
PM Modi- J&K Leaders Meeting Updates: जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम मोदी ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई. पीएम आवास पर ये बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक चली. शाम 6:30 बजे के करीब कश्मीरी नेताओं संग पीएम मोदी की सर्वदलीय बैठक खत्म हुई. इस बैठक में पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा कि वो 'दिल की दूरी' और 'दिल्ली की दूरी' को खत्म करना चाहते हैं.
बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत एक मेज पर बैठने और विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता है. उन्होंने बताया कि मैंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा है कि लोगों को, खासकर युवाओं को जम्मू-कश्मीर को राजनीतिक नेतृत्व देना है और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी आकांक्षाएं पूरी हों. जम्मू-कश्मीर के नेताओं संग बैठक के बाद पीएम मोदी ने कई तस्वीरें भी ट्वीट की.
वहीं बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर 'अपनी पार्टी' के नेता अल्ताफ बुखारी ने कहा कि आज अच्छे माहौल में वार्ता हुई. सभी ने विस्तार से अपनी बात रखी है. पीएम और गृहमंत्री ने सबकी बाते सुनी. पीएम ने कहा कि डिलिमिटेशन की प्रक्रिया खत्म होने पर चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी.
बैठक में अमित शाह ने पार्टियों को किया संबोधित
जम्मू कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने सारी पार्टियों को संबोधित किया. गृहमंत्री ने घाटी के विकास का पूरा ब्योरा पार्टियों के सामने रखा कि धारा 370 हटाए जाने के बाद घाटी में किस स्तर के विकास कार्य किए गए हैं. सारी राजनीतिक पार्टियों को भरोसा दिलाया गया कि डीलिमिटेशन प्रक्रिया में सभी राजनीतिक दलों की हिस्सेदारी होगी. साथ ही गृहमंत्री ने पार्टियों के नुमाइंदों से ये भी कहा कि हर तरीके से पंचायतों को मजबूत करने के लिए कश्मीर में केन्द्र सरकार काम कर रही है.
पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि J&K को पूर्ण राज्य का दर्जा जल्द वापस मिले. साथ ही वहां विधानसभा चुनाव जल्द कराए जाएं. कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास की व्यवस्था भी की जाए.
वहीं पीडीपी नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने बताया कि मैंने बैठक में कहा कि 370 ख़त्म करने का फ़ैसला जम्मू-कश्मीर विधानसभा के द्वारा होना चाहिए. लेकिन PM ने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्ज़ा दिए जाने पर सीधे कुछ नहीं कहा.
महबूबा मुफ़्ती ने उठाया धारा 370 का मुद्दा
वहीं, महबूबा मुफ़्ती (पीडीपी अध्यक्ष) ने कहा कि मैंने बैठक में पीएम से कहा कि अगर आपको धारा 370 को हटाना था तो आपको जम्मू-कश्मीर की विधानसभा को बुलाकर इसे हटाना चाहिए था. इसे गैरकानूनी तरीके से हटाने का कोई हक नहीं था. हम धारा 370 को संवैधानिक और क़ानूनी तरीके से बहाल करना चाहते हैं.
वहीं पीएम मोदी व जम्मू-कश्मीर नेताओं की मुलाकात के बाद बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे. मुझे लगता है कि आने वाले समय में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू होने वाली है. चुनाव भी परिसीमन प्रक्रिया के बाद होगा. वहां एक बार फिर विधानसभा का गठन होगा.
उमर अब्दुल्ला का बयान
उमर अब्दुल्ला ने बैठक से निकलने के बाद कहा कि हमने मीटिंग में कहा कि 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार के द्वारा 370 को ख़त्म करने के फ़ैसले को हम स्वीकार नहीं करेंगे. हम अदालत के जरिए 370 के मामले पर अपनी लड़ाई लडेंगे.
गौरतलब है कि धारा 370 को हटाए जाने के करीब दो साल के बाद केंद्र सरकार की ओर से राज्य के नेताओं के साथ ये बातचीत की गई है. नई दिल्ली में PM आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद, रविन्द्र रैना, कवींद्र गुप्ता, निर्मल सिंह, सज्जाद लोन, भीम सिंह समेत अन्य कई नेता शामिल रहे.
इस मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, NSA अजीत डोभाल, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा केंद्र के अन्य कई अफसर भी मौजूद थे.
बैठक के बीच जम्मू-कश्मीर के नेताओं संग पीएम मोदी की बैठक की तस्वीरें सामने आईं. तस्वीरों में अमित शाह, गुलाम नबी आजाद, महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला समेत तमाम नेता दिखाई दे रहे हैं. पीएम सभी का हाथ जोड़कर स्वागत कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, मीटिंग में डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा सभी का स्वागत किया गया. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ओपनिंग रिमार्क दिया गया. पीएम मोदी के बाद फारूक अब्दुल्ला की ओर से अपनी बात कही गई. इसके बाद बारी-बारी से अन्य नेताओं ने बात रखी.
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गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की दिल्ली में पीएम आवास पर बैठक हुई है. वीडियो में आप तमाम नेताओं को देख सकते हैं. इस बैठक में NSA डोभाल, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, J&K के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा केंद्र के अन्य कई अफसर मौजूद हैं.
महबूबा मुफ्ती के बयान से फारूक ने बनाई दूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग से पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कोई एजेंडा नहीं है, हम अपनी बात रखेंगे और पीएम-गृह मंत्री से बात करेंगे, ताकि रियासत में शांति आए. फारूक ने कहा कि हमारे चाहने का सवाल नहीं है, चाहते तो हम आसमान हैं. पहले हम पीएम मोदी से बात करेंगे, बाद में मीडिया से बात करेंगे.
महबूबा मुफ्ती द्वारा दिए गए पाकिस्तान से बातचीत के बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वो उनका एजेंडा है, हम अलग-अलग पार्टी हैं ऐसे में ये उनकी बात है. हालांकि, पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग का फारूक अब्दुल्ला ने स्वागत किया, साथ ही उन्होंने कहा कि वो अपने वतन की बात करते हैं और मैं पाकिस्तान वगैरह की बात नहीं करता.
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पीएम मोदी से मिलने पहुंचे अमित शाह
जम्मू-कश्मीर पर होने वाली बैठक से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचे. शाम को होने वाली मीटिंग से पहले ये मुलाकात अहम रही. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी यहां मौजूद रहें.
बातचीत से पहले बोले भीम सिंह...
पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह ने पीएम मोदी के साथ होने वाली मीटिंग से पहले कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी बात रखेंगे और यह कहेंगे कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले. साथ ही विधानसभा चुनाव भी कराया जाना चाहिए. भीम सिंह ने कहा कि महबूबा मुफ्ती अपनी राजनीति बचाने के लिए पाकिस्तान का नाम लेती हैं, हम उनको तवज्जो नहीं देते हैं.
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बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर में अलर्ट, इंटरनेट पर भी नज़र
पीएम मोदी की इस अहम मीटिंग से पहले जम्मू-कश्मीर में हलचल है, राज्य में 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है. लाइन ऑफ कंट्रोल पर भी नज़र पैनी कर दी गई है. वहीं, ज़रूरत पड़ने पर इंटरनेट की सुविधा पर भी रोक लगाई जा सकती है. बता दें कि पीएम मोदी की मीटिंग से पहले बुधवार को ही आतंकवादियों ने एक बार फिर हमला किया था.
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