
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नवनियुक्त जापानी समकक्ष शिगेरू इशिबा से मुलाकात की. इस मुलाकात में उन्होंने बुनियादी ढांचे, कम्युनिकेशन और रक्षा समेत कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को चर्चा की. पीएम ने वियनतियाने में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से इतर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से भी मुलाकात की.
पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर लाओस की राजधानी में हैं. उन्होंने 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के अवसर पर जापान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री इशिबा से मुलाकात की और उन्हें नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी. साथ ही जापान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सफलता की कामना की.
पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रधानमंत्री इशिबा के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई. मैं उनके जापान के प्रधानमंत्री बनने के कुछ ही दिनों बाद उनसे मिलकर खुश हूं. हमारी बातचीत में बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीके शामिल थे. सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई."
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक विश्वसनीय मित्र और रणनीतिक साझेदार जापान के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देना जारी रखेगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "जापान-भारत संबंधों को बढ़ावा देना, एक्ट ईस्ट नीति को मजबूत करना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरुशिबा ने आज 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के मौके पर सार्थक बातचीत की. चर्चा के दौरान प्रौद्योगिकी, व्यापार, सांस्कृतिक, रक्षा और सुरक्षा में साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित रही.
विदेश मंत्रालय ने कहा, "दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, बुनियादी ढांचे के विकास, रक्षा और सुरक्षा, सेमीकंडक्टर, कौशल, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच कम्युनिकेशन आदान-प्रदान समेत कई क्षेत्रों में सहयोग के माध्यम से भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और जापान शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपरिहार्य भागीदार हैं और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
इसमें कहा गया, "दोनों नेता अगले भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए उत्सुक हैं."
न्यूजीलैंड के पीएम लक्सन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक सहयोग, पर्यटन, शिक्षा और नवाचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की. यह दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात थी.
न्यूजीलैंड के पीएम से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के साथ एक उत्कृष्ट बैठक हुई. हम लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के प्रति प्रतिबद्धता से बंधे न्यूजीलैंड के साथ अपनी दोस्ती को महत्व देते हैं. हमारी बातचीत में आर्थिक सहयोग, पर्यटन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर चर्चा हुई.
प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा, शिक्षा, कृषि, अंतरिक्ष तकनीक और अन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की.
जयसवाल ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा, "साझेदारी के क्षेत्रों का और विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के मौके पर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिसलक्सनएमपी से मुलाकात की."
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा, डेयरी, कृषि तकनीक, खेल, पर्यटन, अंतरिक्ष सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
बयान में आगे बताया गया कि लगातार उच्च स्तरीय संपर्कों ने द्विपक्षीय संबंधों को एक मजबूत दिशा प्रदान की है. इस संदर्भ में उन्होंने भारत के राष्ट्रपति की न्यूजीलैंड की हालिया यात्रा को याद किया जो एक बड़ी सफलता थी."
वहीं, पीएम मोदी ने इंटरनेशनल सोलर अयालंयस में न्यूजीलैंड के शामिल होने के फैसले का स्वागत किया. दोनों नेताओं ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
इसके साथ ही पीएम मोदी ने न्यूजीलैंड के पीएम को अपनी सुविधा के हिसाब से तारीखों पर भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है.
इसके अलावा पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानी, मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल, फिलीपींस के राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस और वॉर्ल्ड इकोनॉमिक के कार्यकारी अध्यक्ष श्वाब से साथ भी बातचीत की.