
कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी ने तमाम जानकारियों को साझा की तो वहीं मुख्यमंत्रियों ने राज्यों में अपनी तैयारियों के बारे में बताया.
इस दौरान पीएम मोदी ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन सबसे पहले किसे दी जाएगी. मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का वैक्सीन लगेगा. इसके बाद सफाईकर्मियों को टीका लगेगा. इसके बाद पुलिसकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, सुरक्षा बल के जवानों को कोरोना का वैक्सीनेशन होगा. दूसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर के लोगों और जो लोग संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील हैं, उन्हें टीका लगेगा.
पीएम ने कहा, 'हमारी कोशिश सबसे पहले उन लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की है जो दिनरात देशवासियों की स्वास्थ्य रक्षा में जुड़े हुए हैं यानी हमारे हेल्थ वर्कर्स चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट. इसके साथ साथ हमारे जो सफाई कर्मचारी हैं, दूसरे फ्रंट लाइन वर्कर्स हैं, सैन्य बल हैं, पुलिस और केंद्रीय बल हैं, होमगार्ड्स हैं, डिजास्टर मैनेजमेंट वोलेंटियर्स समेत सिविल डिफेंस के जवान हैं, कंटेन्मेंट और सर्विलांस से जुड़े कर्मचारियों को पहले चरण में टीका लगाया जाएगा.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को और 50 वर्ष से नीचे के उन बीमार लोगों को जिनको संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है, उनको टीका लगाया जाएगा.
अफवाहों पर रोक लगाएं राज्य
पीएम मोदी ने कहा कि ये हम सभी के लिए गौरव की बात है कि जिन दो वैक्सीन को इमरजेंसी यूज का ऑथराइजेशन दिया गया है वो दोनों ही मेड इन इंडिया हैं. भारत को टीकाकरण का जो अनुभव है, जो दूर-सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने की व्यवस्थाएं हैं, वो कोरोना टीकाकरण में बहुत काम आने वाली हैं. उन्होंने कहा कि अगले कुछ महीनों में हमें 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाना है. राज्यों की जिम्मेदारी है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाहों पर रोक लगाएं. इसके लिए धार्मिक और अन्य संगठनों के साथ चर्चा करके कदम उठाने चाहिए. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर वैज्ञानिक समुदाय की सलाह के आधार पर हम काम करते रहेंगे, हम उसी दिशा में चले हैं. हमें लोगों को जागरूक करते ही रहना पड़ेगा लेकिन ज्यादा जागरूकता की जरूरत वैक्सीनेशन का पहला और दूसरा राउंड पूरा होने के बाद पड़ेगी.
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पीएम मोदी ने कहा कि कोविड प्लैटफॉर्म पर कोरोना वैक्सीन प्रक्रिया की निगरानी होगी. पहली डोज के बाद ही लोगों को डिजिटल सर्टिफिकेट देना होगा, दूसरी डोज लगने के बाद फाइनल सर्टिफिकेट दिया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों के साथ चर्चा के बाद ही वैक्सीन में किसे प्राथमिकता दी जाएगी, यह तय की जाएगी. हेल्थ वर्कर्स के बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी. पहले चरण में 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका देने का खर्च राज्यों सरकारों को नहीं उठाना पड़ेगा.
बता दें कि देशभर में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू होगी. शुरू में तीन करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. इसके बाद 50 साल से ऊपर के लोगों और गंभीर बीमारी से ग्रस्त 50 साल के कम लोगों को वैक्सीन दी जाएगी.