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'अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना, इस पर सियासत करने वाले...', PM मोदी विपक्ष पर जमकर बरसे

पीएम मोदी ने कहा कि बीते 10 सालों में हमने डिफेंस रिफॉर्म को रक्षा क्षेत्र की पहली प्राथमिकता बनाया. इन रिफॉर्म्स के कारण आज हमारी सेनाएं ज्यादा सक्षम हुई हैं. पीएम मोदी ने कहा कि सेना की ओर से साहसिक निर्णय का कारण अग्निपथ स्कीम भी है. भारत के सैनिकों की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा होना ये हम सबकी चिंता बढ़ाता रहा है.

कारगिल विजय दिवस पर द्रास से संबोधित करते हुए पीएम मोदी कारगिल विजय दिवस पर द्रास से संबोधित करते हुए पीएम मोदी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 2:17 PM IST

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लद्दाख के द्रास सेक्टर पहुंचे और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने सैनिकों को संबोधित किया और पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर भी जमकर हमला किया. इतना हीं नहीं सेना की अग्निपथ स्कीम को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा.  

सेना में हुए आधुनिक सुधारों को लेकर सेना की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डिफेंस सेक्टर में रिफॉर्म्स के लिए मैं भारत की आर्म्ड फोर्सेस की सराहना करना चाहता हूं. अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी हमारी सेनाओं ने बीते वर्षों में कई साहसिक निर्णय लिए हैं. सेना द्वारा किए जरूरी रिफॉर्म का एक उदाहरण अग्निपथ स्कीम भी है. दशकों तक संसद से लेकर अनेक कमेटियों तक में सेनाओं को युवा बनाने पर चर्चाएं होती रही हैं.

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सेना की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा
उन्होंने कहा कि, 'भारत के सैनिकों की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा होना, ये हम सबकी चिंता बढ़ाता रहा है. इसलिए यह विषय वर्षों तक अनेक कमेटियों में भी उठा, लेकिन देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती के समाधान की पहले इच्छाशक्ति नहीं दिखाई गई. शायद कुछ लोगों की मानसिकता ही ऐसी थी कि सेना मतलब, नेताओं को सलाम करना, परेड करना. हमारे लिए सेना मतलब, 140 करोड़ देशवासियों की आस्था करना, हमारे लिए सेना मतलब 140 करोड़ देशवासियों की शांति की गारंटी, हमारे लिए सेना मतलब देश की सीमाओं को सुरक्षा की गारंटी. अग्निपथ योजना के जरिए देश ने इस महत्वपूर्ण सपने को एड्रेस किया..'

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बताया अग्निपथ योजना का मकसद
प्रधानमंत्री ने कहा, 'अग्निपथ का लक्ष्य का सेनाओं को युवा बनाना है,अग्निपथ का लक्ष्य का सेनाओं को युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाए रखना है. दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है. कुछ लोग सेना के इस रिफॉर्म में भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में झूठ की राजनीति करते हैं. ये वहीं लोग हैं जिन्होंने सेनाओं में हजारों करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया. ये वहीं लोग हैं जो चाहते थे कि एयरफोर्स को कभी आधुनिक फायटर जेट ना मिल पाए. ये वहीं लोग हैं जिन्होंने तेजस फाइटर प्लेन को भी डिब्बे में बंद करने की तैयारी कर ली थी. '

क्या 30 साल बाद के लिए आज गाली खाऊंगा- मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सच्चाई ये है कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश का सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की रक्षा के लिए आगे आएगा. प्राइवेट सेक्टर और पैरामिलिट्री फोर्सेस में भी अग्निवीरों को प्राथमिकताएं देने की घोषणा की गई है. पीएम ने कहा, 'मैं तो हैरान हूं, कि कुछ लोगों की समझ और सोच को क्या हुआ है. ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए यह योजना लेकर आई है. मुझे ऐसे लोगों की सोच से शर्म आती है, लेकिन मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि जरा कोई मुझे बताए कि आज मोदी के शासनकाल में जो भर्ती होगा, क्या उसे आज ही पेंशन देना है क्या? उसको पेंशन देने की नौबत 30 साल बाद आएगी और तब तक मोदी 105 साल को हुआ होगा. और तब ना ही मोदी की सरकार होगी. जब मोदी 105 साल का होगा तो क्या मोदी ऐसा राजनेता है जो  उसके लिए आज गाली खाएगा?क्या तर्क दे रहे हैं.'

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मेरे लिए देश सर्वोपरि

पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए दल नहीं देश सर्वोपरि है. मैं गर्व से कहना चाहता हूं कि सेनाओं द्वारा लिए गए इस फैसले का हमने सम्मान किया है. हम राजनीति के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रनीति के लिए काम करते हैं.' PM ने कहा, 'हमारे लिए राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि है, हमारे लिए 140 करोड़ की शांति सबसे पहले हैं. जो लोग देश के युवाओं को गुमराह कर रहे हैं, उनका इतिहास साक्षी है कि उन्हें सैनिकों की कोई परवाह नहीं है, ये वहीं लोग हैं जिन्होंने एक मामूली रकम 500 करोड़ दिखा-दिखाकर वन रैक-वन पेंशन पर झूठ बोला. ये हमारी सरकार है जिसने वन रैंक वन पेंशन लागू किया. पूर्व सैनिकों को सवा लाख करोड़ से ज्यादा दिए गए. कहां 500 करोड़ और कहां सवा लाख करोड़. इतना बड़ा झूठ...'

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