
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए सोमवार को इंडोनेशिया के बाली शहर के लिए रवाना होंगे. पीएम तीन प्रमुख सत्र- खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन में हिस्सा लेंगे. वे वहां तीन दिन तक रहेंगे. ये समिट भारत के लिए खास मानी जा रही है. शिखर सम्मेलन में भारत, चीन और अमेरिका समेत अन्य देशों के राष्ट्र प्रमुख शामिल होंगे. इस दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष और इसके प्रभावों समेत वैश्विक चुनौतियों पर व्यापक विचार-विमर्श होने की उम्मीद है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में करीब 45 घंटे तक रुकेंगे. वे वहां करीब 20 कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इसमें जी-20 शिखर सम्मेलन भी शामिल है. सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी सोमवार को इंडोनेशियाई शहर के लिए रवाना होंगे. वहां लगभग 10 वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. इंडोनेशिया के डायस्पोरा में भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करेंगे और बातचीत भी करेंगे. यहां मोदी के लिए स्वागत समारोह रखा गया है. एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री का बाली का 'व्यस्त और लाभकारी' दौरा होगा.
तीन प्रमुख सत्रों में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
इससे पहले विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने रविवार को पीएम के दौरे के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में तीन प्रमुख सत्रों- खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, डिजिटल परिवर्तन और स्वास्थ्य में भाग लेंगे. 15 और 16 नवंबर को शिखर सम्मेलन आयोजित होगा. वार्षिक सभा के समापन समारोह में इंडोनेशिया जी-20 प्रेसीडेंसी को भारत को सौंपेगा. शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन भी शामिल होंगे.
शी जिनपिंग के साथ बैठक तय नहीं...
क्वात्रा ने बताया कि शिखर सम्मेलन के इतर पीएम मोदी कई नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें करेंगे, लेकिन शी जिनपिंग के साथ बैठक होगी या नहीं, इस सवाल का उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया. क्वात्रा ने कहा- अन्य नेताओं के साथ ये द्विपक्षीय संबंध अभी भी निर्धारित होने की प्रक्रिया में हैं. बैठकों में विकास को लेकर चर्चा की जाएगी. इससे पहले मोदी और शी ने सितंबर में उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था. हालांकि, उनके बीच ना तो द्विपक्षीय बैठक हुई थी और ना कोई मुलाकात.
इन चुनौतियों पर वैश्विक नेताओं के बीच होगी चर्चा
क्वात्रा ने बताया कि मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक अर्थव्यवस्था समेत प्रमुख मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श करेंगे. इसमें ऊर्जा, पर्यावरण, कृषि, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन से संबंधित मुद्दे प्रस्तावित हैं. मोदी इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के न्यौते पर शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. वैश्विक चुनौतियों को लेकर चर्चा होगी. महामारी के बाद आर्थिक सुधार, वैश्विक दक्षिण के देशों में ऋण कमजोरियां, यूरोप में चल रहे संघर्ष और इसके प्रभाव, दुनिया के सभी देशों पर खाद्य सुरक्षा चुनौतियों, ऊर्जा संकट और मुद्रास्फीति जैसे प्रभावों पर बातचीत होगी. इन चुनौतियों से निपटने में मदद के लिए बहुपक्षीय सहयोग के महत्व पर बात करेंगे.
मोदी की वैश्विक नेताओं के साथ बैठकें तय नहीं...
विदेश सचिव ने कहा कि शिखर सम्मेलन भारत के लिए इसलिए विशेष है क्योंकि ये 1 दिसंबर से एक साल के लिए भारत जी- 20 ग्रुप की अध्यक्षता करेगा. बाली में भारत को इसकी अध्यक्षता सौंपी जाएगी. प्रधानमंत्री समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति से जी-20 की अध्यक्षता प्राप्त करेंगे. भारत सितंबर 2023 में अगले जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. इसके अलावा, मोदी अन्य देशों के नेताओं को भारत के जी-20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित भी करेंगे.
भारत अगले अध्यक्ष के रूप में वैश्विक हित के मुद्दों को एक बड़ी आवाज देने की कोशिश करेगा. इसके साथ ही जी-20 एजेंडा को आगे बढ़ाएगा. उन्होंने कहा कि मोदी की अन्य नेताओं के साथ बैठकें अभी निर्धारित होने की प्रक्रिया में हैं. मोदी द्विपक्षीय बातचीत में भारत की उभरती जी-20 प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही द्विपक्षीय संबंधों के प्रमुख विषयों की समीक्षा भी करेंगे.
भारतीय समुदाय से मिलेंगे मोदी, बातचीत करेंगे
बाली में मोदी 15 नवंबर को एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय और भारत के लोगों को संबोधित करेंगे और उनसे बातचीत करेंगे. पूरे इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय और प्रवासियों को मजबूत स्थिति में माना जाता है. मोदी 16 नवंबर को बाली शिखर सम्मेलन के समापन पर बाली रवाना होंगे. भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान इंडोनेशिया और ब्राजील शामिल होंगे. जी-20 में यह पहली बार होगा कि ट्रोइका में लगातार तीन विकासशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल होंगी.
जी-20 में ये देश शामिल
जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इस समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.
G-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है. भारत वर्तमान में जी-20 ट्रोइका (जी-20 की वर्तमान, पिछली और आगामी अध्यक्षता) का हिस्सा है, जिसमें इंडोनेशिया, इटली और भारत शामिल हैं.