
लोकसभा में विपक्ष के हंगामे और अडानी मुद्दे को लेकर नारेबाजी के बीच अलग-अलग मंत्रालयों की अनुदान मांगों, अनुदान मांगों को लेकर कटौती प्रस्ताव और विनियोग विधेयक 2023 पेश किए गए. लोकसभा की कुछ मिनट तक चली कार्यवाही के दौरान अनुदान मांगों के साथ ही विनियोग विधेयक 2023 पारित हो गया. वोटिंग में अनुदान मांगों को लेकर कटौती के प्रस्ताव सदन में गिर गए.
लोकसभा की कार्यवाही शाम 6 बजे जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए. लोकसभा की कार्यवाही के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद थे. पीएम मोदी की मौजूदगी में विपक्षी सांसदों ने वेल में आकर अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच कराने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्षी सांसद मोदी-अडानी भाई-भाई और वी वांट जेपीसी के नारे लगा रहे थे.
स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से अपनी सीट पर जाकर बैठने की अपील की लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. लोकसभा स्पीकर ने इसके बाद नारेबाजी के बीच ही रेल, सहकारिता, ग्रामीण विकास समेत अलग-अलग मंत्रालयों की अनुदान मांगों के संबंध में जानकारी दी और इन्हें सदन में चर्चा के लिए रखा. स्पीकर ने हंगामे के बीच ही कहा कि हमें अनुदान मांगों में कटौती को लेकर भी कई प्रस्ताव मिले हैं.
स्पीकर ओम बिरला ने अनुदान मांगों में कटौती को लेकर मिले प्रस्ताव की जानकारी दी और इस पर वोटिंग कराई. विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे और वोटिंग से भी दूरी बना ली. अनुदान मांगों में कटौती के प्रस्ताव लोकसभा में गिर गए. इसके बाद हंगामे और नारेबाजी के बीच अनुदान मांगों पर वोटिंग हुई और लोकसभा से इन्हें पारित कर दिया गया.
वित्त मंत्री ने पेश किया विनियोग विधेयक 2023
लोकसभा में हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विनियोग विधेयक 2023 पेश किया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विनियोग विधेयक 2023 को चर्चा और पारित किए जाने के लिए लोकसभा में पेश किया. लोकसभा से हंगामे के बीच बिना चर्चा स्पीकर ओम बिरला ने विनियोग विधेयक 2023 पर वोटिंग कराई और इसे पारित कर दिया गया.
हंगामेदार रहा पूरा दिन
संसद के चालू बजट सत्र का आठवां दिन हंगामेदार रहा. सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही पक्ष-विपक्ष की ओर से नारेबाजी शुरू हो गई. नारेबाजी और हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दोपहर दो बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, हंगामा फिर शुरू हो गया.
हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही शाम 6 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही शाम 6 बजे तक के लिए स्थगित करने से पहले आसन की ओर से ये जानकारी दे दी गई थी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदन में विनियोग विधेयक 2023 पेश करेंगी. शाम 6 बजे भी जब कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए.
विपक्ष की नारेबाजी के बीच लोकसभा से अलग-अलग मंत्रालयों की अनुदान मांगों और विनियोग विधेयक 2023 को पारित कर दिया गया. ये विधेयक पारित होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही 24 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. उच्च सदन राज्यसभा में भी कार्यवाही हंगामेदार ही रही.
राज्यसभा में भी हुआ हंगामा
राज्यसभा में भी सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद सत्तापक्ष ने राहुल गांधी के माफी मांगने की मांग को लेकर तो विपक्ष ने अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई. दोपहर दो बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, हंगामे के कारण एक मिनट से भी कम समय में सदन को 24 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा.