नेशनल लाइब्रेरी पहुंचे हैं.
पीएम मोदी नेताजी भवन से नेशनल लाइब्रेरी के लिए रवाना हो गए हैं. वो करीब 15 मिनट नेताजी भवन में रहे. पीएम मोदी नेताजी की जयंती पर आज कई कार्यक्रम में शामिल होंगे.
बीजेपी नेता चंद्र बोस, कैलाश विजयवर्गीय और स्वपन दास गुप्ता नेताजी भवन पहुंच गए हैं, यहां ये नेता पीएम मोदी को रिसीव करेंगे और उनका स्वागत करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंच गए हैं. पीएम मोदी रेस कोर्स रोड जाने के लिए चॉपर लेंगे. इस चॉपर से वो शहर तक पहुंचेंगे यहां से सड़क मार्ग के जरिए वो नेता जी भवन जाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विक्टोरिया हॉल में बंगाली समाज के 200 नामी गिरामी व्यक्तियों के साथ संवाद करेंगे. इसके लिए संस्कृति मंत्रालय द्वारा न्यौता भेजा गया है. इस कार्यक्रम में बंगाल के कला और संस्कृति से जुड़े लोग शामिल होंगे. यहां पीएम मोदी के साथ इनका हाई टी का कार्यक्रम है.
कोलकाता पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि कोलकाता पहुंच रहा हूं, यहां पर पराक्रम दिवस में शामिल होऊंगा और नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इस जनसभा में अपार भीड़ उमड़ी है. श्याम बाजार में टीएमसी कार्यकर्ताओं समेत अन्य लोगों ने शंखनाद की ध्वनि के साथ रोड शो की शुरुआत की. बता दें कि सुभाष चंद्र बोस का जन्म दिन में लगभग 12 बजे के करीब हुआ था. इसलिए टीएमसी का कार्यक्रम ठीक इसी समय पर हो रहा है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती ने ममता बनर्जी ने विशाल कार्यक्रम शुरू किया है. ममता बनर्जी कोलकाता के श्याम बाजार से रेड रोड तक 9 किलोमीटर लंबे रोड शो की शुरुआत की है. इस रोड शो में बड़े पैमाने पर भीड़ उमड़ी है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारी सरकार असम की जरूरतों की पहचान करके, हर जरूरी प्रोजेक्ट्स पर तेज़ी से काम कर रही है. पीएम ने कहा कि बीते 6 सालों से असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी और दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर का अभूतपूर्व विस्तार भी हो रहा है, आधुनिक भी हो रहा है. पीएम ने कहा कि असम के हर क्षेत्र की हर जनजाति को साथ लेकर चलने की इसी नीति से आज असम शांति और प्रगति के मार्ग पर चल पड़ा है.
पीएम मोदी ने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते से अब असम का एक बहुत बड़ा हिस्सा शांति और विकास के मार्ग पर लौट आया है. समझौते के बाद हाल में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के पहले चुनाव हुए, प्रतिनिधि चुने गए. मुझे विश्वास है कि अब बोडो टेरिटोरियल काउंसिल विकास और विश्वास के नए प्रतिमान स्थापित करेगी.
पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर चल रही हमारी सरकार असम के हर हिस्से में, हर वर्ग को तेजी से विकास का लाभ पहुंचाने में जुटी है. चाय जनजाति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज चाय जनजाति के घरों को शौचालय जैसी मूल सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है. चाय जनजाति के अनेक परिवारों को भी ज़मीन का कानूनी अधिकार मिला है. चाय जनजाति के बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार की सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है. पहली बार उनको बैंक की सुविधाओं से जोड़ा गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों का आत्मविश्वास तभी बढ़ता है जब घर-परिवार में भी सुविधाएं मिलती हैं और बाहर का इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधरता है. बीते सालों में इन दोनों मोर्चों पर असम में अभूतपूर्व काम किया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज असम की करीब 35 लाख गरीब बहनों की रसोई में उज्जवला का गैस कनेक्शन है. इसमें भी लगभग 4 लाख परिवार SC/ST वर्ग के हैं. 2014 में जब हमारी सरकार केंद्र में बनी तब असम में LPG कवरेज सिर्फ 40 प्रतिशत ही थी. अब उज्जवला की वजह से असम में LPG कवरेज बढ़कर करीब-करीब 99% हो गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि असम में पौने दो करोड़ लोगों के जन धन खाते मिले हैं. इन लोगों को कोरोना काल में सीधे पैसे दिए गए. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए असम और पूर्वोत्तर का तेजी से विकास जरूरी है. पीएम ने कहा कि केंद्र और राज्य का डबल इंजन पिछले 4 वर्षों में असम के घर हल में पानी पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब इन परिवारों को भी किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा और उनके खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर होंगे. ये परिवार इस जमीन के एवज में बैंकों से लोन ले सकेंगे.
असम के शिवसागर में प्रधानमंत्री मोदी ने 1 लाख 6 हजार असम के भूमिहीन लोगों को जमीनों का पट्टा दिया. इस मौके पर पीएम ने वहां एक जनसभा को संबोधित किया और कहा कि धरती हमारी माता के समान हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने भूमिहीनों को जमीन देने में कोई रूचि नहीं दिखाई थी. लेकिन इस सरकार में सवा दो लाख परिवार को जमीन के पट्टे दिए गए अब एक लाख परिवार इसमें और जुड़ गए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी आज कोलकाता में एक मंच पर होंगे. कोलकाता में सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी को न्यौता दिया था, जिससे बंगाल की सीएम ने स्वीकार कर लिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के शिवसागर जिले में पहुंच गए हैं. इससे पहले एयरपोर्ट पर सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी का कोरोना महामारी के बाद ये पहला असम दौरा है. पीएम मोदी शिवसागर जिले में एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेता सुभाष चंद्र बोस की जंयती की शुभकामनाएं दी है. ममता सरकार इस जयंती को देशनायक दिवस के रूप में मना रही है. ममता ने ट्वीट कर कहा कि देशनायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें नमन. वे सच्चे अर्थों में नेता थे और सभी लोगों की एकता में विश्वास करते थे.
हम लोग इस दिन को देशनायक दिवस के रूप में मना रहे हैं. पश्चिम बंगाल सकार ने पूरे साल तक उत्सव मनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है.
महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के पोते सुगता बोस ने कहा है कि उन्हें पीएम मोदी के नेताजी भवन में दौरे को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है. ये जानकारी इसलिए काफी अहम हो जाती है क्योंकि सुगता बोस ही नेताजी भवन की देखभाल करते हैं. पोते सुगता बोस ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी के दौरे को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है. आमतौर पर इस तरह के आधिकारिक दौरे से काफी पहले ही आने वाले की जानकारी दे दी जाती है. जिससे कि सभी जरूरी तैयारी समय पर पूरी की जा सके.
विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी की जयंती पर आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में पीएम के साथ ही पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी मंच पर मौजूद होंगे. शाम 5.57 बजे से पीएम के संबोधन का कार्यक्रम है. 6.38 बजे प्रधानमंत्री रिमोट से प्रोजेक्शन मैपिंग शो की शुरुआत करेंगे. शाम 6.54 बजे से राष्ट्रगान होगा और कार्यक्रम के समापन के बाद पीएम मोदी 6.59 बजे विक्टोरिया मेमोरियल से निकल जाएंगे.
पीएम मोदी का कार्यक्रम भारत सरकार का आधिकारिक कार्यक्रम है तो इसके मात्र 7 दिन बाद 30 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह बंगाल में राजनीतिक कार्यक्रम में शिरकत करने जाएंगे. अमित शाह 30 जनवरी को नादिया जिले में मायापुर का दौरा करेंगे. इसके बाद वे उसी दिन उत्तरी 24 परगना में ठाकुरनगर जाएंगे, ये शहर बांग्लादेश के बॉर्डर से नजदीक है. 31 जनवरी को उल्बेरिया में अमित शाह का रोड शो है. इसके बाद हावड़ा में अमित शाह एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे.
असम के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी कोलकाता जाएंगे जहां वह विक्टोरिया मेमोरियल में 'पराक्रम दिवस' के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे. भारत सरकार ने पिछले दिनों हर साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है, ताकि देश के लोगों, विशेषकर युवाओं को देशभक्ति के लिए प्रेरित किया जा सके.
प्रधानमंत्री मोदी शाम 4.30 बजे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री इस अवसर पर भाषण भी देंगे. पीएम मोदी ने इस संबंध में शुक्रवार को कई ट्वीट किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज का दौरा बेहद व्यस्त रहने वाला है. बंगाल जाने से पहले वह असम भी जाएंगे, जहां वह शिवसागर में एक लाख से अधिक भूमि आवंटन प्रमाणपत्र वितरित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को असम में सुबह 11 बजे भूमि पट्टा/आवंटन प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इसके बाद पीएम मोदी बंगाल का रुख करेंगे. पीएम साढ़े तीन बजे कोलकाता में नेताजी भवन का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी 3.45 बजे नेशनल लाइब्रेरी में कलाकारों से मुलाकात करेंगे.