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टोकाटोकी पर पीएम मोदी हुए गरम, बोले- अधीर रंजन जी अब ज्यादा हो रहा है!

पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा, "अधीर जी यह अच्छा नहीं लग रहा है, आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? पहले तो आप ऐसे नहीं करते थे. अधीर रंजन जी अब ज्यादा हो रहा है."

लोकसभा में पीएम मोदी (फ़ोटो- लोकसभा टीवी) लोकसभा में पीएम मोदी (फ़ोटो- लोकसभा टीवी)
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली ,
  • 10 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:16 PM IST
  • लोकसभा में टोकाटोकी पर पीएम मोदी हुए गरम
  • कहा- बोले- अधीर रंजन जी अब ज्यादा हो रहा है
  • कांग्रेस ने सदन से किया वॉकआउट

लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया. लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी पीएम के संबोधन के दौरान किसी बात से असहमत दिखे. चौधरी ने अपनी सीट पर खड़े होकर पीएम के संबोधन के बीच टोकाटोकी शुरू कर दी. ये सिलसिला कुछ देर तक चलता रहा, जिसको लेकर पीएम मोदी ने कहा कि 'अधीर रंजन जी अब ज्यादा हो रहा है.' 

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दरअसल, पीएम मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के लिए खड़े हुए. संबोधन के दौरान उन्होंने कृषि कानून और बंगाल चुनाव का जिक्र किया. लेकिन इस बीच कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी खड़े हुए और पीएम के संबोधन के बीच बोलने लगे. जिस पर पीएम मोदी भी थोड़ा गरम हो गए. पीएम ने कहा, "अधीर रंजन जी अब ज्यादा हो गया है. मैं आपका सम्मान करता हूं. आपको बंगाल में TMC से अधिक प्रचार मिलेगा. चिंता न करें." 

पीएम मोदी ने आगे कहा, "अधीर जी यह अच्छा नहीं लग रहा है, आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? पहले तो आप ऐसे नहीं करते थे." इस दौरान एक बार तो पीएम अपनी सीट पर बैठ गए. लोकसभा स्पीकर ने माहौल शांत कराने की कोशिश की. 

पीएम ने कहा कि ये शोर और बाधा डालने का प्रयास एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. रणनीति यह है कि शोर मचाते रहें अन्यथा झूठ और अफवाहें उजागर होंगी. सच्चाई सामने आ जाएगी और चीजें उनके लिए मुश्किल हो जाएंगी. आप इस तरह लोगों का विश्वास नहीं जीत पाएंगे. 

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इन सबके बीच कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन के दौरान वॉकआउट किया. कई सांसद सदन छोड़कर चले गए. हालांकि, पीएम ने अपना संबोधन जारी रखा. 

सदन से बाहर निकलने के बाद अधीरंजन चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के जवाब में हमने बहुत चीजों की अपेक्षा की थी. उन्होंने ये कह दिया कि कृषि क़ानून किसी को लाभ हो सकता है, किसी को हानि भी हो सकती है. लेकिन सभी के लाभ के लिए क़ानून लाना चाहिए था.

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