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‘देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का...’ बजट सत्र से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष को दिया कड़ा संदेश

पीएम मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा संसद सत्र आज से शुरू हो गया. सत्र शुरू होने से पहले संसद के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए करते हुए पीएम मोदी ने सत्र को एक महत्वपूर्ण सत्र बताते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए.

पीएम मोदी बजट सत्र से पहले संबोधित करते हुए पीएम मोदी बजट सत्र से पहले संबोधित करते हुए
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:41 AM IST

पीएम मोदी ने बजट सत्र का माहौल सेट कर दिया है. सत्र की शुरुआत से पहले संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति का आरोप लगाया. यहां तक कहा कि कुछ दलों ने फायदे के लिए संसद का दुरुपयोग किया. पिछले सत्र में पीएम के भाषण के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था. पीएम ने इस पर आज पलटवार किया. उन्होंने कहा कि पीएम की आवाज दबाने की कोशिश की गई मुझे ढाई घंटे तक बोलने नहीं दिया.

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पीएम मोदी ने कहा कि हर देशवासी के लिए एक गर्व की बात है कि भारत बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में तेज गति से आगे बढ़ने वाले देश है. गत तीन वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं. आज भारत में पॉजिटिव आउटलुक, निवेश और प्रदर्शन एक प्रकार से अवसरों की पीक पर है, ये अपने आप में भारत की विकास यात्रा का अहम पड़ाव है.

विपक्ष पर गला घोंटने का लगाया आरोप

विपक्ष का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा,  'नई सरकार के गठन के बाद जो पहला सत्र था, उसमें 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का हुक्म किया है, उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ. ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री के गला घोंटने का, उनकी आवाज को रोकने का, उनकी आवाज को दबाने का लोकतांत्रिक परम्परा में कोई स्थान नहीं हो सकता है और इन सबको पश्चताप तक नहीं है. दिल में दर्द तक नहीं है. मैं आज आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं देशवासियों ने हमें यहां देश की सेवा के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं भेजा है. ये सदन दल के नहीं, देश के लिए नहीं है.'

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सांसदों से किया आग्रह

प्रधानमंत्री ने कहा,  'मैं देश के सभी सांसदों से, किसी भी दल के क्यों ना हों, उनसे आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं. बहुत दुख के साथ कहना है कि 2014 के बाद किसी सांसद पांच साल तो किसी को 10 साल के लिए मौका मिला, लेकिन कई सांसद ऐसे थे जिन्हें अपने क्षेत्र की बात कहने का अवसर नहीं मिला.अपने विचारों से संसद को समृद्ध करने का अवसर नहीं मिला क्योंकि कुछ लोगों की नकारात्मक राजनीति ने देश की संसद के अहम समय को एक प्रकार से अपनी राजनीतिक विफलताओं को ढाकने के लिए दुरुपयोग किया है. मैं सभी दलों से आग्रह पूर्वक कहता हूं कि कम से कम जो पहली बार संसद में आए हैं, उनको अवसर दीजिए, चर्चा में हिस्सा लेने का उनको मौका दीजिए.'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं विश्वास करता हूं कि हमारे सभी सांसद पूरी तैयारी के साथ चर्चा के समृद्ध करेंगे. कितने ही वृद्ध विचार होंगे, वृद्ध विचार बुरे नहीं होते, नकारात्मक विचार बुरे होते हैं. देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है. देश को एक विचारधारा, प्रगति और विकास की विचारधारा के साथ आगे बढ़ाना होगा.'

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विकसित भारत पर बजट में होगा फोकस

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ये बजट सत्र है और मैं देशवासियों को जो गारंटी देता रहा हूं, उन गारंटियों को पूरा करने के लक्ष्य पर हमें आगे बढ़ना है. अमृतकाल का ये महत्वपूर्ण बजट है, जो हमारे पांच साल के कार्य की दिशा तय करेगा. PM Modi ने आगे कहा कि आजादी के 100 साल होने पर 2047 तक विकसित भारत के सपने को पूरा करने का जो लक्ष्य हमने रखा है, कल पेश किया जाने वाला बजट उस पर क्रेंदित होगा.

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