
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद गुलाम नबी आजाद की आज राज्यसभा से विदाई हो रही है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी से अपने पुराने रिश्तों का जिक्र किया. इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने एक ऐसा किस्सा साझा किया, जिसे बताते हुए उनकी आंखें भर आईं.
पीएम मोदी ने उस दर्दनाक घटना को याद करते हुए संसद में कहा ''जब आप (गुलाम नबी आजाद) मुख्यमंत्री (जम्मू-कश्मीर) थे, मैं भी एक राज्य (गुजरात) के मुख्यमंत्री के नाते काम करता था. हमारी बहुत निकटता थी. एक बार गुजरात के यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया. करीब 8 लोग मारे गए. सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया और वो फोन सिर्फ सूचना देने का नहीं था, उनके आंसू रुक नहीं रहे थे.'' राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद के बारे में ये बताते हुए पीएम मोदी खुद रोने लगे.
क्या थी वो घटना?
पीएम मोदी ने जिस आतंकी घटना का जिक्र किया है, वो हमला 31 मई 2006 को हुआ था. श्रीनगर के बाहरी इलाके में गुजरात के यात्रियों की बस पर ग्रेनेड अटैक किया गया था. बस पर ग्रेनेड उस वक्त फेंका गया था जब वो मुगल गार्डन की तरफ जा रही थी. ये हमला श्रीनगर की मशहूर डल झील के पास हुआ था और 1 घंटे के भीतर दो ग्रेनेड हमले किए गए थे. इन ग्रेनेड हमलों में गुजरात से आए 36 पर्यटक घायल हुए थे. बतौर मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने खुद पर्यटकों का पूरा इलाज कराया था और उन्हें विशेष विमान से दिल्ली भी भेजा था. गुलाम नबी आजाद ने उन पर्यटकों से माफी भी मांगी थी और कहा था वे बहुत शर्मिंदा हैं कि उन्हें कश्मीर में यह बुरा दिन देखना पड़ा. इस अटैक में कुछ लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी और कुछ ने बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया था.
इसी घटना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि वो हादसा बेहद दर्दनाक था जिसमें 8 लोगों की जान चली गई थी. पीएम मोदी ने ये भी बताया कि उस वक्त प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, मैंने उन्हें शव लाने के लिए फोर्स के जहाज के लिए फोन किया, देर रात हो गई थी. प्रणब मुखर्जी साहब ने व्यवस्था करने की बात कही. दूसरी तरफ रात में गुलाम नबी जी का फिर फोन आया, वो एयरपोर्ट पर थे. जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता होती है वैसी चिंता उन्होंने की.