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PM Modi Security Breach: सुप्रीम कोर्ट ने जांच के लिए बनाई 5 सदस्यों की कमेटी, जस्टिस इंदु मल्होत्रा करेंगी अगुवाई

PM Modi Security Breach Case: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक कैसे हुई इसकी जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी के गठन का ऐलान कर दिया है. पंजाब में हुई सुरक्षा में चूक की जांच पांच सदस्यों की कमेटी करेगी.

PM मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच करेगी चार सदस्यों वाली कमेटी PM मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच करेगी चार सदस्यों वाली कमेटी
अनीषा माथुर/संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:21 AM IST
  • 5 जनवरी को पीएम की सुरक्षा में चूक हुई थी
  • केंद्र और पंजाब सरकार की कमेटी पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई
  • दोनों ने जांच के लिए अलग-अलग कमेटी बनाई थी

PM Modi Security Breach Case: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक कैसे हुई इसकी जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी के गठन का ऐलान कर दिया है. पंजाब में हुई सुरक्षा में चूक की जांच पांच सदस्यों की कमेटी करेगी. इसकी अगुवाई रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा करेंगी. इसके साथ सुप्रीम कोर्ट ने सभी मौजूदा जांच कमेटियों पर रोक भी लगा दी है.

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बता दें कि पंजाब सरकार और गृह मंत्रालय दोनों ने मामले की जांच के लिए अपनी-अपनी कमेटी बनाई थी, दोनों ने ही एक दूसरे की जांच पर भरोसा नहीं होने की बात कही थी.

जांच कमेटी में कौन-कौन शामिल?

इस कमेटी में जस्टिस (रिटायर्ड) इंदु मल्होत्रा, डीजी (या नॉमिनी) NIA, डीजी चंडीगढ़ और पंजाब के ADGP (सुरक्षा) शामिल होंगे. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल जल्द से जल्द मामले से जुड़े सभी रिकॉर्ड कमेटी की चेयरपर्सन इंदु मल्होत्रा को सौंप दिए जाएं. हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल भी इस कमेटी में शामिल हैं. कमेटी से कहा गया है कि जल्द से जल्द इस केस की रिपोर्ट तैयार की जाए.

सुप्रीम कोर्ट ने अभी अपने आदेश में समय सीमा तय नहीं की है. कोर्ट ने कहा है कि समिति जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देगी. कमेटी ये अध्ययन करेगी कि सुरक्षा में चूक का मूल कारण क्या था? सुरक्षा को और अभेद्य बनाने के लिए और कौन कौन से उपाय किए जा सकते हैं.

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इससे पहले जांच के मामले पर पंजाब और केंद्र सरकार आमने-सामने आ गए थे. पंजाब ने जो कमेटी बनाई थी उसमें पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के रिटायर जज और पंजाब के गृह सचिव थे. वहीं केंद्र की कमेटी में गृह मंत्रालय के अधिकारी थे. दोनों का आरोप था कि जांच में पक्षपात के आरोप हैं.

बता दें कि 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था. इस दौरान पीएम का काफिला 20 मिनट तक हाईवे पर फंसा रहा था क्योंकि सामने प्रदर्शनकारी किसान थे. आजतक ने एक स्टिंग ऑपरेशन भी किया है, जिसमें पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने माना है कि उनको प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने का आदेश नहीं मिला था.

 

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