
भारत और अफगानिस्तान के राष्ट्रप्रमुखों के बीच मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए द्विपक्षीय वार्ता हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपने संबोधन में क्षेत्रीय समस्याओं पर बल दिया. इसी वार्ता के दौरान भारत-अफगानिस्तान के बीच शहतूत प्रोजेक्ट डैम पर करार किया गया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-अफगानिस्तान का इतिहास एक दूसरे से जुड़ा रहा है. खान-पान हो या साहित्य दोनों एक सोच से आगे बढ़े हैं. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों का संबंध नदियों से भी जुड़ा है.
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश लगातार विकास क्षेत्र में दो दशक से काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत कई प्रोजेक्ट पर अफगानिस्तान परकाम कर रहा है, जो हमारी दोस्ती को दिखाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी बाहरी ताकत हमारी दोस्ती को रोक नहीं सकती है. अफगानिस्तान में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है. क्षेत्र में शांति की जरूरत है, ऐसे में हिंसा का बंद होना जरूरी है. भारत-अफगानिस्तान दोनों ही अपने क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त देखना चाहते हैं.
आपको बता दें कि 286 यूएस मिलियन डॉलर की लागत से बन रहे शहतूत डैम को काबुल में बनाया जाएगा. इसका निर्माण भारत करने जा रहा है. इस डैम से काबुल के लोगों को खेती और पीने के लिए पानी मिलेगा.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी इस दौरान भारत का शुक्रिया अदा किया और क्षेत्र की शांति पर बल दिया. अशरफ गनी ने कहा कि जो देश आतंकवाद को बढ़ाने का काम कर रहे हैं, उन्हें दुनिया में उजागर करने की जरूरत है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने भारत को कोरोना वैक्सीन देने के लिए भी शुक्रिया अदा किया.