
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में मणिपुर के मुद्दे पर अपनी बात रखी है. उनके भाषण पर अब कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. पार्टी के प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर पर प्रधानमंत्री ने जो भी बातें कही वो हकीकत से बहुत अलग है. उन्होंने कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगियों को वहां दो तिहाई से ज्यादा वोट मिले और 15 महीने में ही मणिपुर जलने लगा. प्रधानमंत्री आजतक वहां नहीं गए और यह कि ये रची गई साजिश थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में अपने भाषण में मणिपुर को लेकर कहा, "कुछ तत्व आग में तेल डालने का काम कर रहे हैं और ऐसे तत्व खुद मणिपुर द्वारा रिजेक्ट कर दिए जाएंगे." प्रधानमंत्री ने कहा, "मणिपुर के हालात को सामान्य करने के लिए सरकार निरंतर कोशिश कर रही है. वहां 11 हजार एफआईआर दर्ज की गई है. 500 से ज्यादा लोग अरेस्ट हुए हैं. मणिपुर में लगातार हिंसा की घटना कम हो रही है. ऐसे में शांति की उम्मीद करना संभव हो रहा है."
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "आज से पहले उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा. आज उन्हें बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा. राष्ट्रपति के अभिभाषण में मणिपुर का ज्यादा जिक्र नहीं था. 1 जुलाई को इनर मणिपुर के सांसद बिमोल अकोईजाम ने भी कहा कि मणिपुर का जिक्र नहीं किया गया है... यह क्या पाखंड है?"
जयराम रमेश ने कहा, "विपक्ष के नेता को पीएम द्वारा बार-बार बोले जा रहे झूठ का खंडन करने का मौका नहीं दिया गया. जब विपक्ष ने वॉकआउट किया तो पीएम ने मणिपुर के बारे में कुछ शब्द कहे. उन्होंने जो शब्द इस्तेमाल किए, वे हकीकत से अलग थे... आज भी मणिपुर के लोग पूछ रहे हैं कि पीएम मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं...यह पाखंड है."
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मणिपुर पर पीएम मोदी का राज्यसभा में बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा था, "केंद्र और राज्य सरकार बातचीत करके सौहार्द रास्ता खोलने के लिए कोशिश किया जा रहा है और शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा है." उन्होंने कहा, "हम सभी को राजनीति से ऊपर उठकर वहां की स्थिति को सामान्य करना हमारा कर्तव्य है." पीएम मोदी ने यह भी कहा, "जो तत्व मणिपुर की आग में घी डालने का काम कर रहे हैं, उनसे आग्रह है कि वे ये हरकतें बंद करे. एक समय मणिपुर ही उन्हें रिजेक्ट कर देगा."
पीएम के भाषण पर अन्य विपक्षी सांसदों की प्रतिक्रिया
मणिपुर के मुद्दे पर ही टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री को शोले के मौसी तक के डायलॉग याद करने पड़े. जबकि, हम INDIA वाले सिर्फ गब्बर सिंह डायलॉग याद रखते हैं - "जो डर गया समझो मर गया" और उसी के अनुसार जीते हैं."
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी के भाषण पर कहा, "सच्चाई यह है कि मई 2023 में वहां (मणिपुर) में संकट शुरू होने के एक साल से अधिक समय बाद भी उनकी चुप्पी और वहां जाने से इनकार करना बहुत कुछ कहता है. यह एक ऐसी चीज है जिसे लेकर हम काफी समय से निराश हैं, कि सरकार न सिर्फ कभी-कभी किसी बड़ी समस्या के प्रति असावधानी बरतती है बल्कि इसके बारे में पूरी तरह से इनकार करती है. अगर उन्होंने आज इसे संबोधित किया है, तो मुझे खुशी है कि उन्होंने ऐसा किया, लेकिन मणिपुर की स्थिति सामान्य से बहुत दूर है."