
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 296 किलीमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उदघाटन कर दिया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए विपक्ष पर हमला बोला और रेवड़ी कल्चर से दूर रहने की अपील की. मोदी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि रेवड़ी बांटकर थैंक्यू का अभियान चलवाने वाले सत्ताधारी अगर युवाओं को रोजगार दें तो वो ‘दोषारोपण संस्कृति’ से बच सकते हैं. रेवड़ी शब्द असंसदीय तो नहीं?
केजरीवाल बोले- दोस्तों और मंत्रियों को सुविधाएं क्यों, जनता को क्यों नहीं...
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ्त इलाज करवाना - इसे मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते. हम एक विकसित और गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं. ये काम 75 साल पहले हो जाना चाहिए था. केजरीवाल ने कहा कि आज दो किस्म की राजनीति चल रही है. एक ईमानदारी और दूसरी भ्रष्टाचार की. एक में अपने लोगों, दोस्तों को हजारों करोड़ों के ठेके दिए जाते हैं. मंत्रियों को सुविधाएं देते हैं. दोस्तों को ठेके देते हैं.
दिल्ली के सीएम ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि केजरीवाल फ्री की रेवड़ियां बांट रहा है. फ्री का बीज दे रहा है. मुझे गालियां दी जा रही हैं. मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है. आज मैं देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि मैं क्या गलत कर रहा हूं. दिल्ली के गरीबों के बच्चों को सरकारी स्कूलों में शानदार शिक्षा दे रहा हूं. फ्री में शिक्षा दे रहा हूं. मैं देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या मैं फ्री की रेवड़ियां दे रहा हूं... दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं. इन बच्चों को भविष्य अंधकार में था अभी तक. पहले पढ़ाई नहीं होती थी. बोर्ड डेस्क नहीं थे. बच्चों का भविष्य बर्बाद था. आज मैं इनका भविष्य बनाना रहा हूं. 75 साल में पहली बार 99 प्रतिशत से ज्यादा रिजल्ट आया है. उन्होंने कहा कि प्राइवेट को पीछे छोड़ दिया है. 4 लाख बच्चों ने प्राइवेट से नाम कटवाया और सरकारी में दाखिल करवाया है.
दरअसल, पीएम मोदी ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा था कि हमारे देश रेवड़ी कल्चर को बढ़ावा देने कोशिश हो रही है. मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है. मोदी ने कहा कि रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे. नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे. रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर उन्हें खरीद लेंगे. जानिए पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें...
1. रेवड़ी कल्चर पर प्रहार...
मोदी ने कहा कि हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है. डबल इंजन की सरकार मुफ्त की रेवड़ी बांटने का शॉर्टकट नहीं अपना रही, बल्कि मेहनत करके राज्य के भविष्य को बेहतर बनाने में जुटी है. उन्होंने कहा कि हम कोई भी फैसला लें, निर्णय लें, नीति बनाएं, इसके पीछे सबसे बड़ी सोच यही होनी चाहिए कि इससे देश का विकास और तेज होगा. हर वो बात, जिससे देश को नुकसान होता है, देश का विकास प्रभावित होता है, उसे हमें दूर रखना है.
2. यूपी के विकास के दो मायने...
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने हमेशा देखा कि अगर यूपी में 2 महत्वपूर्ण चीजें जोड़ दी जाएं तो उत्तर प्रदेश चुनौतियों को चुनौती देने की बहुत बड़ी ताकत के साथ खड़ा हो जाएगा. पहला मुद्दा था- यहां की खराब कानून व्यवस्था, पहले यहां क्या हाल था ये आप जानते हैं. दूसरा - हर प्रकार से खराब कनेक्टिविटी. अगर इनको ठीक कर दिया जाए तो यूपी में चुनौतियों को चुनौती देने का माद्दा है. योगी जी की नेतृत्व वाली सरकार में कानून व्यवस्था भी सुधरी है और कनेक्टिविटी में भी तेजी से सुधार हो रहा है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है. ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा.
3. एक्सप्रेसवे वाहनों को ही नहीं, बुंदेलखंड के औद्योगिक प्रगति को गति देगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा. एक समय था, जब माना जाता था कि यातायात के आधुनिक साधनों पर पहला अधिकार सिर्फ बड़े-बड़े शहरों का ही है. लेकिन अब सरकार भी बदली है, मिजाज भी बदला है. ये मोदी है, ये योगी है. पुरानी सोच को पीछे छोड़कर, हम एक नए तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. यूपी नए संकल्पों को लेकर अब तेज गति से दौड़ने के लिए तैयार हो चुका है. यही सबका साथ है, सबका विकास है. कोई पीछे ना छूटे, सब मिलकर काम करें, इसी दिशा में डबल इंजन की सरकार लगातार काम कर रही है. यूपी के छोटे-छोटे जिले हवाई सेवा से जुड़ें, इसके लिए भी तेजी से काम किया जा रहा है.
4. बनाया जाए टूरिज्म सर्किट
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे के बगल में जो स्थान हैं, वहां बहुत सारे किले हैं. यूरोप के बहुत सारे देशों में किले देखने का बहुत बड़ा पर्यटन उद्योग चलता है. उन्होंने कहा कि मैं आज योगीजी की सरकार से कहूंगा कि अब बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनने के बाद आप भी इन किलो को देखने के लिए एक शानदार टूरिज्म सर्किट बनाइये. यहां लोग आएंगे और पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय लोगों का रोजगार भी बढ़ेगा.
5. किलों पर चढ़ने की प्रतियोगिता करवाएं
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक अहम सुझाव भी दिया. पीएम ने स्थानीय इलाके में टूरिज्म बढ़ावा देने के लिए किलों पर चढ़ने की प्रतियोगिता का आयोजन करने का सुझाव दिया. पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं मंच पर आ रहा था, तब इसका मॉडल देखा था. मैंने देखा कि एक्सप्रेस-वे के आसपास कई किले हैं. मैं योगीजी से आग्रह करना चाहूंगा कि सर्दियों में एक प्रतियोगिता का आयोजन करें, किले पर चढ़ने की प्रतियोगिता. इस प्रतियोगिता में युवाओं को आमंत्रित करें. ये प्रतियोगिता आसान रास्ते से नहीं, बल्कि कठिन रास्ते से चढ़ने की रखी जाए. जो किले पर सबसे पहले चढ़ेगा, उसे प्रोत्साहित किया जाए. पीएम ने कहा कि युवा जब बाहर से इस प्रतियोगिता के लिए आएंगे, रात में ठहरेंगे तो इससे यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
6. कुटीर उद्योग बुंदेलखंड के विकास की ताकत
बुंदेलखंड के विकास में बहुत बड़ी ताकत यहां के कुटीर उद्योगों की भी है. आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी सरकार द्वारा इस कुटीर परंपरा पर भी बल दिया जा रहा है. मेक इन इंडिया इसी कुटीर परंपरा से सशक्त होने वाला है. इस मिशन के तहत बुंदेलखंड के लाखों परिवारों को पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है. इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी माताओं-बहनों को हुआ है.
7. बुंदेलखंड के हर जिले में बनाएं जाएंगे अमृत सरोवर
हम बुंदलेखंड में नदियों के पानी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. बुंदेलखंड की एक और चुनौती को कम करने के लिए हमारी सरकार निरंतर काम कर रही है. हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाने के लिए हम जल जीवन मिशन पर काम कर रहे हैं. बुंदेलखंड के हर जिले में अमृत सरोवर बनाएं जाएंगे. ये जल सुरक्षा और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ा काम है.
8. केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के लिए हजारों करोड़ रुपये स्वीकृत
केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के लिए हजारों करोड़ रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं, इससे बुंदेलखंड के बहुत बड़े हिस्से का जीवन बदलने वाला है। आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर हमने देश में अमृत सरोवरों के निर्माण का संकल्प लिया है. भारत में खिलौने बनाना पारंपरिक व्यवसाय रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने खिलौना उद्योगों को नए सिरे से काम करने का आग्रह किया था. लोगों से भी भारतीय खिलौने खरीदने का आग्रह किया था.
9. 15 अगस्त तक पूरे महीने आजादी का अमृत महोत्सव मनाना चाहिए
सरकार के स्तर पर जो काम जरूरी थे, वो भी हमने किया. इसका नतीजा ये निकाला कि आज विदेश से आने वाले खिलौनों की संख्या बहुत बड़ी संख्या में कम हो गई है. साथ ही भारत से अब बड़ी संख्या में खिलौने विदेश में जाने लगे हैं. मैं आप सबको याद दिलाना चाहता हूं कि 15 अगस्त तक पूरे महीने, हिंदुस्तान के हर घर और हर गांव में आजादी का अमृत महोत्सव मनना चाहिए और शानदार तरीके से मनना चाहिए.
10. डबल इंजन की सरकार में अभूतपूर्व विकास
डबल इंजन की सरकार में आज यूपी जिस तरह आधुनिक हो रहा है, ये अभूतपूर्व है. सरयू नहर परियोजना को पूरा होने में 40 साल लग गए, उसे हमने पूरा किया. 30 साल से बंद गोरखपुर फर्टिलाइजर प्लांट को डबल इंजन की सरकार ने शुरू किया. 12 साल से चल रही अर्जुन डैम परियोजना को तेज गति से हमने पूरा किया. उन्होंने कहा कि एक समय में यूपी में सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे. आज यूपी में 35 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं और 14 नए मेडिकल कॉलेज में काम चल रहा है.
- पहले की सरकार के समय यूपी में हर साल औसतन 50 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण होता था. आज औसतन 200 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण हो रहा है. 2014 से पहले यूपी में सिर्फ 11,000 कॉमन सर्विस सेंटर थे. आज यूपी में 1.30 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर काम कर रहे हैं. विकास की जिस धारा पर आज देश चल रहा है उसके मूल में दो पहलू हैं. एक है इरादा और दूसरा है मर्यादा. हम देश के वर्तमान के लिए नई सुविधाएं ही नहीं गढ़ रहे बल्कि देश का भविष्य भी गढ़ रहे हैं.
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का शिलान्यास और लोकार्पण दोनों हमारी सरकार में हुआ. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे भी इसी का उदाहरण है. इसका काम अगले साल फरवरी में पूरा होना था, लेकिन ये 7-8 महीने पहले ही सेवा के लिए तैयार है. हम समय की मर्यादा का पालन कैसे करते हैं, इसके अनगिनत उदाहरण यूपी में ही हैं. काशी में विश्वनाथधाम के सुंदरीकरण का काम हमारी ही सरकार ने ही शुरू किया और हमारी सरकार ने ही पूरा किया.
- गोरखपुर एम्स का शिलान्यास भी हमारी सरकार ने किया और उसका लोकार्पण भी हमारी सरकार में हुआ. हम कोई भी फैसला लें, निर्णय लें, नीति बनाएं, इसके पीछे सबसे बड़ी सोच यही होनी चाहिए कि इससे देश का विकास और तेज होगा. उन्होंने कहा कि हर वो बात, जिससे देश को नुकसान होता है, देश का विकास प्रभावित होता है, उसे हमें दूर रखना है.
14 हजार करोड़ की लागत से बना बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप से लेकर इटावा तक है. इसमें चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया और इटावा जिला शामिल है. एक्सप्रेव-वे को 14 हजार 850 करोड़ की लागत से 28 महीने में तैयार किया गया है. ये अभी 4 लेन एक्सप्रेसवे है. इसे 6 लाइन किए जाने की तैयारी है. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकारी की उपलब्धियां गिनाईं तो बिना नाम लिए विपक्ष पर भी हमला बोला. मोदी ने बताया कि डबल इंजन की सरकार ने पुराने परसेप्शन को तोड़ दिया है और नई गति के साथ विकास परियोजनाओं को जनता को लोकार्पित किया जा रहा है.