
इंटेलिजेंस (AI) वर्जन को शेयर किया है. इस AI वीडियो में पीएम मोदी ने वृक्षासन के फायदे गिनाए हैं. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा,'वृक्षासन यानि पेड़ की मुद्रा में किए जाने वाले आसन के कई फायदे हैं। यह शरीर के संतुलन को बेहतर बनाने के साथ ही इसे मजबूती प्रदान करता है.'
बता दें कि पिछले साल (2023) योग दिवस (21 जून) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर थे. तब उन्होंने यूएन मुख्यालय जाकर 135 देशों के प्रतिनिधियों के साथ योग करते हुए पूरे विश्व को खास संदेश दिया था. पीएम मोदी ने यूएन मुख्यालय से अपने संबोधन में कहा था कि योग भारत से आया, लेकिन यह कॉपीराइट, रॉयलटी आदि से फ्री है.
पीएम मोदी ने आगे कहा था कि योग को किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं. योग को घर पर, काम के दौरान या कहीं भी आराम से किया जा सकता है. इसे अकेले या ग्रुप में भी किया जा सकता है. यूएन मुख्यालय में संबोधन के बाद पीएम मोदी ने सभी लोगों के साथ योग किया था. पीएम मोदी के बगल में मशहूर एक्टर रिचर्ड गैरी बैठे थे. योग शुरू करने से पहले पीएम मोदी और सभी लोगों ने ध्यान लगायाते हुए ओम का उच्चारण किया था.
कैसे हुई अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) का विचार पहली बार भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अपने भाषण के दौरान प्रस्तावित किया था. उन्होंने कहा था कि योग भारत की प्राचीन परंपरा की अमूल्य देन है. यह मन और शरीर की एकता का प्रतीक है. अपनी जीवन शैली को बदलकर और चेतना पैदा करके, यह भलाई में मदद कर सकता है. एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को अपनाने की दिशा में काम करना चाहिए.
इसके बाद 21 जून 2015 को दुनिया भर में पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. इसमें प्रधान मंत्री मोदी और 84 देशों के गणमान्य व्यक्तियों सहित 35,985 लोगों ने नई दिल्ली में राजपथ पर 35 मिनट के लिए 21 योग आसन किए, जो अब तक का सबसे बड़ा योग वर्ग बन गया. तब से हर साल भारत और दुनिया भर के शहरों में इसी तरह के दिन आयोजित किए जाते रहे हैं. हर साल आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) इसके लिए भारत में जरूरी व्यवस्थाएं भी करता है.