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शिक्षा नीति पर बोले मोदी- आज से अलग होगी भविष्य की दुनिया, तैयारी अभी से जरूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई शिक्षा नीति पर बात की. उन्होंने कहा कि अब किसी छात्र को एक विषय में फंसने की जरूरत नहीं है, वो कोई भी सब्जेक्ट पढ़ सकता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 12:23 PM IST
  • नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर पीएम मोदी का संबोधन
  • न्यू इंडिया की नींव रखेगी शिक्षा नीति: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़े एक कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव वक्त की मांग थी, क्योंकि अब दुनिया पूरी तरह से बदल गई है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में नई पीढ़ी के बच्चों से पढ़ाई के साथ-साथ स्किल पर काम करने की अपील की. पीएम ने कहा कि आगे की दुनिया आज से अलग होगी, ऐसे में नई पीढ़ी को तैयार करना जरूरी है. 

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अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन दशकों में दुनिया का हर क्षेत्र बदल गया, हर व्यवस्था बदल गई. इन तीन दशकों में हमारे जीवन का शायद ही कोई पक्ष हो जो पहले जैसा हो. लेकिन वो मार्ग, जिस पर चलते हुए समाज भविष्य की तरफ बढ़ता है, हमारी शिक्षा व्यवस्था, वो अब भी पुराने ढर्रे पर ही चल रही थी. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी नए भारत की, नई उम्मीदों की, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम है.

पीएम मोदी बोले कि इसके पीछे पिछले चार-पांच वर्षों की कड़ी मेहनत है, हर क्षेत्र, हर विधा, हर भाषा के लोगों ने इस पर दिन रात काम किया है. लेकिन ये काम अभी पूरा नहीं हुआ है अब तो काम की असली शुरुआत हुई है.

संबोधन में पीएम ने कहा कि अब हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति को उतने ही प्रभावी तरीके से लागू करना है. और ये काम हम सब मिलकर करेंगे मुझे खुशी है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के इस अभियान में हमारे प्रिंसिपल्स और शिक्षक पूरे उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं.

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प्रधानमंत्री ने बताया कि कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के बारे में देश भर के Teachers से MyGov पर उनके सुझाव मांगे थे. एक सप्ताह के भीतर ही 15 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं. पीएम ने कहा कि ये सुझाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति को और ज्यादा प्रभावी तरीके से लागू करने में मदद करेंगे. 

संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों में Mathematical Thinking और Scientific Temperament विकसित हो, ये बहुत आवश्यक है. और Mathematical Thinking का मतलब केवल यही नहीं है कि बच्चे Mathematics के प्रॉब्लम ही सॉल्व करें, बल्कि ये सोचने का एक तरीका है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में नई शिक्षा नीति जारी की है, जिसमें कई बड़े बदलाव किए गए हैं. 

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