
बीजेपी-एनडीए ने 2024 के लिए चुनावी तैयारी शुरू कर दी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाला सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) एक्टिव मोड में आ गया है. इसकी कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाल ली है. पीएम मोदी एनडीए के सांसदों से मुलाकात का सिलसिला आज सोमवार से शुरू कर चुके है. इसी क्रम में उन्होंने पश्चिम यूपी के सांसदों के साथ बैठक की और उनसे अपने लोकल क्षेत्र के मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाने के लिए कहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम यूपी के सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में लोकल मुद्दों पर बात करें. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि चोला बदल चुका है लेकिन चरित्र वही है. इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए के इतिहास के बारे में बताया और सरकार ने काम काज पर प्रेजेंटेशन दिया. उन्होंने कहा कि एनडीए के कार्यक्रमों को लेकर जनता के बीच जाएं और उन्हें बताएं. पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर के अलावा बहुत से काम हैं जिनको जनता के बीच लेकर जाना है.
'जनता के बीच अधिक से अधिक समय बिताएं सांसद'
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, चोला बदलने से कोई चरित्र नहीं बदलता है. इसलिए यूपीए तो यूपीए ही रहेगा. पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए के पास दस साल का कुछ भी बताने के लिए नहीं हैं. यूपीए चरित्र पर कई दाग थे इसलिए उन्हें नाम बदलने की ज़रूरत पड़ी थी. उन्होंने सांसदों से कहा कि जनसंपर्क से समर्थन हासिल किया, जो कुछ भी किया वो ठीक हैं, लेकिन अब चुनाव का समय है. जनता के बीच में अधिक से अधिक समय बिताएं. अब शादी-विवाह और त्योहार का समय है, इसलिए अधिक से अधिक लोगों के कार्यक्रम में जाएं. पीएम मोदी ने बताया कि उन्हें उतराखण्ड की महिला ने बताया कि उनके परिवार में कोई भी नहीं हैं, लेकिन दिल्ली में एक उनका बेटा हैं जिस वजह से उतराखण्ड का चुनाव हम जीत गए थे.
एनडीए त्याग की भावना से बनाः पीएम मोदी
सांसदों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें त्याग की भावना का मंत्र भी दिया. उन्होंने इसे उदाहरण देकर समझाते हुए सीएम नीतीश कुमार और अकाली दल का नाम लिया. पीएम मोदी ने कहा कि 'नीतीश कुमार से ज्यादा विधायक होते हुए भी नीतीश को सीएम बनाया और पंजाब में अकाली के साथ सरकार में अच्छी संख्या में विधायक होते हुए भी उप मुख्यमंत्री का पद नही मांगा. उन्होंने कहा कि एनडीए स्वार्थ नहीं त्याग की भावना से बना है.'