
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), जम्मू-कश्मीर के गांदरबल पहुंचे हैं. यहां पर उन्होंने Z-Morh टनल का उद्घाटन किया. इस दौरान, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, एलजी मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी के कश्मीर दौरे को देखते हुए सुरक्षाबलों ने घाटी में सिक्योरिटी बढ़ा दी है. अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है, प्रमुख चौराहों पर दर्जनों चेकप्वाइंट बनाए गए हैं. गाड़ियों की गहन जांच की जा रही है और नियमित गश्त भी हो रही है.
- सुरंग का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टनल का निरीक्षण किया.
Z-Morh टनल क्षेत्र में बहु-स्तरीय सुरक्षा
टनल क्षेत्र के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा टीम, जिसमें एसपीजी के अधिकारी शामिल हैं, उन्होंने उद्घाटन स्थल पर जिम्मेदारी संभाल ली है. संवेदनशील स्थानों पर शार्पशूटर्स तैनात किए गए हैं और ड्रोन के माध्यम से हवाई व तकनीकी निगरानी की जा रही है.
क्यों अहम है यह टनल?
सोनमर्ग और गगनगीर को जोड़ने वाली यह टनल 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और इसमें आपातकालीन स्थिति के लिए 7.5 मीटर चौड़ा समानांतर मार्ग है. ये टनल लद्दाख को पूरे साल सड़क मार्ग से जोड़ने के साथ-साथ देश की रक्षा जरूरतों और क्षेत्रीय विकास में अहम भूमिका निभाएगी.
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टनल से क्या फायदे होंगे?
- सोनमर्ग टनल गगनगीर से सोनमर्ग तक निर्बाध यातायात सुनिश्चित करेगी
- राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर यात्रा की दूरी 49 किमी से घटकर 43 किमी हो जाएगी.
- वाहनों की गति 30 किमी/घंटा से बढ़कर 70 किमी/घंटा हो जाएगी.
- यह टनल क्षेत्र के पर्यटन और व्यापार में तेजी लाने में सहायक होगी.
गेम चेंजर साबित होगी टनल
नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHIDCL) ने इस टनल को इंजीनियरिंग का चमत्कार और क्षेत्र के लिए गेम चेंजर बताया है. साथ ही कहा कि यह परियोजना न केवल यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाएगी, बल्कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच सामाजिक व आर्थिक विकास को भी गति देगी. Z-Morh टनल के साथ ज़ोजिला टनल का काम 2028 तक पूरा होगा. यह क्षेत्रीय रक्षा रसद और यातायात को सुगम बनाएगी. इससे लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के बीच जुड़ाव और विकास को नई दिशा मिलेगी.
साल भर सोनमर्ग आ सकेंगे पर्यटक
यह परियोजना सोनमर्ग को साल भर घूमने लायक जगह में बदलेगी जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे शीतकालीन पर्यटन और स्थानीय आजीविका को बढ़ावा मिलेगा. ज़ोजिला टनल, जिसके 2028 तक पूरा होने की उम्मीद है, के साथ यह रास्ते की लंबाई को 49 किमी से घटाकर 43 किमी कर देगी और गाड़ियों की गति को 30 किमी/घंटा से बढ़ाकर 70 किमी/घंटा कर देगी, जिससे श्रीनगर घाटी और लद्दाख के बीच निर्बाध NH-1 कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी.
निर्माण श्रमिकों से भी मिलेंगे पीएम
यह बढ़ी हुई कनेक्टिविटी डिफेंस लॉजिस्टिक को बढ़ावा देगी, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में आर्थिक विकास और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण को बढ़ावा देगी. प्रधानमंत्री उन निर्माण श्रमिकों से भी मिलेंगे जिन्होंने सबसे कठिन परिस्थितियों में सावधानीपूर्वक काम किया है और टनल के निर्माण में अपना योगदान दिया.
8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित, Z-मोड़ टनल एक दो-लेन वाली रोड टनल है, जिसमें आपात स्थिति के लिए समानांतर 7.5 मीटर चौड़ा निकास मार्ग भी है. यह सुरंग गगनगीर और सोनमर्ग के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी तथा लद्दाख में गर्मियों में यात्रा को आसान बनाएगी.