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Mann ki Baat: राष्ट्रगान पर अनोखी पहल से लेकर अमृत महोत्सव तक, जानिए PM के संबोधन की बड़ी बातें

पीएम मोदी (PM Modi) ने आज यानी रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के जरिए राष्ट्र से संवाद किया. पीएम मोदी ने इस दौरान टोक्यो (Tokyo) गए भारतीय खिलाड़ियों के लिए चियर करने सहित कई अन्य मुद्दों पर बातचीत की.

पीएम मोदी. (फाइल फोटो) पीएम मोदी. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 1:00 PM IST
  • आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर हमें गर्व- पीएम मोदी
  • आप लोगों से मिला सुझाव ही 'मन की बात' की असली ताकत- PM
  • वोकल फॉर लोकल पर जोर देने की पीएम ने की अपील

पीएम मोदी (PM Modi) ने आज यानी रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के जरिए राष्ट्र से संवाद किया. पीएम मोदी ने इस दौरान टोक्यो (Tokyo) गए भारतीय खिलाड़ियों के लिए चियर करने सहित कई अन्य मुद्दों पर बातचीत की. पीएम मोदी ने लोगों को आगाह किया कि त्योहारों के बीच यह भूलना नहीं है कि कोरोना (Corona Virus) हमारे बीच से गया नहीं है. इसलिए कोरोना नियमों (Corona Protocol) का पालन करना जरूरी है. जानिए पीएम मोदी के संबोधन से जुड़ी 10 बड़ी बातें.

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खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने की अपील

पीएम मोदी ने संबोधन के शुरुआत में टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने गए भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और लोगों से भारतीय खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने की अपील की. उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में तिरंगा देखकर पूरा देश रोमांचित हुआ. जब ये खिलाड़ी भारत से गए थे, तो मुझे भी इनसे गप-शप करने का, उनके बारे में जानने का और देश को बताने का अवसर मिला था. ये खिलाड़ी जीवन की अनेक चुनौतियों को पार करके यहां पहुंचे हैं.

करगिल युद्ध की वीरगाथा पढ़ने की अपील

पीएम मोदी ने कहा कि कल यानि 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस भी है. करगिल का युद्ध भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का प्रतीक है. इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच मनाया जाएगा. इसलिए ये और भी खास हो जाता है. मैं चाहूंगा कि आप सभी करगिल के रोमांचित कर देने वाली गाथा जरूर पढ़ें, करगिल के वीरों को हम सब नमन करें.

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आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर हमें गर्व- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 15 अगस्त को देश अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है. ये हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि जिस आजादी के लिए देश ने सदियों का इंतजार किया, उसके 75 वर्ष होने के हम साक्षी बन रहे हैं. आपको याद होगा, आजादी के 75 साल मनाने के लिए 12 मार्च को बापू के साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव की शुरुआत हुई थी. इसी दिन बापू की दांडी यात्रा को भी पुनर्जीवित किया गया था, तब से, जम्मू-कश्मीर से लेकर पुडुचेरी तक, गुजरात से लेकर पूर्वोत्र तक, देशभर में 'अमृत महोत्सव' से जुड़े कार्यक्रम चल रहे हैं.

राष्ट्रगान को लेकर अनोखी पहल
पीएम मोदी ने कहा कि कितने ही स्वाधीनता सेनानी और महापुरुष हैं जिन्हें अमृत महोत्सव में देश याद कर रहा है. सरकार और सामाजिक संगठनों की तरफ से भी लगाता इससे जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक आयोजन इस बार 15 अगस्त को होने जा रहा है, ये एक प्रयास है- राष्ट्रगान से जुड़ा हुआ.  सांस्कृतिक मंत्रालय की कोशिश है कि इस दिन ज्यादा से ज्यादा भारतवाली मिलकर राष्ट्रगान गाएं, इसके लिए एक वेबसाइट भी बनाई गई है. rashtragaan.in. इस वेबसाइट की मदद से आप राष्ट्रगान गाकर, उसे रिकॉर्ड पाएंगे, इस अभियान से जुड़ पाएंगे. मुझे उम्मीद है, आप इस अनोखी पहल से जरूर जुड़ेंगे.

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‘अमृत महोत्सव’ किसी सरकार का कार्यक्रम नहीं- पीएम मोदी

अमृत महोत्सव को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यह किसी सरकार का या किसी राजनीतिक दल का कार्यक्रम नहीं है. यह कोटि-कोटि भारतवासियों का कार्यक्रम है. हर स्वतंत्र और कृतज्ञ भारतीय को अपने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन है. इस मोहत्सव की मूल भावना का विस्तार तो बहुत विशाल है- ये भावना है, अपने स्वाधीनता सेनानियों के मार्ग पर चलना, उनके सपनों का देश बनाना. जैसे, देश की आजादी के मतवाले, स्वंत्रता के लिए एकजुट हो गए थे, वैसे ही हमें देश के विकास के लिए एकजुट होना है. हमें देश के लिए जीना है, देश के लिए काम करना है और इसमें छोट-छोटे प्रयास भी बड़े नतीजे ला देते हैं.

आप लोगों से मिला सुझाव ही 'मन की बात' की असली ताकत

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आप लोगों से मिले सुझाव ही 'मन की बात' की असली ताकत है. आपके सुझाव ही मन की बात के माध्यम से भारत कि विविधिता को प्रकट करते हैं, भारवासियों के सेवा और त्याग के खुशबू को चारों दिशाओं में फैलाते हैं. हमारे मेहनतकश युवाओं के इनोवेशन से सब को प्रेरित करते हैं. मन की बात में आप की कई तरह के आइडिया भेजते हैं. हम सभी पर तो नहीं चर्चा कर पाते हैं, लेकिन उनमें से बहुत आइडिया को मैं संबंधित विभागों को जरूर भेजता हूं ताकि उन पर आगे का काम किया जा सके.

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वोकल फॉर लोकल पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि रोज के कामकाज करते हुए हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं, जैसे वोकल फॉर लोग. हमारे देश के स्थानीय उद्यमियों, आर्टिस्टों, शिल्पकारों, बुनकरों को सपोर्ट करना हमारे सहज भाव में होना चाहिए. सात अगस्त को आने वाला नेशन हैंडलूम दिवस, एक ऐसा अवसर है जब हम प्रयास पूर्वक भी ये काम कर सकते है. नेशनल हैंडलूम डे के साथ बहुत ऐतिहासिक पृष्ठभूमि जुड़ी हुई है. इसी दिन, 1905 में स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत हुई थी.

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जल संरक्षण पर पीएम मोदी का जोर

पीएम मोदी ने कहा कि एक और विषय है जो मेरे दिल के बहुत करीह है. ये विषय जल संरक्षण का है. मेरा बचपन जहां गुजरा, वहां पानी की हमेशा किल्लत रहती थी. हम लोग बारिश के लिए तरसते थे और इसलिए पानी की एक-एक बूंद बचाना को बचाना हमारे संस्कारों का हिस्सा रहा है. अब ' जन भागीदारी से जल संरक्षण' इस मंत्र ने वहां की तस्वीर बदल दी है. पानी की एक-एक बूंद को बचाना, पानी की किसी भी प्रकार की बर्बादी को रोकना यह हमारे जीवन शैली का एक सहज हिस्सा बन जाना चाहिए. हमारे परिवारों की ऐसी परंपरा बन जानी चाहिए, जिससे हर एक सदस्य को गर्व हो.

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परोपकार करने वाला ही असल में जीता है- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अपने लिए तो संसार में हर कोई जीता है. असल में जो परोपकार के लिए जीता है वो ही असल में जीता है. पीएम मोदी ने इस दौरान चंडीगढ़ के संजय राणा का जिक्र किया जो कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को फ्री में छोटे भटूरे दे रहे हैं. इन बातों से पता चलता है कि हम नौकरी के साथ- साथ परोपकार का भी काम कर सकते हैं.

कोरोना प्रोटोकॉल का करें पालन
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि त्योहारों के समय में यह ध्यान रखना है कि कोरोना वायरस हमारे बीच से गया नहीं है. इसलिए जरूरत है कि हम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें.

 

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